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सहारनपुर: उत्तर प्रदेश के सहारनपुर में भीम आर्मी के पदाधिकारियों ने जिलाधिकारी कार्यालय का घेराव किया और प्रशासनिक अधिकारियों को एक ज्ञापन सौंपकर जिला कारागार में संगठन के संस्थापक चन्द्रशेखर पर जानलेवा हमला होने का आरोप लगाया। उन्होंने प्रशासन से इस मामले की निष्पक्ष जांच और दोषियों पर आवश्यक कार्रवाई की मांग है। भीम आर्मी के जिला इकाई के कमल वालिया की मां ने चेतावनी दी कि ‘यदि इसी तरह दलित संगठन के निर्दोष लोगों पर हमला किया गया तो हम चुप नहीं बैठेंगे।’ पदाधिकारियों ने घटना पर जल्द से जल्द कार्रवाई की मांग की और मांगे नहीं मानने पर आंदोलन करने की धमकी दी। पेशे से वकील चंद्रशेखर को उत्तर प्रदेश एसटीएफ ने आठ जून को हिमाचल प्रदेश के डलहोजी से गिरफ्तार किया था। उस पर सहारनपुर हिंसा में कथित तौर पर भूमिका निभाने का आरोप हैं।

लखनऊ: यूपी में शिक्षामित्र लगातार सुप्रीम कोर्ट के फैसले पर नाराजगी जाहिर करते हुए प्रदर्शन कर रहे हैं। बृहस्पतिवार को शिक्षामित्रों ने लखनऊ में भाजपा मुख्यालय पर प्रदर्शन करते हुए न्याय की मांग की।उनका कहना था कि सुप्रीम कोर्ट के फैसले से उनका जीवन संकट में पड़ गया है। उनके घर-परिवार की मुश्किलें बढ़ गई हैं। ऐसे में उन्हें न्याय दिया जाए या फिर इच्छामृत्यु दे दी जाए। सुप्रीम कोर्ट के फैसले ने शिक्षामित्रों को हताश कर दिया है। प्रदेश भर में प्रदर्शन हो रहे हैं। भाजपा मुख्यालय के सामने प्रदर्शन करते हुए एक महिला शिक्षामित्र अपने आंसू न रोक सकी। बता दें कि सुप्रीम कोर्ट ने हाईकोर्ट द्वारा शिक्षामित्रों के सहायक शिक्षक पद पर समायोजन को निरस्त करने का फैसला जारी रखा है। ऐसे में जो शिक्षामित्र सहायक शिक्षक बन गए थे और उन्हें लगभग 39 हजार रुपये वेतन मिल रहा था अब वो फिर से मानदेय के अनुसार ही सेलरी पाएंगे।

लखनऊ: उत्तर प्रदेश विधान परिषद में आज (गुरूवार) सपा और बसपा सदस्यों ने अलग-अलग मुद्दों को लेकर सदन से बहिर्गमन किया। शून्यकाल के दौरान सपा सदस्यों ने कार्यस्थगन की सूचना के जरिये प्रदेश में शिक्षकों के समायोजन का मामला उठाया। सपा सदस्यों ने कहा कि पिछली सपा सरकार ने 12 हजार 460 बीटीसी शिक्षकों तथा चार हजार उर्दू मुअल्लिम शिक्षकों के समायोजन के लिये भर्ती की प्रक्रिया पूरी हो करायी थी, लेकिन विधानसभा चुनाव आचार संहिता लग जाने के कारण परिणाम घोषित नहीं हो सका था। सपा सदस्यों ने कहा कि बाद में प्रदेश में, भाजपा की सरकार आ जाने पर परिणाम रोक दिया गया। इससे बेजार टीईटी शिक्षकों तथा उर्दू मोअल्लिम शिक्षकों ने अपने समायोजन के लिये अनेक बार धरना-प्रदर्शन किया लेकिन वर्तमान सरकार की दमनकारी और शिक्षा विरोधी नीति के कारण उनकी कोई सुनवाई नहीं हो रही है। इस विषय पर सदन का बाकी काम रोककर चर्चा करायी जाए। नेता सदन उपमुख्यमंत्री दिनेश शर्मा ने कहा कि पूर्ववर्ती सरकार ने शिक्षकों के समायोजन में जानबूझकर त्रुटि की। शायद सपा सरकार की मंशा रही कि इसमें अपनी तरफ से कमी रख दो और बाद में अदालत उस पर रोक लगा देगी।

नई दिल्ली: बिहार में बुधवार शाम से मचे सियासी घमासान पर यूपी के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव का दिलचस्प बयान आया है। उन्होंने एक फिल्मी गाने की लाइन ट्वीट की है। उन्होंने लिखा है, ना ना करते, प्यार तुम्हीं से कर बैठे करना था इंकार मगर इक़रार तुम्हीं से कर बैठे।' गौरतलब है कि बिहार में भ्रष्टाचार के एक मामले में फंसे उपमुख्यमंत्री तेजस्वी प्रसाद यादव को लेकर हुए विवाद के बीच बुधवार (26 जुलाई) को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया. इसके साथ ही महागठबंधन की 20 महीने पुरानी सरकार गिर गई।

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