नई दिल्ली (जनादेश ब्यूरो): दिल्ली में बीजेपी 27 साल के सूखे को खत्म कर फिर से सरकार बनाने जा रही है। आम आदमी पार्टी और केजरीवाल समेत अन्य कई नेताओं की हार पर स्वराज इंडिया पार्टी के सह-संस्थापक और चुनाव विश्लेषक योगेंद्र यादव ने प्रतिक्रिया व्यक्त की है। उन्होंने कहा कि दिल्ली विधानसभा चुनाव में आम आदमी पार्टी (आप) की हार न केवल पार्टी के लिए बल्कि पूरे विपक्ष के लिए झटका है। उन्होंने कहा कि नतीजों से पार्टी के भविष्य पर सवाल उठ रहे हैं, क्योंकि अब यह केवल पंजाब तक ही सीमित रह गयी है।
आप के संस्थापक सदस्यों में से एक योगेंद्र यादव को 2015 में पार्टी से निष्कासित कर दिया गया था। उन्होंने कहा कि यह उन सभी लोगों के लिए भी झटका है, जो देश में वैकल्पिक राजनीति का सपना देखते थे। उन्होंने कहा, ‘‘यह सिर्फ आप के लिए ही नहीं, बल्कि उन सभी के लिए झटका है, जिन्होंने 10-12 साल पहले इस देश में वैकल्पिक राजनीति का सपना देखा था। यह आप का समर्थन करने वाली सभी पार्टियों और देश के समूचे विपक्ष के लिए झटका है।’’
आप के भविष्य पर उठाए सवाल
योगेंद्र यादव ने कहा, ‘‘आप कह सकती है कि वोट शेयर के मामले में वे (बीजेपी से) सिर्फ 4-5 प्रतिशत पीछे हैं, लेकिन अरविंद केजरीवाल और मनीष सिसोदिया का तमाम प्रयासों के बावजूद हारना बहुत बड़ा झटका है, जिससे पार्टी के भविष्य पर सवाल उठता है। सत्ता में आने के बाद आप केवल कल्याणकारी योजनाओं तक सीमित हो गई।’’
यह पूछे जाने पर कि आप से वोटों के खिसकने का क्या कारण हो सकता है, यादव ने कहा कि पहले मोदी के कई समर्थक, जिन्होंने लोकसभा में बीजेपी को वोट दिया था, विधानसभा चुनावों में आप का समर्थन करते थे। यादव ने कहा कि लेकिन इस बार उनमें से कुछ विधानसभा चुनाव में भी बीजेपी के साथ रहे।
योगेंद्र यादव ने बताया- आप को क्यों मिली हार
योगेंद्र यादव ने दिल्ली के उपराज्यपाल और आप सरकार के बीच लगातार झगड़े को भी पार्टी की चुनावी विफलता का कारण बताया। उन्होंने कहा, ‘‘जो टकराव चल रहा था, बुनियादी कामों की उपेक्षा हो रही थी, उपराज्यपाल और सरकार के बीच प्रतिदिन होने वाली लड़ाई शायद मोदी समर्थकों को यह महसूस करा रही थी कि उन्हें इस बार बीजेपी का समर्थन करना चाहिए।’’