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संविधान ने देश में बदलाव लाने में उल्लेखनीय मदद की: सीजेआई खन्ना

नई दिल्ली (जनादेश ब्यूरो): केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने लोकसभा में शनिवार को नियम 193 के तहत ‘ऐतिहासिक श्रीराम मंदिर के निर्माण और श्रीराम लला की प्राण प्रतिष्ठा’ विषय पर चर्चा में भाग लिया। इस दौरान उन्होंने कहा कि आज किसी का जवाब नहीं दूंगा। मैं मन की बात और जनता के मन की बात देश के सामने रखना चाहता हूं। वह आवाज, जो वर्षों से अदालत के कागजों में दबी हुई थी। 22 जनवरी 2024 के बारे में भले ही कुछ लोग कुछ भी कहें, वह दिन दस सहस्त्र से भी ज्यादा वर्षों के लिए ऐतिहासिक दिन बना रहेगा।

उन्होंने कहा कि 1528 से चल रही संघर्ष और अन्याय के खिलाफ लड़ाई की जीत का दिन है। 22 जनवरी 2024 का दिन समग्र भारत की आध्यात्मिक चेतना के पुनर्जागरण का दिन है। देश की कल्पना राम और राम चरित्र के बगैर नहीं हो सकते। राम और राम का चरित्र भारत के जनमानस का प्राण है। संविधान की पहली प्रति से लेकर महात्मा गांधी के आदर्श भारत की कल्पना तक राम का नाम लिया जाता रहा।

नई दिल्ली (जनादेश ब्यूरो): प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 17वीं लोकसभा के अंतिम कार्य दिवस पर बीते पांच साल के कार्यकाल में हुए कामकाज और सरकार की उपलब्धियों को गिनाया। उन्होंने आगामी लोकसभा चुनाव 2024 से पहले बुलंद हौसले का संकेत देते हुए कहा कि वे चुनौतियों का आनंद लेते हैं।

राम मंदिर पर प्रस्ताव अहम: मोदी

प्रधानमंत्री मोदी ने आगे कहा, हमें विकास कार्यो को आगे बढ़ाना है। चुनाव बहुत दूर नहीं है। यह लोकतंत्र का आवश्यक पहलू है और हम सब इसे गर्व से स्वीकार करते हैं। हमारा लोकतंत्र पूरे विश्व को अचंभित कर रहा है। मुझे विश्वास है यह ऐसे ही बना रहेगा। मुझ पर तो परमात्मा की कृपा रही है कि जब चुनौती आती है तो मैं ज्यादा निखरता हूं। हम हर चुनौतियों का सामना कर पाए हैं।

उन्होंने कहा, आज राम मंदिर को लेकर सदन ने जो प्रस्ताव पारित किया, वो आने वाली पीढ़ी को इस देश के मूल्यों पर गर्व करने की संवैधानिक शक्ति दे रहा है। ये सही है हर किसी में ऐसा समार्थ्य नहीं होता है कि इन चीजों पर गर्वान्वित महसूस करे।

नई दिल्ली: केंद्र सरकार ने भारत मेंकृषि क्रांति के जनक और प्रख्यात कृषि वैज्ञानिक एमएस स्वामीनाथन को भारत रत्न से सम्मानिक करने का एलान किया है। केंद्र सरकार के इस फैसले का स्वामीनाथन की बेटी डॉ. सैम्या स्वामीनाथन ने स्वागत किया है।

स्वामीनाथन की बेटी ने केंद्र सरकार के फैसले का किया स्वागत

सैम्या स्वामीनाथन ने बताया कि उनके पिता इस सम्मान से बहुत खुश होते। उन्होंने अवॉर्ड पाने के लिए कभी काम नहीं किया। पूर्व मुख्य वैज्ञानिक और विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) की पूर्व उप महानिदेशक सौम्या स्वामीनाथन ने कहा कि वह बहुत खुश है और इस बात पर गर्व महसूस कर रही है कि उनके पिता के कार्यों को देश का सर्वोच्च नागरिक सम्मान से सराहा जा रहा है। उन्होंने आगे कहा, 'केंद्र सरकार के इस फैसले ने केवल उनके परिवार और दोस्तों को खुश नहीं किया, बल्कि देश की युवा पीढ़ी के लिए एक संदेश है कि वे विज्ञान और प्रौद्योगिकी का इस्तेमाल कर समाज को लाभ पहुंचा सकते हैं।'

उन्होंने कहा, 'मुझे यकीन है कि अगर यह खबर उनके जीवनकाल में आती तो वे भी बहुत खुश होते।

नई दिल्‍ली (जनादेश ब्यूरो): पूर्व प्रधानमंत्री चौधरी चरण सिंह, पी वी नरसिम्हा राव और मशहूर वैज्ञानिक एम एस स्वामीनाथन को देश के सर्वोच्च नागरिक सम्मान "भारत रत्न" (मरणोपरांत) से सम्मानित किया जाएगा। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने खुद 'एक्स' पर पोस्ट के जरिए यह जानकारी दी है।

प्रधानमंत्री ने कहा कि चौधरी चरण सिंह ने किसानों के अधिकार और उनके कल्याण के लिए अपना पूरा जीवन समर्पित कर दिया था।

एक अन्य पोस्ट में प्रधानमंत्री ने कहा कि उन्हें यह बताते हुए खुशी हो रही है कि पूर्व प्रधानमंत्री पी वी नरसिम्हा राव को भारत रत्न से सम्मानित किया जाएगा। उन्होंने कहा कि उनके दूरदर्शी नेतृत्व ने भारत को आर्थिक रूप से उन्नत बनाने, देश की समृद्धि और विकास के लिए एक ठोस नींव रखने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। प्रधानमंत्री मोदी ने एक अन्य पोस्ट में डॉ. एम एस स्वामीनाथन को भारत रत्न से नवाजे जाने की घोषणा की। पीएम ने कहा, "यह बेहद खुशी की बात है कि भारत सरकार कृषि और किसानों के कल्याण में हमारे देश में उनके उल्लेखनीय योगदान के लिए भारत रत्न से सम्मानित कर रही है।

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