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लखनऊ: प्रदेश की राजधानी के काकोरी में हाजी कालोनी में सर्च के लिए गई एटीएस पर संदिग्ध आईएसआईएस आतंकी सैफुल ने फायरिंग कर दी। यूपी पुलिस के डीजीपी के मुताबिक मध्यप्रदेश के खंडवा में आज सुबह हुए ट्रेन धमाके में इस आतंकी का हाथ बताया जा रहा है। इधर मध्यप्रदेश के आईजी लॉ एंड आर्डर मकरंद देवस्कर ने भी भोपाल-उज्जैन पैसेंजर ट्रेन में हुए धमाके को आतंकी घटना करार दिया है। इस दौरान पुलिस ने आयोध्या में हाई अलर्ट घोषित कर दिया है और हरदोई जिले की सीमा सील कर दी गई है। संदिग्ध आतंकी के मद्देनजर नेपाल सीमा पर अलर्ट जारी किया गया है। बॉर्डर पर कमांडो तैनात किए गए हैं। एटीएस ने पूरे इलाके को घेर लिया है। कार्रवाई जारी है। यूपी एटीएस के आईजी ने बताया कि हमें सूचना मिली थी कि संदिग्ध ठाकुरगंज एरिया में मौजूद है जो कि आतंकी हमले में शामिल है। हम कार्रवाई कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि जब हमने दरवाजा खटखटाया तो संदिग्ध ने कमरे को लॉक कर लिया और इस दौरान हमने बंदूक की आवाज सुनी। उन्होंने कहा कि उसके पास हथियार है लेकिन वह अकेला है। उस कमरे कोई भी बंधक नहीं है और कोई मौजूद नहीं है। एटीएस आईजी के मुताबिक मिर्ची बम का इस्तमाल कर इस आतंकी को जिन्दा पकड़ने को कोशिश की जा रही है। आतंकी सैफुल के बारे में कानपुर में गिरफ्तार हुए एक अन्य आरोपी से पुलिस को जानकारी मिली थी।

लखनऊ: उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनावों के सातवें और अंतिम चरण के लिए सात जिलों की 40 सीटों परआज (बुधवार)मतदान होगा। इसी चरण में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का संसदीय क्षेत्र वाराणसी शामिल है। नक्सल प्रभावित जिलों सोनभद्र, मिर्जापुर और चंदौली के अलावा वाराणसी संसदीय क्षेत्र के तहत आने वाली सीटों पर सबकी निगाहें टिकी रहेंगी। सातों जिलों में कड़े सुरक्षा इंतजाम किये गये हैं। मतगणना 11 मार्च को होगी। नक्सल प्रभावित दुद्धी, राबर्टसगंज और चकिया सीटों पर मतदान सुबह सात बजे से शाम चार बजे तक जबकि अन्य सभी मतदान केन्द्रों पर सुबह सात बजे से शाम पांच बजे तक मतदान होगा। कुल । . 41 करोड मतदाता अपने मताधिकार का इस्तेमाल कर सकेंगे। इनमें 64 . 76 लाख महिलाएं हैं। कुल 14, 458 मतदान बूथ बनाये गये हैं। भाजपा 32 सीटों पर चुनाव लड रही है जबकि चार चार सीटें इसने अपने सहयोगी अपना दल और सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी को दी हैं। बसपा ने सभी सीटों पर प्रत्याशी उतारे हैं। सपा 31 सीटों पर है तो उसकी गठबंधन सहयोगी कांग्रेस शेष नौ सीटों पर चुनाव लड़ रही है। बात 2012 के राज्य विधानसभा चुनाव की करें तो 40 सीटों में से 23 पर सपा ने जीत दर्ज की थी जबकि बसपा को पांच, भाजपा को चार, कांग्रेस को तीन और अन्य को पांच सीटें मिली थीं।

लखनऊ: यूपी विधानसभा चुनाव का सातवां और अंतिम चरण का मतदान बुधवार (आठ मार्च) को होगा। इस चरण का चुनावी प्रचार छह मार्च को शाम पांच बजे थम गया। सातवें फेज के चुनाव में प्रदेश के सात जिलों की 40 सीटों पर वोटिंग होगी। ये जिले वाराणसी, भदोही, चंदौली, गाजीपुर, जौनपुर, मिर्जापुर और सोनभद्र हैं। इस चरण के चुनाव में 132 करोड़पति उम्मीदवार मैदान में हैं। वहीं 115 उम्मीदवार दागी हैं। इस चरण के चुनाव में सबसे ज्यादा दागी उम्मीदवार समाजवादी पार्टी हैं। सपा के 19, बसपा के 17, भाजपा के 13, कांग्रेस के पांच, आरएलडी के चार, सीपीआईएम के दो और सीपीआई के एक उम्मीदवार दागी हैं। इसके अलावा कुल 40 विधानसभा सीटों में 23 सीटें ऐसी हैं, जहां तीन या तीन से अधिक उम्मीदवारों के खिलाफ दर्ज हैं। यूपी विधानसभा चुनाव-2017 के सातवें चरण के चुनाव में कुल 535 उम्मीदवारों की किस्मत दांव पर है। इनमें से 528 उम्मीदवारों ने अपने हलफनामे की जानकारी दी है। रिपोर्ट के अनुसार, 25 फीसद यानि की 132 कैंडिडेट्स करोड़पति हैं। सातवें चरण के चुनाव में उतरने वाले 95 उम्मीदवारों के खिलाफ गंभीर आपराधिक मामले दर्ज हैं।

लखनऊ: मुलायम सिंह यादव की पत्नी साधना यादव ने मंगलवार दोपहर एक न्यूज एजेंसी से बात करते हुए समाजवादी पार्टी के बारे में बात की। उन्होंने कहा कि मेरा बहुत अपमान हो चुका है, अब पीछे नहीं हटूंगी। साधना यादव ने कहा कि मुझे नेताजी ने राजनीति में नहीं आने दिया। बैकग्राउंड में काम करते रहे। लेकिन अब मैं राजनीति में नहीं आना चाहती हूं। उन्होंने कहा कि वह चाहती हैं कि उनका बेटा प्रतीक जरूर राजनीति में जाए। वहीं, कुछ समय पहले समाजवादी पार्टी में हुई कलह पर बोलते हुए साधना ने कहा कि जो भी परिवार में हुआ, मुझे उसपर बुरा लगा है। मैं किसी को दोष नहीं देना चाहती हूं। उन्होंने बताया कि एक जनवरी के बाद मेरे और अखिलेश के बीच पहले के मुकाबले अधिक बातचीत होने लगी है। उन्होंने बातचीत में आगे कहा कि मैं चाहती हूं कि हमारी पार्टी को चुनाव में जीत मिले और अखिलेश एक बार फिर से मुख्यमंत्री बनें। मैं नहीं जानती कि किसने अखिलेश को गुमराह किया है। लेकिन वे अभी भी मेरी और नेताजी की काफी इज्जत करते हैं। एजेंसी से बात करते हुए साधना ने कहा कि जब मुख्य सचिव का ट्रांसफर किया गया तो लोगों ने कहा कि मैं इसके पीछे थी। लेकिन यह सब गलत है। काश मैं इतनी ताकतवर होती कि किसी का ट्रांसफर करा सकती। साधना यादव ने आगे कहा कि चाहे कुछ भी हुआ हो, नेताजी का अपमान नहीं किया जाना चाहिए। नेताजी ही हैं, जिन्होंने पार्टी बनाई और उसे चला रहे हैं।

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