पेरिसः पेरिस के ओरली हवाईअड्डे पर सुरक्षा बलों ने आज उस व्यक्ति को गोली मार दी जिसने एक सैनिक से उसकी बंदूक ले ली थी। यह घटना एयरपोर्ट के साउथ टर्मिनल पर हुई। फ्रांस के गृह मंत्रालय ने यह जानकारी दी। प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि स्थानीय समयानुसार सुबह करीब साढ़े आठ बजे गोलीबारी होने के बाद हवाईअड्डे को खाली करा लिया गया। आपको बता दें कि ओरली एयरपोर्ट पेरिस का दूसरा सबसे बड़ा एयरपोर्ट है। पुलिस ने इस घटना के मद्देनजर लोगों को इस पूरे इलाके से दूर रहने की हिदायत दी है। आज की घटना ऐसे समय हुई है जब कुछ ही हफ्ते बाद फ्रांस में राष्ट्रपति चुनाव के लिए पहले दौर का मतदान होगा। यह चुनाव दो चरणों में हो रहा है और इसमें सुरक्षा का विषय मतदाताओं के मन में मुख्य मुद्दों में से एक है। प्रत्यक्षदर्शी फ्रैंक लेकम ने कहा, ‘‘हम तेल अवीव की उड़ान पकड़ने के वास्ते जांच के लिए लाइन में थे कि तभी हमने पास ही कहीं तीन-चार गोलियों की आवाज सुनी।’’ लेकम ने कहा, ‘‘हम सभी हवाईअड्डे के बाहर हैं, प्रवेश से करीब 200 मीटर दूर।’’ उसने कहा, ‘‘वहां हर जगह सभी दिशाओं में पुलिसकर्मी, आपातकालीन कर्मी और सैनिक हैं। एक सुरक्षा अधिकारी ने हमें बताया कि यह गेट नंबर 37, 38 के पास हुआ।’’ जिस सैनिक से व्यक्ति ने हथियार छीना, वह सैनिक जनवरी 2015 के हमले के बाद तैनात ‘ऑपरेशन सेंटिनेल’ का हिस्सा था। इसमें करीब 7,000 सैनिक हैं जिनमें से करीब आधे सैनिक पेरिस क्षेत्र में ही तैनात हैं।
उनके पास धार्मिक स्थलों, हवाईअड्डों, रेलवे स्टेशनों और पर्यटक स्थलों की सुरक्षा का जिम्मा है जिन्हें आतंकी निशाना बना सकते हैं। पेरिस हवाईअड्डा प्राधिकरण की वेबसाइट पर एक नोटिस में यात्रियों से आग्रह किया गया है कि वे ओर्ली की यात्रा नहीं करें। बजट एअरलाइन्स ईजीजेट ने एक बयान में कहा कि ‘‘अन्य सभी एअरलाइनों की तरह’’ उसकी उड़ानों के भी बाधित और विलंबित होने की आशंका है। शनिवार को इसकी 46 उड़ानें निर्धारित थीं. बृहस्पतिवार को अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष के पेरिस कार्यालय में फटे लेटर बम से एक सचिव घायल हो गयी थी। उसके हाथों और चेहरे पर चोट आई थी। फ्रांसीसी राष्ट्रपति फ्रांस्वा ओलांद ने इसे एक ‘‘हमला’’ करार दिया और कहा कि इससे पता चलता है कि देश को ‘‘अब भी निशाना बनाया जा रहा है।’’ ओलांद ने कहा, ‘‘यह सब मुझे आपातकालीन स्थिति को उचित ठहराने देता है’’ जो नवंबर 2015 से प्रभाव में है।