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लखनऊ: प्रदेश पुलिस की आर्थिक अपराध शाखा (ईओडब्ल्यू) ने पीएफ घोटाले में मजबूत पैरवी के लिए पावर कॉरपोरेशन (यूपीपीसीएल) के तीन अफसरों को सरकारी गवाह बनाया है। इनमें से एक अफसर से भी इस मामले में पूछताछ की जानी है। ईओडब्ल्यू का कहना है कि इन अफसरों को जब्त की कई फाइलों के दस्तावेजों के बारे में पूरी जानकारी है। साथ ही कब किसने ब्रोकर फर्मों को निवेश के लिए कैसे-कैसे आदेश किये, इस बारे में भी सबकुछ पता है।

ईओडब्ल्यू इस घोटाले में पूर्व एमडी एपी मिश्र, निदेशक (वित्त) सुधांशु द्विवेदी, सचिव प्रवीण कुमार गुप्ता, प्रवीण का बेटा अभिनव गुप्ता और ब्रोकर दोस्त आशीष चौधरी को गिरफ्तार किया जा चुका है। इसके अलावा तीन और लोगों की जल्द ही गिरफ्तारी करने का दावा किया जा रहा है। एक अधिकारी ने बताया कि गिरफ्तार आरोपी जमानत के लिए कोर्ट में अर्जी डाल चुके हैं। अभी ये लोग 29 नवम्बर तक न्यायिक हिरासत में जेल हैं। इनकी जमानत का विरोध करने के लिए दस्तावेज मजबूत किये जा रहे हैं। इसी कड़ी में यूपीपीसीएल के तीन अफसरों को सरकारी गवाह बनाया गया है।

ईओडब्ल्यू के मुताबिक सरकारी गवाह बनने के लिए तैयार हुए इन अफसरों के बयान लिये जा चुके हैं। ये सब उन फाइलों को अफसरों के बीच ले जाते थे जिनके जरिये ही पीएनबी हाउसिंग, एलआईसी हाउसिंग, डीएचएफएल में करोड़ों रुपये का निवेश किया गया। इन लोगों को डीएचएफएल समय-समय पर गोपनीय जानकारी दिया करता था।

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