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नई दिल्ली: रिजर्व बैंक की मौद्रिक समीक्षा में कोई बड़ा ऐलान न होने के बाद से रुपये में लगातार गिरावट बनी हुई है। सोमवार को एक डॉलर के मुकाबले ये ऐतिहासिक गिरावट के साथ 74 के नीचे बंद हुआ। जानकारों की राय में आने वाले दिनों में ये 77 के स्तर के भी नीचे जा सकता है। जानकारों ने हिंदुस्तान को बताया कि जिस तरह से नवंबर महीने से अमेरिका, ईरान पर प्रतिबंध लगा देगा उसके चलते और अमेरिकी मुद्रा डॉलर के मजबूत होने की वजह से ये गिरावट और गहरा जाएगी। इन वजहों से रुपया के कमजोर होने की संभावनाएं बढ़ती जा रही है।

इंडिया फॉरेक्स के सीईओ अभिषेक गोयनका के मुताबिक सोमवार को रुपये ने अहम स्तर तोड़ा है और ये एक डॉलर के मुकाबले 74.06 पर बंद हुआ है। गोयनका ने कहा कि अंतरराष्ट्रीय संकेतों को देखते हुए आने वाले दिनों में रुपये की गिरावट इस पूरे वित्त वर्ष यानी मार्च 2019 तक जारी रहेगी। इससे पहले गुरुवार को रुपया 74.20 तक लुढ़क गया था, लेकिन शाम को सुधरकर 73.76 पर बंद हुआ था।

उल्लेखनीय है कि वित्त मंत्री अरुण जेटली ने कहा है कि रुपये को मजबूत बनाने के लिए सरकार और कदम उठाएगी। अगर आने वाले दिनों में गिरावट जारी रहती है तो आयात पर कुछ और अंकुश का ऐलान हो सकता है।

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