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'हाईकोर्ट के आदेश तक ट्रायल कोर्ट कोई कार्रवाई न करे': सुप्रीम कोर्ट

लंदन: रूस पर ब्रिटेन की कोरोना वैक्सीन का ब्लूप्रिंट चोरी कर अपनी वैक्सीन बनाने का आरोप लगा है। आरोप है कि रूस ने अपने जासूसों की मदद से ब्रिटेन में बनी ऑक्सफोर्ड-एस्ट्राजेनेका की कोरोना वैक्सीन का ब्लूप्रिंट चोरी करवाया और उसकी मदद से सबसे पहले कोविड-19 टीका स्पूतनिक-वी बना दिया। 

'द सन' की रिपोर्ट के मुताबिक, सुरक्षा एजेंसियों ने ब्रिटेन के मंत्रियों को इस बारे में जानकारी दी है। एजेंसियों ने कहा है कि उनके पास ऐसे ठोस सबूत हैं जिससे यह साबित होता है कि रूस के जासूसी एजेंटों ने कोविड-19 वैक्सीन प्लान चुराकर इसका इस्तेमाल वैक्सीन बनाने में किया। रिपोर्ट के मुताबिक, ब्लूप्रिंट और संवेदनशील दस्तावेज रूस के जासूस ने खुद चुराए थे। सुरक्षा मंत्री डमियन हिंद्स ने हालांकि, इन आरोपों की पुष्टि करने से इनकार कर दिया लेकिन उन्होंने यह जरूर कहा कि साइबर हमले अब तेज होते जा रहे हैं।

सुरक्षा सूत्रों के मुताबिक, रूस के जासूस ने व्यक्तिगत तौर पर ब्रिटेन जाकर वैक्सीन के सीक्रेट डिजाइन को चुराया।

वाशिंगटन: अमेरिका को अपने महत्त्वपूर्ण इन्फ्रास्ट्रक्चर पर साइबर हमलों का अंदेशा है। इसे देखते हुए जो बाइडन प्रशासन ने साइबर सुरक्षा मजबूत करने के आदेश दिए हैं। प्रशासन को आशंका है कि अमेरिका की गैस पाइपलाइनों, बंदरगाहों और ऐसे दूसरी जरूरी सेवाओं पर चीन और रूस में बैठे हैकर हमला कर सकते हैं।

पिछले कुछ दिनों में बाइडन प्रशासन ने इस बारे में कई घोषणाएं की हैं। इसमें रेल और विमान सेवाओं के लिए साइबर सुरक्षा के नए नियमों का एलान शामिल है। इसके पहले प्रशासन ने गैस पाइपलाइन कंपनियों के लिए साइबर सुरक्षा के नए नियमों को जारी किया था। एयरलाइन, रेलवे और पाइपलाइन सेक्टर में काम कर रही कंपनियों से कहा गया है कि वे साइबर सुरक्षा के अपने ढांचे को और चुस्त बनाएं।

व्हाइट हाउस ने पिछले हफ्ते कहा था कि वह महत्वपूर्ण इन्फ्रास्ट्रक्चर सेक्टरों की साइबर सुरक्षा के लिए वह अतिरिक्त कार्ययोजना बना रहा है। इसके पहले देश के बिजली ग्रिड की साइबर सुरक्षा को मजबूत बनाने के उपायों का एलान किया गया था।

नई दिल्ली: दुनिया में कोरोना संक्रमण के मामले पहले के मुकाबले हालांकि काफी कम हुए हैं, लेकिन अभी भी कोरोना वायरस का खतरा टला नहीं है। तीसरी लहर आने के अंदेशे के बीच वैश्विक स्तर पर चिंताजनक संकेत मिल रहे हैं। अमेरिका और रूस में कोरोना संक्रमण के मामले अब भी कम होते नहीं दिख रहे हैं। यहां मृतकों का आंकड़ा चिंताजनक बना हुआ है।  

जॉन्स हॉपकिंस यूनिवर्सिटी के अनुसार, दुनियाभर में कोरोना संक्रमण के मामले 23.78 करोड़ को पार कर गए हैं जबकि महामारी से अब तक 48.5 लाख से ज्यादा लोगों की मौत हो गई है। इस बीच दुनिया भर में 6.45 अरब से अधिक लोगों का टीकाकरण हो चुका है। लेकिन अमेरिका, रूस जैसे देशों में कोरोना वायरस काबू में आता नहीं दिख रहा। 

रूस में 957 लोगों की मौत
रूस में सोमवार को कोरोना से 957 लोगों को मौत हुई जो कि अब तक का दूसरा सबसे बड़ा आंकड़ा है। दो दिन पहले ही यहां मृतकों की संख्या 968 पहुंच गई थी। सरकार के मुताबिक, पिछले 24 घंटे के दौरान कोरोना संक्रमण के मामले 29,409 तक पहुंच गए। रविवार को यह संख्या 28,647 थी।

लंदन: ब्रिटिश पुलिस ने घोषणा की है कि वह प्रिंस एंड्रयू के खिलाफ यौन उत्पीड़न मामले में कोई कार्रवाई नहीं करेगी। एंड्रयू ने नाबालिग लड़की की तस्करी और यौन उत्पीड़न के आरोपी जेफरी एपस्टीन के साथ मित्रता के कारण खुद पर लगे यौन उत्पीड़न के आरोपों को कई बार खारिज किया है। बता दें कि एपस्टीन ने अगस्त 2019 में न्यूयार्क के एक संघीय हिरासत केंद्र में खुदकुशी कर ली थी।

लड़की का दावा है कि 2001 में जब वह 17 वर्ष की थी तब लंदन में एंड्रयू के साथ यौन संबंध बनाने के लिए एपस्टीन द्वारा उसकी तस्करी की गई थी। इस मामले में एंड्रयू के खिलाफ न्यूयॉर्क में मुकदमा चल रहा है। महारानी एलिजाबेथ द्वितीय के दूसरे बेटे एंड्रयू ने आरोपों से इनकार किया है। उन्होंने 2019 में कहा था कि उन्होंने लड़की का कभी भी यौन उत्पीड़न नहीं किया।

अगस्त में, लंदन के मेट्रोपॉलिटन पुलिस बल ने दिवंगत यौन अपराधी एपस्टीन से जुड़े आरोपों की समीक्षा शुरू की।

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