सीतापुर: प्रदेश सरकार के कैबिनेट मंत्री ओमप्रकाश राजभर ने कहा है कि पहले ऊंच-नीच का भेदभाव पैदा कर इंसानों को बांटा गया। अब भगवान की भी जाति तय की जाने लगी है। अगर भगवान हनुमान दलित हैं तो शंकर, विष्णु व अन्य देवताओं की जाति भी बताई जाए। श्री राजभर शनिवार को सीतापुर के पीडब्ल्यूडी गेस्ट हाउस में संवाददाताओं से बात कर रहे थे।
उन्होंने कहा कि बजरंग दल, शिवसेना व विश्वहिंदू परिषद संगठन संविधान विरोधी हैं। यह संगठन सुप्रीम कोर्ट को नहीं मानते। यही वजह है कि सुप्रीम कोर्ट में मंदिर प्रकरण चल रहा है और बजरंग दल, शिवसेना व विश्व हिंदू परिषद मंदिर बनाने की बात कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि भगवान राम चुनाव के समय ही याद आते हैं। वर्ष 2014 का चुनाव होने के बाद राम भुला दिए गए थे। अब फिर याद आने लगे हैं।
अर्कवंशी, राजभर, प्रजापति आदि कहां जाएं
मंत्री ओमप्रकाश राजभर ने कहा कि हनुमान दलित, कृष्ण यादव और रामचंद्र क्षत्रिय हो गए। ऐसे में अर्कवंशी, राजभर, प्रजापति आदि कहां जाएं। उन्होंने कहा कि जाति व धर्म के नाम लड़ाने का काम किया जा रहा है। असल मुद्दों पर ध्यान नहीं दिया जा रहा है। भाजपा सांसदों और विधायकों को जनसमस्याओं के लिए धरना तक देना पड़ रहा है।
शिवपाल के बंगला व सुरक्षा पर भी उठाए सवाल
प्रदेश सरकार के कैबिनेट मंत्री ओमप्रकाश राजभर ने शिवपाल यादव को बंगला और सुरक्षा देने पर भी सवाल उठाए हैं। उन्होंने कहा कि विधानसभा चुनाव के बाद पूर्व मंत्री शिवपाल यादव का बंगला और सुरक्षा छीन ली गई थी। सरकार को शिवपाल की सुरक्षा की कोई चिंता नहीं रह गई थी। भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह से मुलाकात के बाद अचानक सरकार को शिवपाल की सुरक्षा की चिंता सताने लगी। सरकारी बंगला एलाट कर उन्हें जेड प्लास सुरक्षा भी दे दी गई।