ग्रेटर नोएडा: रीयल एस्टेट कंपनी आम्रपाली ग्रुप के दो वरिष्ठ अधिकारियों को मजदूरों के वेलफेयर में खर्च होने वाले पैसे को जमा नहीं करने के आरोप में गिरफ्तार कर लिया गया है। इन दोनों अधिकारियों को कंपनी के नोएडा सेक्टर- 62 ऑफिस से गिरफ्तार किया गया। लेबर वेलफेयर सेस का करीब 4 करोड़ 29 लाख रुपये जमा नहीं कराने पर यह कार्रवाई की गई है। पुलिस दोनों को दादरी तहसील लेकर पहुंची और हवालात में बंद कर दिया गया। जिला प्रशासन की ओर से कंपनी को बार-बार रकम जमा करने का आदेश दिया जा रहा था। जिलाधिकारी बीएन सिंह ने बताया कि आम्रपाली बिल्डर पर श्रमिक कल्याण के लिए लिया जाने वाला 4.29 करोड़ रुपये लेबर सेस बकाया है। नोएडा के उप श्रमायुक्त ने उन्हें यह धनराशि जमा करने का बार-बार आदेश दिया। लेकिन कंपनी ने सुनवाई नहीं की। श्रम विभाग ने राजस्व की वसूली के लिए पत्रावली भेजी थी। उस पर रिकवरी सर्टिफिकेट (आरसी) जारी करके दादरी के एसडीएम को वसूली का आदेश दिया गया। कंपनी के अधिकारियों ने इसके बावजूद रकम जमा नहीं की। सोमवार की शाम एसडीएम ने पुलिस के साथ नोएडा में आम्रपाली के मुख्यालय पर छापा मारा। सीईओ ऋतिक सिन्हा और निदेशक निशांत मुकुल को गिरफ्तार किया गया है।
दोनों को हवालात में रखा गया है। अगर वह पूरी धनराशि जमा करते हैं तो रिहा कर दिया जाएगा।