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बेंगलुरु: केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार पर तीखा हमला बोलते हुए कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने शुक्रवार को आरोप लगाया कि प्रधानमंत्री, नौकरशाही और राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) की ओर से लोकतांत्रिक संस्थाओं पर ‘‘व्यवस्थित तरीके से कब्जा’’ करके संविधान के जरिए वह भारतीय संविधान को ‘‘तहस-नहस’’ कर रही है। उन्होंने कहा कि मोदी और आरएसएस चाहते हैं कि भारत अपनी आवाज ‘सरेंडर’ कर दे। मोदी और आरएसएस को आड़े हाथ लेते हुए राहुल ने कहा, ‘‘हिटलर नाम का एक शख्स था और उसने एक बार लिखा, हकीकत पर बहुत मजबूत पकड़ रखो ताकि आप किसी भी वक्त इसका गला घोंट सको। आज हमारे चारों ओर यही हो रहा है। हकीकत का गला घोंटा जा रहा है।’’ राहुल ने कहा कि मोदी और आरएसएस चाहते हैं कि भारत अपनी आवाज ‘सरेंडर’ कर दे। कर्नाटक सरकार की ओर से यहां आयोजित तीन दिवसीय बीआर आंबेडकर अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन के उद्घाटन अवसर पर अपने संबोधन में राहुल ने कहा, ‘‘उनका मकसद भारतीय संविधान को तहस-नहस करना है, जो हमें श्री आंबेडकर की ओर से दिया गया था। वही मकसद है, श्री आंबेडकर की ओर से हमें दिए गए संविधान को तहस-नहस करना।’’

नई दिल्ली: कर्नाटक राज्य के लिए अलग झंडे की मांग के प्रस्ताव को केंद्रीय गृहमंत्रालय ने खारिज कर दिया है। गौरतलब है कि कर्नाटक की कांग्रेस सरकार ने राज्य को अलग झंडा कैसे मिलेगा यह तय करने के लिए एक समिति गठित की थी। फिलहाल सिर्फ जम्मू-कश्मीर के पास ही यह विशेष संवैधानिक अधिकार है। अगले साल राज्य में चुनाव हैं और इसी के चलते कांग्रेस सरकार इस तरह के कदम उठा रही है। सरकार समय रहते कन्नड़ संस्कृति की रक्षा के मुद्दे को भुनाना चाहती है। अभी कुछ समय पहले ही कन्नड़ भाषा के समर्थकों द्वारा मेट्रो स्टेशनों पर हिंदी में निर्देश लिखे जाने पर काफी विरोध किया था। उनका कहना था कि ऐसा करके भाजपा शासित केंद्र राज्य पर हिंदी को थोपना चाहता है। आज कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्धारमैया ने कहा कि क्या संविधान में ऐसा कोई प्रावधान है जो एक राज्य को अपना झंडा रखने से रोकता हो? इसके बाद उन्होंने कहा कि इस बात का चुनाव से कोई लेना-देना नहीं है। अगर भाजपा इसका विरोध कर रही है तो क्या वो यह खुलकर कह सकती है कि वो एक राज्य के ध्वज का विरोध करती है?

बेंगलुरू: कर्नाटक सरकार ने अन्नाद्रमुक :अम्मा: नेता वी के शशिकला को जेल में ‘‘विशेष’’ सुविधाएं दिए जाने और यहां के केंद्रीय कारागार में दूसरे ‘‘गलत’’ कामों के आरोपों को लेकर सार्वजनिक बहस में शामिल जेल के दो शीर्ष अधिकारियों का आज (सोमवार) तबादला कर दिया। पुलिस महानिदेशक :कारागार: एच एन सत्यनारायण राव और उन पर रिश्वत के आरोप लगाने वाली उपमहानिरीक्षक :कारागार: डी रूपा का तत्काल प्रभाव से तबादला कर दिया गया। राज्य सरकार ने एक अधिसूचना में आज कहा कि भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो के अतिरिक्त एन एस मेघारिख का तत्काल प्रभाव से तबादला कर उन्हें राव की जगह अतिरिक्त डीजीपी :कारागार: के पद पर तैनात किया गया है। इसमें यह भी कहा गया कि रूपा को पुलिस उपमहानिरीक्षक और यातायात एवं सड़क सुरक्षा आयुक्त के पद पर तैनात किया गया है। हालांकि अधिसूचना में यह स्पष्ट नहीं किया गया है कि राव का तबादला किस पद पर किया गया है और रूपा की जगह किसे तैनात किया गया है। राव को 12 जुलाई को सौंपे गए एक रिपोर्ट में रूपा ने कहा था कि ऐसी ‘‘बातें’’ हो रही हैं कि शशिकला को विशेष सुविधाएं देने के बदले दो करोड़ रुपये दिए गए और उनके (राव) खिलाफ भी आरोप हैं।

बेंगलुरु: कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्धारमैया ने शनिवार को संकेत दिया कि 2018 के विधानसभा चुनाव 'संभवत:' उनका आखिरी चुनाव हो। उन्होंने इस बात का भी संकेत दिया कि वह मैसुरू की चामुंडेश्वरी विधानसभा सीट को 2018 में अपने चुनावी क्षेत्र के रूप में चुन सकते हैं। इसी जगह ने उन्हें सियासी पुनर्जीवन दिया। सिद्धारमैया ने बेंगलुरु में संवाददाताओं से कहा, 'चामुंडेश्वरी के लोगों ने मुझे पांच बार जिताया।इसलिए लोग मुझे यहां से चुनाव लड़ने के लिए कह रहे हैं।' उन्होंने कहा, 'अगला चुनाव बहुत संभव है कि मेरा आखिरी चुनाव हो। इसलिए एक राय है कि मुझे यहां से लड़ना चाहिए, जहां मुझे सियासी पुनर्जन्म मिला। मुझे अभी इसके बारे में फैसला करना है।' इससे पहले 2013 विधानसभा चुनावों के दौरान भी सिद्धारमैया ने कहा था कि यह उनका आखिरी चुनाव होगा।

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