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नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोमवार को तेल एवं गैस क्षेत्र की दिग्गज कंपनियों के सीईओ और विशेषज्ञों से मुलाकात की। उन्होंने कच्चे तेल के बाजार में उत्पादक देशों की मनमानी पर चिंता जताते हुए कहा कि उपभोक्ता देशों के साथ तालमेल से ही वैश्विक अर्थव्यवस्था को मजबूती मिलेगी। मोदी ने कहा, तेल एवं गैस के बाजार का भारतीय अर्थव्यवस्था पर बेहद महत्वपूर्ण है, लेकिन तेल उत्पादक देश ही बाजार में आपूर्ति और कीमत तय करते हैं। पर्याप्त उत्पादन के बावजूद बाजारी नीतियों की वजह से कीमतों में उछाल लाया गया है। लिहाजा तेल उत्पादक और उपभोक्ता देशों के बीच तालमेल होना जरूरी है, तभी वैश्विक अर्थव्यवस्था में स्थिरता आ पाएगी।

प्रधानमंत्री ने कहा कि कच्चे तेल के ऊंचे दामों की वजह से भारत को कई अन्य आर्थिक चुनौतियों का सामना करना पड़ रहा है और पर्याप्त संसाधनों के लिए धन की कमी हो रही है। ऐसे में जब तक उत्पादक देश अपनी नीतियों में बदलाव नहीं लाएंगे, तब तक बाजार में उतार-चढ़ाव कम नहीं किया जा सकेगा। प्रधानमंत्री ने तेल उत्पादक देशों से आपूर्ति के बदले भुगतान की शर्तों में भी ढील की अपील की, ताकि रुपये को थोड़ी राहत मिल सके।

नई दिल्ली: देश में पेट्रोल-डीजल की बढ़ती कीमतों से राहत मिलने के आसार अभी नजर नहीं आ रहे हैं। देश में पेट्रोल के दाम आज (रविवार) लगातार चौथे दिन और डीजल के 10वें दिन बढ़े हैं। चार प्रमुख महानगरों दिल्ली, कोलकाता, मुंबई और चेन्नई में पेट्रोल छह से सात पैसे और डीजल 19 से 20 पैसे प्रति लीटर के बीच महंगा हो गया है। देश की सबसे बड़ी तेल विपणन कंपनी इंडियन ऑयल कॉपोर्रेशन से मिली जानकारी के अनुसार, दिल्ली में आज पेट्रोल छह पैसे महंगा होकर 82.72 रुपये प्रति लीटर और डीजल 19 पैसे महंगा होकर 75.38 रुपये प्रति लीटर पर पहुंच गया।

कोलकाता और मुंबई में पेट्रोल की कीमत छह-छह पैसे बढ़कर क्रमश: 84.54 रुपये और 88.18 रुपये प्रति लीटर पर पहुंच गयी। डीजल कोलकाता में 19 पैसे महंगा होकर 77.23 रुपये और मुंबई 20 पैसे महंगा होकर 79.02 रुपये प्रति लीटर बिका। चेन्नई में पेट्रोल के दाम सात पैसे बढ़कर 85.99 रुपये और डीजल के 20 पैसे बढ़कर 79.71 रुपये प्रति लीटर पर पहुंच गए। इससे पहले शनिवार को डीजल दो रुपये 20 पैसे प्रति लीटर महंगा होकर 75.19 रुपये प्रति लीटर हो गया।

नई दिल्ली: उच्चतम न्यायालय ने बुधवार को आम्रपाली समूह की नोएडा और ग्रेटर नोएडा में स्थित सात संपत्तियों सहित कुल नौ संपत्तियां सील करने का निर्देश दिया। इससे पहले, कल से ही पुलिस हिरासत में आम्रपाली समूह के तीन निदेशकों ने बुधवार को न्यायालय को बताया कि इन संपत्तियों में ही समूह की 46 कंपनियों से संबंधित सारे दस्तावेज रखे हैं।

निदेशकों की नींद उड़ी

तीनों निदेशकों ने न्यायमूर्ति उदय यू ललित और न्यायमूर्ति धनन्जय वाई चन्द्रचूड़ की पीठ के समक्ष एक अर्जी दायर की जिसमे कहा गया था कि वे सारे दस्तावेज सौंपने के लिये तैयार हैं परंतु पुलिस को यह जानकारी नहीं है कि कौन से दस्तावेज जब्त करने हैं। न्यायालय ने समूह के तीन निदेशकों अनिल कुमार शर्मा, शिव प्रिय और अजय कुमार को कल ही पुलिस हिरासत में लेने का आदेश दिया था। समूह के रवैये पर नाराजगी व्यक्त करते हुये पीठ ने कहा था कि वह न्यायालय के साथ लुका छिपी खेल रही है और फारेंसिक आडिटर को सारे दस्तावेज सौंपने के न्यायिक आदेश का पालन नहीं कर रही है।

नई दिल्ली: सुप्रीम कोर्ट ने खरीदारों को घर देने में विफल आम्रपाली समूह के तीन निदेशकों को मंगलवार को पुलिस हिरासत में भेजते हुए उन्हें समूह की 46 कंपनियों के सभी दस्तावेज फारेंसिक ऑडिटर को सौंपने का निर्देश दिया है। न्यायमूर्ति अरुण मिश्रा और यू.यू. ललित की पीठ ने आम्रपाली समूह द्वारा सभी दस्तावेज फारेंसिक ऑडिटर को नहीं सौंपे जाने पर कड़ी नाराजगी व्यक्त की और कहा कि ये दस्तावेज सौंपे जाने तक वे पुलिस हिरासत में ही रहेंगे। पुलिस हिरासत में भेजे गए निदेशक- अनिल शर्मा, शिवप्रिय और अजय कुमार हैं। पीठ ने कहा कि इन कंपनियों का एक भी दस्तावेज समूह के पास नहीं रहना चाहिए। पुलिस सभी दस्तावेज उनसे ले ले। इनका आचरण अदालत के आदेशों का घोर उल्लंघन है

लुका छिपी नहीं चलेगी

पीठ ने समूह के इस रवैए पर नाराजगी व्यक्त करते हुए कहा, ‘आप न्यायालय के साथ लुका-छिपी का खेल खेल रहे हैं और कोर्ट को गुमराह करने का प्रयास कर रहे हैं।’ शीर्ष अदालत ने आम्रपाली समूह के मकान खरीदारों की याचिकाओं पर यह आदेश दिया। आम्रपाली समूह में मकान बुक कराने वाले ये खरीदार करीब 42,000 फ्लैट का कब्जा चाहते हैं।

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