ताज़ा खबरें

बीजिंगः अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप द्वारा उत्तर कोरिया पर दबाव बनाने में चीन के असफल रहने की बात कहे जाने के बाद तनावपूर्ण हुए माहौल में अमेरिका के शीर्ष राजनयिक प्योंगयांग के खिलाफ कड़ा रख अपनाने को लेकर बीजिंग के साथ आज वार्ता करेंगे। एशिया की यात्रा कर रहे विदेश मंत्री रेक्स टिलरसन ने कहा है कि उत्तर कोरिया को लेकर अपनाया गया रख ‘‘नाकाम’’ रहा है और खतरा बढ़ने पर उत्तर कोरिया के खिलाफ अमेरिकी सेना की कार्रवाई संभव है। ट्रंप ने कल ट्विटर पर कहा था, ‘‘उत्तर कोरिया बहुत बुरा व्यवहार कर रहा है. वह वर्षों से अमेरिका के साथ खेल रहा है. चीन ने मदद करने के लिए कुछ खास नहीं किया।’’ चीन ने गुस्से में पलटवार करते हुए अमेरिका पर आरोप लगाया है कि उसने दक्षिण कोरिया में मिसाइल विरोधी प्रणाली तैनात करके और सोल के साथ सैन्य अभ्यास करके तनाव बढ़ाया है। टिलरसन आज चीन के विदेश मंत्री वांग यी से मुलाकात करेंगे। इसके बाद वह चीन के शीर्ष विदेश नीति अधिकारी यांग जिएची से मिलेंगे

पेरिसः पेरिस के ओरली हवाईअड्डे पर सुरक्षा बलों ने आज उस व्यक्ति को गोली मार दी जिसने एक सैनिक से उसकी बंदूक ले ली थी। यह घटना एयरपोर्ट के साउथ टर्मिनल पर हुई। फ्रांस के गृह मंत्रालय ने यह जानकारी दी। प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि स्थानीय समयानुसार सुबह करीब साढ़े आठ बजे गोलीबारी होने के बाद हवाईअड्डे को खाली करा लिया गया। आपको बता दें कि ओरली एयरपोर्ट पेरिस का दूसरा सबसे बड़ा एयरपोर्ट है। पुलिस ने इस घटना के मद्देनजर लोगों को इस पूरे इलाके से दूर रहने की हिदायत दी है। आज की घटना ऐसे समय हुई है जब कुछ ही हफ्ते बाद फ्रांस में राष्ट्रपति चुनाव के लिए पहले दौर का मतदान होगा। यह चुनाव दो चरणों में हो रहा है और इसमें सुरक्षा का विषय मतदाताओं के मन में मुख्य मुद्दों में से एक है। प्रत्यक्षदर्शी फ्रैंक लेकम ने कहा, ‘‘हम तेल अवीव की उड़ान पकड़ने के वास्ते जांच के लिए लाइन में थे कि तभी हमने पास ही कहीं तीन-चार गोलियों की आवाज सुनी।’’ लेकम ने कहा, ‘‘हम सभी हवाईअड्डे के बाहर हैं, प्रवेश से करीब 200 मीटर दूर।’’ उसने कहा, ‘‘वहां हर जगह सभी दिशाओं में पुलिसकर्मी, आपातकालीन कर्मी और सैनिक हैं। एक सुरक्षा अधिकारी ने हमें बताया कि यह गेट नंबर 37, 38 के पास हुआ।’’ जिस सैनिक से व्यक्ति ने हथियार छीना, वह सैनिक जनवरी 2015 के हमले के बाद तैनात ‘ऑपरेशन सेंटिनेल’ का हिस्सा था। इसमें करीब 7,000 सैनिक हैं जिनमें से करीब आधे सैनिक पेरिस क्षेत्र में ही तैनात हैं।

वॉशिंगटन: अमेरिकी राष्ट्रपति डॉनल्ड ट्रंप ने आज कहा कि नाटो सहयोगियों को रक्षा की अपनी उचित लागत का भुगतान करना चाहिए। हालांकि, ट्रंप ने सैन्य गठबंधन के लिए अपना ‘पुरजोर समर्थन’ फिर से जाहिर किया। व्हाइट हाउस में जर्मन चांसलर एंजेला मर्केल के साथ आयोजित एक संवाददाता सम्मेलन में ट्रंप ने जोर देकर कहा, ‘मैंने (जर्मन) चांसलर (एंजेला) मर्केल से नाटो के लिए अपना पुरजोर समर्थन दोहराया और नाटो सहयोगियों की ओर से रक्षा की लागत के उचित हिस्से के भुगतान की जरूरत भी जताई।’ उन्होंने कहा, ‘कई देशों पर पिछले सालों की बड़ी रकम बकाया है और अमेरिका के लिए यह बेहद नाइंसाफी है। इन देशों को अपने उचित हिस्से का भुगतान करना चाहिए।’

बीजिंग: चीन के आधिकारिक मीडिया के मुताबिक चीन अपने ‘सर्वकालिक’ दोस्त पाकिस्तान के साथ बैलिस्टिक मिसाइल, क्रूज मिसाइल और बहुउद्देशीय लड़ाकू विमान के उत्पादन में सैन्य सहयोग बढ़ायेगा। यह खबर ऐसे समय आयी है जब पाकिस्तान के नये सेना प्रमुख ने चीन के सर्वोच्च अधिकारियों के साथ यहां बात की। पाकिस्तान के सेना प्रमुख का पद संभालने के बाद अपनी पहली चीन यात्रा पर यहां आये जनरल कमर जावेद बाजवा ने कल सेंट्रल मिलिट्री कमीशन के तहत आने वाले ज्वाइंट स्टाफ डिपार्टमेंट के प्रमुख जनरल फंग फंघुई से मुलाकात की। बाजवा ने चीन के कार्यकारी उप प्रधानमंत्री झांग गाओली, सेंट्रल मिलिट्री कमीशन के उपाध्यक्ष जनरल फैन चांगलांग और पीपुल्स लिबरेशन आर्मी के कमांडर जनरल ली झाउचेंग से भी मुलाकात कर क्षेत्रीय सुरक्षा, आर्थिक रक्षा सहयोग और परस्पर हित के दूसरे मुद्दों पर चर्चा की। फंग ने कहा कि ‘सर्वकालिक’ सामरिक साझेदारी ने अंतरराष्ट्रीय समुदाय में बदलाव किया है। चीनी सेना में काम कर चुके सैन्य विशेषज्ञ सांग झांगपिंग ने सरकारी अखबार ग्लोबल टाइम्स को बताया कि बातचीत से चीन और पाकिस्तान के बीच सैन्य आदान-प्रदान और बढ़ेगा और उनमें गहरायी आयेगी जबकि इस दौरान सैन्य तकनीक के क्षेत्र में नये सहयोग पर भी चर्चा संभव है।

  • देश
  • प्रदेश
  • आलेख