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मंत्री शाह को सुप्रीम कोर्ट की फटकार, जांच के लिए एसआईटी गठित

लखनऊ: उत्तर प्रदेश अधीनस्थ सेवा चयन आयोग (यूपी ट्रिपलएससी) ने ग्राम विकास अधिकारी (वीडीओ) के कुल 3133 पदों पर नियुक्ति के लिए आवेदन आमंत्रित किए हैं। ये भर्तियां आयुक्त, ग्राम्य विकास विभाग में की जाएंगी। आरक्षण का लाभ केवल उत्तर प्रदेश के मूल निवासियों को प्राप्त होगा। अन्य राज्यों के उम्मीदवारों को अनारक्षित श्रेणी का माना जाएगा। ये भर्तियां स्थायी रूप से की जाएंगी। इसके लिए रजिस्ट्रेशन प्रक्रिया शुरू हो चुकी है। इच्छुक और योग्य अभ्यर्थी इन पदों के लिए आवेदन कर सकते हैं। आवेदन ऑनलाइन माध्यम द्वारा स्वीकार किए जाएंगे। आवेदन करने की अंतिम तारीख 6 फरवरी है।

बरेली: उत्तर प्रदेश में बरेली के नवाबगंज क्षेत्र में बलात्कार के बाद नाबालिग की हत्या करने का मामला प्रकाश में आया है। पुलिस सूत्रों ने शनिवार को यहां बताया कि नवाबगंज इलाके में एक महिला अपनी 12 साल की बेटी के साथ चारा लेने खेत में गयी थी। चारा और गन्ने की पत्ती लेकर बालिका को घर भेज दिया था। उसके बाद बालिका घर से खेत की ओर गयी और वापस नहीं आयी। बालिका कक्षा चार में पढ़ती थी। उन्होंने बताया कि तलाश करने पर बालिका का रक्त रंजिश शव नग्न अवस्था में गन्ने के खेत में पड़ा मिला। गला दबाकर हत्या करने के बाद बलात्कारी ने उसके साथ अमानवीय व्यवहार किया। घटना के बाद से क्षेत्र के लोगों में आक्रोश व्याप्त है। ग्रामीणों ने आरोपी को जल्द गिरफ्तार करने और फांसी देने की मांग की है।

ग्रेटर नोएडा: युवाओं को लुभाने की आईएसआईएस की बढ़ती कोशिशों के बीच केंद्रीय गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने शुक्रवार को कहा कि सुरक्षा एजेंसियां इस आतंकवादी संगठन की ओर से होने वाले किसी भी तरह के खतरे से निपटने में सक्षम हैं। सिंह ने यहां एक समारोह से इतर संवाददाताओं से कहा, ‘हम किसी भी खतरे से निपटने की क्षमता रखते हैं। हम इसका सामना करेंगे।’ देश में आईएसआईएस के खतरे के बारे में पूछे जाने पर गृहमंत्री ने यह बयान दिया। पिछले हफ्ते एनआईए और अन्य सुरक्षा एजेंसियों ने 14 युवाओं को गिरफ्तार किया था, जिन्होंने कथित तौर पर महत्वपूर्ण स्थानों पर हमलों को अंजाम देने के लिए खतरनाक संगठन आईएसआईएस की तर्ज पर एक मॉड्यूल बनाया था। कर्नाटक, तेलंगाना, आंध्र प्रदेश, महाराष्ट्र और उत्तर प्रदेश में एक साथ छापे मारे गये थे और संदिग्धों को गिरफ्तार किया गया।

लखनऊ: उत्तर प्रदेश विधानमण्डल के बजट सत्र की शुक्रवार को हंगामेदार शुरुआत हुई। समवेत सदन में विपक्षी सदस्यों के शोरगुल और नारेबाजी की वजह से राज्यपाल अपना अभिभाषण पूरा नहीं कर सके। राज्यपाल नाईक संयुक्त सदन में जैसे ही अपना अभिभाषण करने के लिये खड़े हुए, बसपा सदस्य ‘राज्यपाल वापस जाओ’ के नारे लगाते हुए सदन के बीचोंबीच आ गये। बसपा, कांग्रेस और रालोद के सदस्य हाथों में सरकार विरोधी नारे लिखे बैनर लहराते देखे गये। कांग्रेस के सदस्य राहुल गांधी की तस्वीर छपी टोपी लगाये थे। सत्र की इस हंगामाखेज शुरुआत के दौरान सत्तारूढ़ सपा के साथ-साथ भाजपा के सदस्य भी अपने-अपने स्थान पर बैठे रहे। राज्यपाल ने लगभग 20 मिनट तक अपना अभिभाषण पढ़ा, लेकिन 109 पृष्ठ के अभिभाषण को वह पूरा नहीं कर सके।

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