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लखनऊ: समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने कहा है कि कोरोना का टीका लगाने के नकली अभ्यास में भाजपा सरकार के सरकारी इंतजाम की असली सच्चाई खुल गई है। जिस वैक्सीन को लगाने से पहले खराब होने से बचाने के लिए ठंडे बक्से में जल्दी से जल्दी एक जगह से दूसरी जगह पहुँचाना सबसे बड़ी जरूरत है, उसके लिए जानलेवा लापरवाही भाजपा सरकार के कामकाज पर एक बड़ा प्रश्नचिन्ह है। एक मामला सामने आ गया पर बड़े पैमाने पर होने वाले अभ्यास में कहां क्या हो रहा है, इसकी जानकारी जरूर छुपाई गई होगी।

सवाल यह है कि सरकार ने बड़ी संख्या में ड्राई रन सेंटर तो बना दिए और वहां स्टाफ की तैनाती भी कर दी लेकिन सरकार यह नहीं बता रही है कि इस सबके लिए बजट कहां है? वैक्सीन की कोल्ड चैन की सुरक्षा के लिए सरकारी इंतजाम में गाड़ियों की उपलब्धता की क्या स्थिति है? यह स्पष्ट नही। भाजपा सरकार ने ड्राई रन में वैक्सीन की ट्रेनिंग स्टाफ को दी है पर यह नहीं पता चला है कि उन्हें किसने ट्रेंड किया है। आधी अधूरी तैयारी के साथ बिना विशेषज्ञ ट्रेनिंग दिए जाने का क्या औचित्य है?

बदायूं: बदायूं के उघैती में सामूहिक दुष्कर्म के बाद महिला की हत्या के मामले में फरार मुख्य आरोपी 50 हजार रुपये के इनामी पुजारी को बृहस्पतिवार की रात गांव वालों की मदद से पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया। पुजारी उघैती के ही मेवली गांव में एक महिला के घर में छिपा हुआ था।

रविवार की शाम को उघैती क्षेत्र की 50 वर्षीय महिला की दुष्कर्म के बाद हत्या कर दी गई थी। इस मामले में पुलिस ने दो लोगों को गिरफ्तार कर लिया था। मुख्य आरोपी पुजारी फरार था। उसकी तलाश में जोन की पुलिस लगी हुई थी। बदायूं पुलिस ने पूरे उघैती इलाके की नाकेबंदी कर रखी थी।

बृहस्पतिवार की रात करीब 10 बजे मेवली गांव के लोगों को एक महिला के घर में किसी व्यक्ति के छिपे होने की जानकारी मिली। गांव वालों ने जब घर में जाकर महिला से पूछा तो उसने मना कर दिया। शक होने पर कुछ लोगों ने पुलिस को सूचना दी।

लखनऊ: उत्तर प्रदेश के बदायूं जिले में पूजा करने गई 50 वर्षीय महिला की गैंगरेप के बाद हत्या के मामले में राष्‍ट्रीय महिला आयोग की सदस्‍य चंद्रमुखी देवी ने गुरुवार को पीड़ित परिवार के घर का दौरा किया। उन्होंने परिवार से दुख-दर्द साझा किया और पुलिस अधिकारियों के साथ बैठकर पूरी जानकारी ली। हालांकि, इस दौरान चंद्रमुखी देवी ने विवादित बयान दे दिया। उन्होंने गैंगरेप पीड़िता के शाम के वक्त बाहर जाने पर सवाल खड़े कर दिए। उनका बयान मीडिया में सामने आने के बाद हड़कंप मच गया।

परिवार से मुलाकात करने के बाद महिला आयोग की सदस्य देवी ने मीडिया से बात करते हुए कहा, ''अगर शाम के समय महिला नहीं गई होती या परिवार का सदस्य कोई साथ में होता तो ऐसी घटना नहीं होती। उसे फोन करके बुलाया गया और फिर वह ऐसी स्थिति में वापस आई।'' उन्होंने कहा कि आज के दिन में जितनी जानकारी मिली है, उसे निष्कर्ष पर नहीं पहुंचना चाहती हूं, क्योंकि यह मेरा काम नहीं है। उन्हें कड़ी से कड़ी सजा मिलेगी। मैंने पुलिस अधिकारी से भी एक्शन लेने को कहा है। चंद्रमुखी देवी ने घटना स्थल का भी दौरा किया।

बुलंदशहर: बुलंदशहर में जूतों के सोल पर जातिसूचक शब्द (ठाकुर) लिखे जाने के मामले में पुलिस ने आरोपी दुकानदार के खिलाफ जांच के बाद 153ए धारा (धर्म, भाषा, नस्ल वगैरह के आधार पर लोगों में नफरत फैलाने की कोशिश) हटा दी है।  आरोपी दुकानदार को छोड़ दिया गया है।  

बता दें कि गुलावठी निवासी बजरंग दल के नगर संयोजक विशाल चौहान ने गुलावठी थाने में एक व्यक्ति के खिलाफ 153 ए, 323 व 504 के तहत रिपोर्ट दर्ज कराई थी। विशाल चौहान ने रिपोर्ट में कहा था कि टाउन स्कूल के निकट एक होटल के बराबर में वह जूते खरीदने के लिए रुक गया। जूतों के सोल पर जातिसूचक शब्द लिखा हुआ था। उसने दुकानदार से जातिसूचक शब्द लिखे जूते बेचने का विरोध किया। इस पर दुकानदार ने उसके साथ मारपीट की। उक्त मामला सोशल मीडिया पर छाने व उच्चाधिकारियों तक पहुंचने के बाद पुलिस ने विवेचना के बाद दुकानदार के विरुद्ध 153ए धारा हटा ली है। गुलावठी थाना प्रभारी सचिन मलिक ने बताया कि आरोपी दुकानदार उक्त जूता गाजियाबाद से खरीदना बता रहा है। इसकी जांच की जा रही है। जूता बनाने वाली कंपनी का पता लगाने के लिए पुलिस टीम लगी हुई है।

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