वाशिंगटन: भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी शुक्रवार को अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन से द्विपक्षीय मुलाकात के लिए व्हाइट हाउस पहुंचे। यहां दोनों के बीच ओवल ऑफिस में बैठक हुई। बातचीत के दौरान बाइडेन ने मोदी की तारीफ की और कहा, "आपका स्वागत है प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी। हम आपको काफी समय से जानते हैं। हमें खुशी है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी व्हाइट हाउस आए हैं। उन्होंने आगे कहा, "जैसा कि मैंने कहा था कि 2020 तक अमेरिका और भारत सबसे करीबी देश होंगे। हमारे रिश्ते वाकई काफी मजबूत हुए हैं।"
उधर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी बाइडन की ओर से गर्मजोशी से स्वागत किए जाने पर आभार जताया। मोदी ने कहा, "मेरे डेलिगेशन का इस तरह स्वागत करने के लिए धन्यवाद। पहले भी मुझे 2014 और 2016 में आपके साथ चर्चा करने का मौका मिला और उस समय आपने जिस तरह भारत-अमेरिका के द्विपक्षीय रिश्तों के लिए अपना जो नजरिया साझा किया, उसके लिए मैं आपका शुक्रिया अदा करता हूं। आज आप भारत-अमेरिका के रिश्तों में की गई पहलों को लागू कर रहे हैं।"
'भारत की प्रतिभाएं अमेरिका की विकास यात्रा में सहभागी हों, इसके लिए आपका योगदान अहम'
मैं देख रहा हूं कि यह दशक आपके नेतृत्व में जो बीज हम बोएंगे। यह पूरा दशक भारत, अमेरिका के संबंधों में, विश्व के लोकतांत्रिक देशों के लिए बदलाव वाला कालखंड रहेगा। मैं देख रहा हूं कि लोकतांत्रिक परंपराओं और मूल्यों को लेकर जो हम जी रहे हैं और जिसके प्रति हम समर्पित हैं, उस परंपरा का अपना महात्मय और अधिक बढ़ेगा। उसी प्रकार से आपने उल्लेख किया कि 40 लाख से ज्यादा भारतीय अमेरिका की विकास यात्रा में सहभागी है। इस दशक में टैलेंट का एक अपना महत्व है। पीपुल टू पीपुल ये टैलेंट इस दशक में बेहद प्रभावी भूमिका अदा करेगा। भारत के टैलेंट अमेरिका के विकास यात्रा में पूरी तरह सहभागी होती चली जाए, उसमें आपका योगदान काफी अहम है। इस दशक में भारत और अमेरिका के रिश्तों में तकनीक और वो भी पूरी मानवता के लिए उपयोगी हो, उस दिशा में हम टेक्नोलॉजी के माध्यम से बहुत बड़ी सेवा कर सकते हैं।
''व्यापार में अमेरिका और भारत एक-दूसरे के पूरक'
मोदी ने आगे कहा, "उसी प्रकार से भारत और अमेरिका के बीच व्यापार का अपना महत्व है और इस दशक में व्यापार के क्षेत्र में हम एक दूसरे के पूरक हो सकते हैं। बहुत सी चीजें जो अमेरिका के पास हैं, वो भारत के काम आ सकती हैं, और जो चीजें भारत के पास हैं, वो अमेरिका के काम आ सकती हैं।"
बैठक में इन मुद्दों पर चर्चा
बता दें कि पीएम का काफिला भारतीय समयानुसार ठीक रात 8.33 पर अमेरिकी राष्ट्रपति भवन पहुंचा। दोनों ही नेता आज साझा हित के कई मूल्यों पर चर्चा करेंगे। व्हाइट हाउस ने इससे पहले एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में बताया था कि दोनों नेताओं के बीच कोरोनावायरस, वैक्सीन उत्पादन से लेकर इंडो-पैसिफिक, आतंकवाद और अफगानिस्तान के मुद्दे पर बात होगी।
बताया गया है कि प्रधानमंत्री को रिसीव करने के लिए व्हाइट हाउस के वेस्ट विंग में व्हाइट हाउस के कार्यकारी प्रोटोकॉल प्रमुख मौजूद रहे। दोनों के बीच ओवल ऑफिस में करीब एक घंटे तक बैठक चली।