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नई दिल्ली: वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने कहा है कि आम बजट 2023-24 में नई आय कर प्रणाली को लागू करने की जो व्यवस्था की गई है उससे आम जनता के हाथ में खर्च करने के लिए ज्यादा राशि बचेगी। लोकसभा में आम बजट पर चर्चा का जवाब देते हुए वित्त मंत्री ने बजट में उठाये गये कदमों के बारे में बताते हुए उक्त बात कही।

वित्त मंत्री ने 01 फरवरी, 2023 को पेश बजट को राजकोषीय हालात को ध्यान में रख कर तैयार किया गया एक बेहद ही संतुलित बजट बताया जो मध्यम वर्ग व ग्रामीण जनता के साथ ही रोजगार सृजन व ग्रीन ग्रोथ पर भी ध्यान दे रही है, ताकि अगले वित्त वर्ष के दौरान भी भारत को दुनिया की सबसे तेज गति से बढ़ती अर्थव्यवस्था बना कर रखेगा।

पूंजीगत खर्चे के मद में 10 लाख करोड़ रुपये की राशि को खर्च करने के प्रस्ताव को सीतारमण ने अर्थव्यवस्था को तेजी देने के साथ ही बड़ी संख्या में रोजगार पैदा करने वाला कदम बताया। वित्त मंत्री सीतारण ने विपक्ष की तरफ से लगाए गए आरोपों का गिन-गिन कर जवाब दिया।

नई दिल्ली: भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) के मौद्रिक नीति समिति (एमपीसी) की आज बैठक खत्म हो हुई। इसके बाद आरबीआई गवर्नर शक्तिकांत दास ने ब्याज दरों को लेकर अहम फैसला किया है। आरबीआई गवर्नर ने रेपो रेट में 25 बेसिस प्वॉइंट यानी 0.25% की बढ़ोतरी का एलान किया है। जिसके बाद प्रमुख ब्याज दर यानी रेपो रेट 6.25% से बढ़कर 6.50% हो गया है। मौद्रिक नीति समिति (एमपीसी) की तीन दिन की बैठक सोमवार से शुरू हुई। आज यानी बुधवार को इस बैठक के नतीजे की जानकारी देते हुए आरबीआई गवर्नर शक्तिकांत दास ने कहा, ‘‘मौजूदा आर्थिक स्थिति पर विचार करते हुए एमपीसी ने नीतिगत दर को 0.25 प्रतिशत बढ़ाकर 6.50 प्रतिशत करने का निर्णय किया है।''

आरबीआई गवर्नर शक्तिकांत दास ने कहा कि मौद्रिक नीति समिति के छह सदस्यों में से चार ने रेपो रेट बढ़ाने के पक्ष में मतदान किया। हालांकि, रेपो दर में वृद्धि की यह वृद्धि पिछली पांच बार की वृद्धि के मुकाबले कम है। केंद्रीय बैंक नीतिगत दर पर निर्णय करते समय मुख्य रूप से खुदरा महंगाई पर गौर करता है।

नई दिल्ली: केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने अडाणी ग्रुप के स्टॉक को लेकर एक बड़ा बयान दिया है. उन्होंने शनिवार को कहा कि अडाणी के स्टॉक को लेकर कथित तौर पर जो गड़बड़ी की बात सामने आ रही है, उसकी जांच रेगुलेटर्स (नियामक) करेंगे। सरकार रेगुलेटर्स को अपना काम करेंने देगी। इसमे सरकार का कोई हस्तक्षेप नहीं होगा।

निर्मला सीतारमण ने मुंबई में कहा कि रेगुलेटर्स अपना काम करेंगे। आपको पता ही है कि शुक्रवार को आरबीआई ने इस मामले पर क्या टिप्पणी की है और आरबीआई से पहले बैंकों और एलआईसी ने भी आगे आकर अपनी बात रखी है। तो ऐसे में अब रेगुलटेर्स अपना काम करेंगे और मैं आपके सामने ये साफ कर दूं कि देश में रेगुलेटर्स स्वतंत्र रूप से बैगर किसी दबाव के काम करते हैं। उन्हें सरकार की तरफ से जो सही है वो करने की पूरी छूट है।

बता दें कि गोल्डमैन सैच और जेपी मोर्गन ने कुछ ग्राहकों से कहा कि गौतम अडाणी के व्यापारिक साम्राज्य से संबंधित बांड कुछ संपत्तियों की ताकत के कारण मूल्य की पेशकश कर सकते हैं।

मुंबई: वित्तमंत्री निर्मला सीतारमण ने कहा है कि देश के बाज़ार 'अच्छी तरह विनियमित' हैं और उन्हें उद्योगपति गौतम अडाणी के व्यापारिक साम्राज्य के विवाद से निवेशकों के विश्वास को प्रभावित होने की उम्मीद नहीं थी। अडाणी समूह का बाज़ार मूल्यांकन 120 अरब अमेरिकी डॉलर से ज़्यादा गिर चुका है, जो समूह के कुल मूल्य का लगभग आधा है। समूह के शेयरों में गिरावट उस वक्त शुरू हुई थी, जब अमरिकी शॉर्ट-सेलर हिंडनबर्ग रिसर्च ने पिछले हफ्ते एक रिपोर्ट में समूह पर कई आरोप लगाए थे। इसमें अडानी समूह पर अकाउंट में धोखाधड़ी और कृत्रिम रूप से शेयरों की कीमतों को बढ़ाने का आरोप लगाया है। रिपोर्ट में इसे स्‍टॉक में हेरफेर, अकाउंट में धोखाधड़ी और कॉर्पोरेट इतिहास का सबसे बड़ा घोटाला बताया गया है।

वित्तमंत्री निर्मला सीतारमण ने ब्रॉडकास्‍टर न्यूज़18 से कहा, भारत "अच्‍छी तरह शासित" देश और "बेहद अच्‍छी तरह विनियमित बाजार" बना रहा है और मेरे विचार में एक घटना, जिसकी वैश्विक रूप से चर्चा हो रही है, इस बात का संकेतक नहीं होगी कि भारतीय वित्तीय बाज़ार को कितनी अच्‍छी तरह शासित किया गया है।"

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