रांची: कोलकर्मियों को इस बार 60 हजार 500 रुपये बोनस मिलेगा। शुक्रवार को दिल्ली में कोल इंडिया स्ट्रेंडराइजेशन (मानकीकरण) कमेटी की बैठक में सालाना बोनस (एक्सग्रेशिया) पर सहमति बनी। गत वर्ष के तुलना में इस बार कोलकर्मियों को 3500 रुपये ज्यादा बोनस मिलेगा। गत वर्ष 57 हजार रुपये बोनस मिला था। इस साल बोनस 12 अक्तूबर से पूर्व कर्मियों के खाते में भेज दी जायेगी। कोल इंडिया के करीब 70 हजार कर्मियों को बोनस मिलेगा। सीसीएल के करीब 38,253 तथा बीसीसीएल के करीब 46,317 कर्मियों को इसका लाभ मिलेगा। सीएमपीडीआई के करीब 2438 कर्मी इसके लाभुक होंगे।
एनसीएल सीएमडी ने की अध्यक्षता
बैठक की अध्यक्षता स्ट्रेंडराइजेशन कमेटी के अध्यक्ष व एनसीएल के सीएमडी पीके सिन्हा ने की। बैठक में कोल इंडिया चेयरमैन एके झा, डीपी आरपी श्रीवास्तव, एनसीएल के सीएमडी पीके सिन्हा के अलावा कोल इंडिया की सभी अनुषांगिक कंपनी (सिर्फ सीसीएल को छोड़कर) के निदेशक कार्मिक उपस्थित थे।
वहीं यूनियन से एटक के रमेंद्र कुमार, बीएमएस के डॉ बसंत कुमार राय, वाइएन सिंह, एचएमएस के नाथूलाल पांडेय और सीटू के डी रामानंदन उपस्थित थे।
कम मुनाफे का तर्क नहीं चला
बैठक में प्रबंधन ने पहले 59 हजार रुपये बोनस का ऑफर दिया. प्रबंधन का कहना था कि पिछले साल की तुलना में इस बार कोल इंडिया का मुनाफा कम है। लंच के बाद यूनियन नेताओं और प्रबंधन के बीच हुई दुबारा वार्ता में 60 हजार 500 रुपये बोनस पर सहमति बनी।