लखनऊ: धुंध और प्रदूषण के कारण लखनऊ की हवा में जहर एक बार फिर बढ़ने लगा है। हालांकि सुकून की बात यह है कि राजधानी की हवा फिलहाल देश के 26 शहरों से बेहतर है। केन्द्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड ने बुधवार को जो रिपोर्ट जारी की है उसमें लखनऊ में पीएम 2.5 की स्थिति 326 माइक्रो ग्राम प्रतिघन मीटर है, जबकि दीपावली के दिन यह 305 थी। लखनऊ में प्रदूषण का स्तर लगातार बढ़ता जा रहा है। वर्ष 2018 में दिवाली के दिन यहां सबसे ज्यादा प्रदूषण था। वहीं इस बार दिवाली के दिन प्रदूषण कम रहा लेकिन दिवाली के बाद बढ़ता जा रहा है। वैज्ञानिक इसकी वजह मौसम को बता रहे हैं।
केन्द्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड ने बुधवार को एयर क्वालिटी इंडेक्स की सूची जारी की। इसमें देश के 99 शहर शामिल हैं। 13 शहर ऐसे हैं जिनमें प्रदूषण काफी बढ़ गया है। यहां पीएम 2.5 की मात्रा 404 के पार हो गयी है। वैज्ञानिकों ने एक दो दिनों में प्रदूषण के और बढ़ने की आशंका जतायी है।
देश के टाप 10 प्रदूषित शहरों में यूपी के आठ
देश के सबसे ज्यादा प्रदूषित टाप 10 शहरों में अकेले यूपी के आठ शहर शामिल हैं। यूपी का गाजियाबाद नम्बर एक पर है। यहां पीएम 2.5 की मात्रा सबसे ज्यादा 478 माइक्रो ग्राम प्रतिघन मीटर मिली है।यूपी के सबसे ज्यादा प्रदूषित शहर
शहर का नाम पीएम 2.5 की स्थिति देश में स्थान
गाजियाबाद 478 01
बागपत 467 04
नोएडा 450 05
ग्रेटर नोएडा 438 06
हापुड़ 435 07
मेरठ 430 08
बुलन्दशहर 430 09
मुजफ्फर नगर 428 10