ताज़ा खबरें
एलजी ने सीएम आतिशी को केजरीवाल से ‘हजार गुना बेहतर’ बताया
कैशकांड पर विनोद तावड़े ने राहुल-खड़गे-श्रीनेत को भेजा कानूनी नोटिस

नई दिल्ली: भारतीय रुपया गुरुवार को एक बार फिर अमेरिकी डॉलर की तुलना में सार्वकालिक निचले स्तर, यानी 77.73 पर बंद हुआ। पिछले 10 कारोबारी सत्रों के दौरान रुपया पांचवीं बार रिकॉर्ड निचले स्तर पर बंद हुआ है। ब्लूमबर्ग ने आंशिक रूप से परिवर्तनीय रुपये को अपने सार्वकालिक निचले स्तर 77.73 पर बंद दिखाया।

रुपया अंतर-बैंक विदेशी मुद्रा बाज़ार में अमेरिकी डॉलर के मुकाबले 77.72 पर ही गिरकर खुला था, और दिनभर के कारोबार के दौरान 77.76 तक नीचे गिरकर 77.63 तक संभला भी था।

बुधवार को भी अमेरिकी डॉलर की तुलना में भारतीय रुपया 77.61 के रिकॉर्ड निचले स्तर पर बंद हुआ था, जिसकी वजह मुद्रास्फीति और आर्थिक मंदी को बताया गया था।

गुरुवार को पिछले 10 कारोबारी दिनों में पांचवीं बार रिकॉर्ड निचले स्तर पर बंद हुए रुपये का घाटा कहीं ज़्यादा हो सकता था, अगर समय रहते भारतीय रिज़र्व बैंक (आरबीआई) ने हस्तक्षेप नहीं किया होता।

नई दिल्ली: तेल विपणन कंपनियों (ओएमसी) ने तत्काल प्रभाव से 14 किलो घरेलू रसोई गैस सिलेंडर की कीमत में 3.50 रुपये की बढ़ोतरी की है। इस वृद्धि से अब दिल्ली में 14 किलो के सिलेंडर की कीमत 1003 रुपये हो गई है। मुंबई में, घरेलू एलपीजी की कीमत 1002.50 रुपये प्रति सिलेंडर हो गई है जबकि कोलकाता में एक उपभोक्ता को 14 किलो के सिलेंडर के लिए 1,029 रुपये खर्च करने होंगे। वहीं, चेन्नई में ग्राहकों को घरेलू सिलेंडर के लिए आज से 1,058.50 रुपये खर्च करने पड़ेंगे। इन शहरों में सबसे ज्यादा कीमत चेन्नई में है।

बता दें कि इससे पहले 7 मई को 14.2 किलोग्राम घरेलू एलपीजी सिलेंडर की कीमत में 50 रुपये की वृद्धि की गई थी। वहीं, महीने की शुरुआत में 1 मई को 19 किलो के वाणिज्यिक रसोई गैस सिलेंडर की कीमत दिल्ली में लगभग 102 रुपये बढ़ाकर 2,355.5 रुपये तक कर दी गई थी। 5 किलो के एलपीजी वाणिज्यिक सिलेंडर की कीमत भी बढ़ाकर 655 रुपये कर दी गई थी।

नई दिल्ली: देश की जनता को महंगाई के मोर्चे पर एक के बाद एक बड़े झटके लग रहे हैं। सरकार की तमाम कोशिशें बढ़ती महंगाई को काबू करने में नाकाम साबित हो रही हैं। बीते दिनों खुदरा मुद्रास्फीति आठ साल के उच्च स्तर पर पहुंच गई और अब थोक मुद्रास्फीति में भी तेज वृद्धि देखने को मिली है। सरकार की ओर से मंगलवार को जारी किए गए आंकड़ों के मुताबिक, अप्रैल में थोक महंगाई दर 15.08 फीसदी के उच्च स्तर पर पहुंच गई। इससे बीते महीने मार्च में यह 14.55 फीसदी पर थी। थोक महंगाई का यह आंकड़ा बीते नौ सालों में सबसे बड़ा है।

लगातार 13वें महीने दोहरे अंकों में

थोक महंगाई के नए रिकॉर्ड स्तर पर पहुंचने में सबसे बड़ा हाथ खाद्य से लेकर जिंसों तक की कीमतों में बढ़ोतरी का है। यहां बता दें कि इससे पिछले साल की समान अवधि में थोक महंगाई दर 10.74 फीसदी पर थी। गौर करने वाली बात यह है कि थोक मुद्रास्फीति पिछले साल अप्रैल से लगातार 13वें महीने दोहरे अंकों में बनी हुई है।

मुंबई: देश का विदेशी मुद्रा भंडार इस साल मार्च के अंत में 28.05 अरब डॉलर घटकर 607.31 अरब डॉलर रह गया, जो सितंबर 2021 के अंत में 635.36 अरब डॉलर था। भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) द्वारा विदेशी मुद्रा भंडार के प्रबंधन पर जारी की गई अर्ध-वार्षिक रिपोर्ट से यह जानकारी मिली है। ये रिपोर्ट हर छह महीने में जारी की जाती है। यह हर साल मार्च और सितंबर के अंत की स्थिति के संदर्भ में तैयार की जाती हैं। यह 38वीं रिपोर्ट है, जिसे मार्च 2022 के अंत की स्थिति के संदर्भ में जारी किया गया है। गुरुवार को जारी रिपोर्ट में कहा गया है, "समीक्षा वाली छमाही अवधि के दौरान, सितंबर 2021 के अंत में भंडार 635.36 बिलियन अमरीकी डॉलर था, जो घटकर मार्च 2022 के अंत तक 607.31 बिलियन अमरीकी डॉलर हो गया।"

मार्च 2022 के अंत में घरेलू विदेशी मुद्रा बाजार में आरबीआई की नेट फॉरवर्ड एसेट (रिसिवेबल) 65.79 बिलियन अमरीकी डॉलर थी। दिसंबर 2021 के अंत में विदेशी मुद्रा भंडार आयात का कवर (पेमेंट बेसिस के बैंलेंस के आधार पर) सितंबर 2021 के अंत में 14.6 महीने से घटकर 13.1 महीने हो गया।

  • देश
  • प्रदेश
  • आलेख