लखनऊ: समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने कहा है कि किसान केन्द्र और यूपी की भाजपा सरकार के लूटतंत्र के जाल में गये हैं। अखिलेश यादव ने शुक्रवार को पार्टी कार्यालय में आए किसानों के प्रतिनिधिमंडल से बातचीत में यह बात कही। उन्होंने कहा कि फसल बिकने के इंतजार में खड़े किसानों के अंदर आक्रोश उफना रहा हैं।
उन्होंने कहा, फसल बीमा योजना के नाम पर भाजपा ने किसानों के साथ धोखा किया है। फसल बीमा योजना में सन् 2016 से 2018 दो वर्ष के दौरान बीमा की दो कम्पनियों को 15795 करोड़ रूपए की आमदनी हुई। किसान को लोन तभी मिलता है जब बीमा की प्रीमियम राशि को बैंक काट लेता है। किसान को मुआवजा मिलता नहीं और अगर मिल भी गया तो उसमें पहला शेयर बैंक का होता है क्योंकि बैंक ने पहले लोन दिया।
उन्होंने कहा, सरकार ने गन्ना का न्यूनतम समर्थन मूल्य भी नहीं बढ़ाया है। मिलें किसानों का गन्ना नहीं खरीद रही है। किसान को लागत मूल्य तो मिल नहीं रहा है जबकि बिजली दर, खाद, बीज, कीट नाशक, डीजल के दाम बढ़ गए हैं। लागत का डेढ़ गुना देने का भाजपा के वादे का दूर-दूर तक पता नहीं। किसानों की आमदनी दुगुना करने के नाम पर भाजपा ने अन्नदाता को धोखा दिया।
अखिलेश यादव ने कहा कि स्वामीनाथन कमेटी की रिपोर्ट से सरकार ने मुंह फेर लिया है। भाजपा अपने चुनावी घोषणा पत्र में स्वामीनाथन कमेटी की सिफारिशों को बारह महीने में लागू करने की बात से पलट गयी है। भाजपा सरकार की बहुराष्ट्रीय कम्पनियों को लाभ पहुंचाने वाली उसकी नीतियों से किसान तबाह है।