अयोध्या: आल इण्डिया मुस्लिम पर्सनल बोर्ड के सदस्य व शिया धर्मगुरु मौलाना सैय्यद कल्बे जवाद नकवी ने कहा है कि अयोध्या विवाद का सुप्रीम कोर्ट से फैसला जो भी हो। वह चाहे हिन्दू के पक्ष में हो या मुस्लिम पक्ष में, सभी को फैसले का पूरी खामोशी व संयम के साथ स्वीकार करना होगा। उन्होंने कहा कि फैसला आने के बाद न तो खुशी मनाने की जरूरत है और न ही गम का इजहार करना चाहिये। मौलाना कल्बे जवाद मंगलवार को इमामबाड़ा जवाहर अली खां में 72 ताबूत जुलूस की मजलिस को खिताब करने आये हुए थे।
एक दैनिक अखबार से बातचीत में उन्होंने कहा कि फैसले को लेकर कोई अफवाह नहीं फैलानी चाहिये, क्योंकि अफवाहों से फैसले पर तो कोई फर्क पड़ने वाला नहीं है। जो फैसला होगा वह अदालत को देना है। जम्मू कश्मीर में धारा 370 हटने के बाद उपजी स्थिति के बारे में मौलाना ने कहा कि वहां जो हालात और बेचैनी है उसके लिए वहां के अलगावादी संगठन जिम्मेदार हैं। सरकार की ओर से वहां अवाम के हक में काफी काम किया गया है।
अगर अलगाववादी संगठन दखल न दें तो वह समझते हैं कि वहां के हालात 95 फीसदी अब अच्छे हो गये हैं।