नई दिल्ली: कच्चे तेल में उछाल से कराह रहे एशियाई देशों के लिए सोमवार को दो अच्छी खबरें आईं। एक ओर अमेरिका ने कहा कि वह ईरान से तेल खरीद को लेकर कुछ देशों को ढील दे सकता है। वहीं सऊदी अरब ने वादा किया कि ईरान से तेल उत्पादन कटौती में किसी भी कमी को वह पूरा करेगा। इन दो घोषणाओं के बाद कच्चे तेल में नरमी आई और यह 83 डॉलर प्रति बैरल के करीब पहुंच गया। जबकि पिछले हफ्ते यह 86 डॉलर प्रति बैरल पर था।
उल्लेखनीय है कि ईरान पर तेल आपूर्ति से जुड़े प्रतिबंध चार नवंबर से लागू होने हैं। अमेरिका भारत समेत सभी देशों और कंपनियों पर ईरान से तेल आयात पूरी तरह बंद करने का दबाव डाल रहा था। हालांकि अमेरिकी सरकार के एक अधिकारी ने कहा कि ईरान से तेल आपूर्ति में कमी करने वाले देशों को थोड़ी ढील दी जा सकती है। भारत पहले ही ईरान से आपूर्ति को 50 फीसदी तक ला चुका है और वह अमेरिका से ढील चाह रहा है।
90 लाख बैरल ईरानी तेल नवंबर में खरीदेगा भारत
अमेरिका से अच्छे संकेतों के बीच भारत ने ईरान से नवंबर में 90 लाख बैरल तेल आपूर्ति का सौदा किया है। दो कंपनियों ने ईरान से खरीद सौदा किया है। उन्होंने कहा कि अमेरिकी प्रतिबंधों से छूट पर वह अभी कुछ नहीं कह सकते, लेकिन भारत की अपनी ऊर्जा जरूरते हैं, जिन्हें वह पूरा करेगा। भारत अपने राष्ट्रीय हितों के हिसाब से काम करेगा।
पेट्रोल-डीजल की कीमत नियंत्रण मुक्त रहेंगी: प्रधान
केंद्रीय पेट्रोलियम मंत्री धमेंद्र प्रधान ने पेट्रोल-डीजल की कीमतों को नियंत्रण मुक्त करने के फैसले से पीछे हटने से साफ इनकार किया है। 'एनर्जी फोरम' को संबोधित करते हुए धमेंद्र प्रधान ने कहा कि अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल की कीमत चार साल के उच्चतम स्तर 85 डॉलर प्रति बैरल पर पहुंच गए हैं। इसके कारण ईंधन के दामों में वृद्धि हो रही है। उत्पाद शुल्क में कटौती और सार्वजनिक क्षेत्र की तेल कंपनियों की सब्सिडी के बावजूद पेट्रोल-डीजल की कीमतों में इजाफा हो रहा है।
प्रधान ने कहा कि उन्होंने सऊदी अरब के पेट्रोलियम मंत्र खालिद अल फलीह से बात की थी और उन्हें जून में जताई गई प्रतिबद्धता की याद दिलाई है। उन्होंने कहा कि जून में सऊदी अरब के पेट्रोलियम मंत्री ने कहा था कि ओपेक ईंधन के दामों में कमी लाने के लिए तेल उत्पादन बढाएगा। प्रधान ने कहा कि शायद ओपेक अपने वादे पर अमल नहीं कर रहा है।
पेट्रोल और डीजल के दाम में सोमवार को लगातार तीसरे दिन वृद्धि जारी रही। महज तीन दिनों में दिल्ली में पेट्रोल 53 पैसे प्रति लीटर महंगा हो गया है और डीजल के दाम में 87 पैसे प्रति लीटर की बढ़ोतरी हुई है। हालांकि आने वाले दिनों में तेल के दाम में थोड़ी नरमी आ सकती है, क्योंकि अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल की कीमतों में गिरावट आई है। कमजोर विदेशी संकेतों से घरेलू वायदा बाजार में कच्चे तेल के दाम में नरमी आई है। देश की राजधानी दिल्ली में सोमवार को पेट्रोल का दाम 82.03 रुपये प्रति लीटर हो गया और डीजल 73.82 रुपये प्रति लीटर बिकने लगा।