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वाराणसी: शनि, राहु और गुरु की तिकड़ी एग्जिट पोल के आंकड़ों को बिगाड़ सकती है और इससे केंद्र में नई सरकार बनाने में कुछ परेशानी आ सकती है। वाराणसी के ज्योतिषियों के अनुसार, ग्रहों की यह स्थिति भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) को लोकसभा में सबसे बड़ी पार्टी तो बना सकती है, लेकिन हो सकता है भाजपा बहुमत तक न पहुंच सके। पंडित ऋषि द्विवेदी के अनुसार, ग्रहों की स्थित के कारण लोकतंत्र में अस्थिरता है और यह चुनाव के परिणामों में दिखेगा। उन्होंने कहा, "ग्रहों की इस स्थिति के कारण कोई भी सरकार अपना कार्यकाल पूरा नहीं कर पाएगी।

राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) को 220-240 सीटें मिल सकती हैं, वहीं भाजपा 140-160 सीटों तक रह सकती है। संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन (संप्रग) को 110-140 सीटें मिल सकती हैं।" द्विवेदी ने कहा कि समाजवादी पार्टी (सपा)-बहुजन समाज पार्टी (बसपा) सरकार बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकती हैं, जो अपना आधार भी बढ़ाएंगी। एक अन्य ज्योतिषी पंडित दीपक मालवीय ने भी कहा कि सरकार गठन में काफी परेशानी आ सकती है और नरेंद्र मोदी का व्यक्तिगत भविष्य भी संकेत देता है कि सरकार गठन के लिए उन्हें समझौते करने पड़ सकते हैं।

मालवीय ने कहा, "पश्चिम बंगाल, तमिलनाडु, मेघालय, मिजोरम, आंध्र प्रदेश और केरल की पार्टियां सरकार गठन के लिए महत्वपूर्ण साबित होंगी।" कांग्रेस के बारे में उन्होंने कहा कि पार्टी अपना स्थिति मजबूत करेगी और उसका वोट प्रतिशत भी बढ़ेगा, लेकिन दिल्ली की कुर्सी से दूर रहेगी।

ज्योतिषी गणेश प्रसाद मिश्र भी अन्य दोनों ज्योतिषियों के अनुमान से सहमत हैं, बल्कि वह यह भी कहते हैं कि ग्रहों की स्थित के कारण 16वीं लोकसभा के कई चेहरे 17वीं लोकसभा में नहीं दिखाई देंगे।

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