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नई दिल्ली: भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) के गवर्नर शक्तिकांत दास ने कहा है कि हमारा बाहरी ऋण प्रबंधन योग्य है और डॉलर की मजबूती से कोई समस्या नहीं है। आरबीआई गवर्नर ने डॉलर की कीमत बढ़ने के कारण उच्च बाहरी ऋण जोखिम वाले देशों की मदद करने के लिए जी20 के समन्वित प्रयासों का आह्वान किया।

इस दौरान उन्होंने कहा कि जी20 देशों को जलवायु परिवर्तन से सबसे अधिक प्रभावित देशों को युद्ध स्तर पर फाइनेंस प्रोवाइड करवाना चाहिए।

आरबीआई गवर्नर शक्तिकांत दास का मामना है कि अत्यधिक जमा या कर्ज वृद्धि बैंकिंग सिस्टम के लिए अच्छी चीज नहीं है। इसके साथ ही आरबीआई गवर्नर का कहना है कि मौजूदा अमेरिकी बैंकिंग संकट स्पष्ट तौर पर दिखाता है कि निजी क्रिप्टोकरंसी वित्तीय प्रणाली के लिए किस तरह जोखिम पैदा करती है।

गवर्नर शक्तिकांत दास ने इस बात पर जोर देते हुए कहा है कि हमारा वित्तीय क्षेत्र स्थिर है।

नई दिल्‍ली: घरेलू रसोई गैस सिलेंडर की कीमतों में 50 रुपये की वृद्धि की गई है। अब दिल्ली में 14.2 किलोग्राम के घरेलू रसोई गैस सिलेंडर की कीमत बढ़कर 1103 रुपये हो गई है। कामर्शियल एलपीजी सिलेंडर की कीमत में भी बढ़ोतरी की गई है। इसकी कीमत अब 350.50 रुपये की बढ़ोतरी के बाद 2119.50 रुपये हो गई है।

कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने घरेलू रसोई गैस सिलेंडर और वाणिज्यिक गैस सिलेंडर की कीमतों में बढ़ोतरी को लेकर केंद्र सरकार पर निशाना साधा है। उन्होंने सरकार से सवाल किया कि ‘लूट के फरमान' कब तक जारी रहेंगे? खड़गे ने ट्वीट किया, "घरेलू रसोई गैस सिलेंडर के दाम 50 रुपये बढ़े, वाणिज्यिक गैस सिलेंडर 350 रुपये महंगे हुए। जनता पूछ रही है-अब कैसे बनेंगे होली के पकवान, कब तक जारी रहेंगे लूट के ये फरमान?"

पिछले साल 2022 में घरेलू रसोई गैस सिलेंडर कीब 150 रुपये महंगा हुआ था। कामर्शियल गैस सिलेंडर के दाम पिछली बार 25 रुपये बढ़े थे। बता दें कि 6 जुलाई 2022 के बाद से ही घरेलू गैस सिलेंडर के दामों में कोई इजाफा नहीं किया गया था।

नई दिल्ली: सांख्यिकी और कार्यक्रम कार्यान्वयन मंत्रालय ने अक्टूबर-दिसंबर 2022 तिमाही के लिए भारत के सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) के आंकड़ों को जारी कर दिया है। ताजा आंकड़ों के अनुसार, तीसरी तिमाही में भारत की जीडीपी 4.4 फीसद रिकॉर्ड की गई है। आरबीआई ने भी इतनी ही ग्रोथ का अनुमान जारी किया था।

दिसंबर 2022 तिमाही के जीडीपी आंकड़ों की तुलना पिछली जुलाई-सिंतबर तिमाही 2022 से करें तो भारतीय अर्थव्यवस्था के सामने बहुत-सी चुनौतियां नजर आती हैं। आपको बता दें कि जुलाई-सितंबर तिमाही में भारत की जीडीपी की वृद्धि 6.3 प्रतिशत थी, जबकि अप्रैल-जून तिमाही (क्यू1) में भारत की वृद्धि दर 13.5 प्रतिशत आंकी गई थी। यह बात ध्यान देने वाली है कि जून 2022 तिमाही में जीडीपी में इतनी अधिक उछाल लो-बेस के चलते थी।

सांख्यिकी और कार्यक्रम कार्यान्वयन मंत्रालय ने एफवाई 2022-23 के लिए जीडीपी का दूसरा अग्रिम अनुमान भी जारी कर दिया है।

नई दिल्ली: जीएसटी काउंसिल की 49 वीं बैठक के बाद वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने कहा कि सभी जीएसटी मुआवजे का भुगतान किया जाएगा। वित्त मंत्री ने कहा कि सभी राज्यों के अभी तक के जीएसटी कंपनसेशन को आज जारी कर दिया जाएगा। निर्मला सीतारमण ने कहा कि सरकार माल और सेवा कर यानी जीएसटी मुआवजे के पूरे 16,982 करोड़ रुपये का भुगतान अपनी जेब से करेगी।

वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने जीएसटी दरों को निर्धारित करने वाली परिषद की एक बैठक के बाद कहा, "हमने आज घोषणा की है कि जीएसटी मुआवजे का पूरा लंबित बकाया चुका दिया जाएगा।" उन्होंने कहा कि जीएसटी मुआवजे के लंबित शेष कुल 16,982 करोड़ रुपये को मंजूरी दे दी जाएगी। वित्त मंत्री ने कहा कि फिलहाल यह राशि मुआवजा निधि में उपलब्ध नहीं है। हमने इस राशि को अपने स्वयं के खर्च से जारी करने का निर्णय लिया है। वित्त मंत्री ने साफ किया कि केंद्र सरकार राज्यों के लिए इस मुआवजो की रकम को जारी करने के बाद पूरे पांच साल के लिए निर्धारित जीएसटी कंपनसेशन सेस करेगी।

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