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नई दिल्ली: कटे फटे नोट को लेकर अक्सर लोग परेशान रहते है कि इसे कैसे बदला जाए। अब इस संबंध में भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) ने इन नोटों को बदलने के लिए नई गाइडलाइन जारी की है। अब नोट की स्थिति के अनुसार इसका पूरा मूल्य या आधा मूल्य मिल सकेगा। ये नोट रिजर्व बैंक के नोट रिफंट नियम 2009 के अनुसार बदले जाएंगे।

बदले जाएंगे ऐसे नोट

रिजर्व बैंक की गाइडलाइन के अनुसार ऐसे नोट जो बुरी तरह गंदे हो गए हो या जिनके दो टुकड़े हो गए हों लेकिन उनमें कोई जरूरी फीचर गायब न हुआ हो तो उनसे सरकारी बकाया हाउस टैक्स, सीवर टैक्स, वाटर टैक्स, बिजली बिल आदि का भुगतान किया जा सकता है। साथ ही बैंक काउंटर पर उन्हें जमा किया जा सकेगा। इसके अलावा ऐसे नोट जिनका एक हिस्सा कट-फट कर गायब हो गया है या जो दो से अधिक टुकड़ों को जोड़कर बनाया गया है, ये नोट किसी भी बैंक शाखा में दिए जा सकते हैं।

नई दिल्ली: वैश्विक रेटिंग एजेंसी फिच ने शुक्रवार को चालू वित्त वर्ष के लिए भारत की आर्थिक वृद्धि दर के पूर्वानुमान को पहले के 7.4 प्रतिशत से बढ़ाकर 7.8 प्रतिशत कर दिया। फिच रेटिंग्स ने अपनी 'ग्लोबल इकोनॉमिक आउटलुक' (वैश्विक आर्थिक परिदृश्य) शीर्षक ताजा रपट में वित्तीय स्थिति के तंग होने, तेल आयात बिल बढ़ने और बैंकों के कमजोर बैलेंस-शीट को भारत की वृद्धि के रास्ते की चुनौतियों में गिना है।

फिच ने कहा है, '2018 की दूसरी तिमाही (चालू वित्त वर्ष की पहली तिमाही) में उम्मीद से बेहतर परिणाम को देखते हुए हमने वित्त वर्ष 2018-19 के लिए पूर्व के 7.4 प्रतिशत के वृद्धि दर के पूर्वानुमान में संशोधन कर उसे 7.8 फीसदी कर दिया। वैसे चालू वित्त वर्ष में भारत की वृद्धि दर 2018 की अप्रैल-जून में चरम पर पहुंच चुकी है।' बता दें, चालू वित्त वर्ष की पहली तिमाही (अप्रैल-जून) में आर्थिक वृद्धि दर 8.2 प्रतिशत थी। फिच ने पहले इस तिमाही के लिए जीडीपी में 7.7 फीसदी की वृद्धि का अनुमान लगाया था।

नई दिल्ली: केंद्र सरकार ने राष्ट्रीय बचत प्रमाणपत्र (एनएससी) और सार्वजनिक भविष्य निधि (पीपीएफ) समेत लघु बचत योजनाओं के लिए ब्याज दर अक्तूबर-दिसंबर तिमाही के लिए 0.4 प्रतिशत तक बढ़ा दी है। लघु बचत योजनाओं के लिए ब्याज दरों को तिमाही के आधार पर संशोधित किया जाता है। वित्तमंत्री ने जारी अधिसूचना में कहा कि वित्त वर्ष 2018-19 की तीसरी तिमाही के लिए विभिन्न लघु बचत योजनाओं की ब्याज दरें संशोधित की जाती हैं।

पांच वर्ष की सावधि जमा, आवर्ती जमा और वरिष्ठ नागरिक बचत योजना की ब्याज दरें बढ़ाकर क्रमश: 7.8 प्रतिशत, 7.3 प्रतिशत और 8.7 प्रतिशत कर दी गयी हैं। हालांकि बचत जमा के लिए ब्याज दर चार प्रतिशत बरकरार है। पीपीएफ और एनएससी पर मौजूदा 7.6 प्रतिशत की जगह अब आठ प्रतिशत की सालाना दर से ब्याज मिलेगा।

नई दिल्ली: ट्रेन के सफर के दौरान चाय और कॉफी पीने का शौक रखने वालों के लिए एक बुरी खबर है। रेलवे ने ट्रेन में मिलने वाली चाय और कॉफी के दाम बढ़ाने का फैसला किया है। रेलवे बोर्ड द्वारा सभी रेल जोनों को जारी सर्कुलर के अनुसार बर्तनों में चाय या कॉफी देने की सुविधा को बंद करने के साथ ही भारतीय रेलवे ने चाय और कॉफी के दामों में वृद्धि करने का निर्णय लिया है। टी बैग के साथ 150 मिली कप चाय और इंस्टैन्ट कॉफी पाउडर वाली 150 मिली कॉफी को 170 मिली डिस्पोजल कप में दी जायेगी जिसकी कीमत 7 रूपये से बढ़ाकर 10 रूपये प्रति कप होगी। हालांकि सामान्य चाय की कीमत 5 रूपये प्रति कप रहेगी। ये सर्कुलर 18 सितंबर को जारी किया गया था।

एक अधिकारी ने बताया कि यह आईआरसीटीसी का प्रस्ताव था जिसे रेलवे बोर्ड ने मंजूरी दे दी। यह न्यूनतम वृद्धि है। बोर्ड ने जोनों को इसके अनुसार लाइसेंस फीस में परिवर्तन करने को कहा है और जरूरत के मुताबिक दामों में परिवर्तन करने को कहा है। आईआरसीटीसी करीब 350 ट्रेनों में खानपान डिब्बे (पेंट्री कार) संचालित करती है।

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