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बेंगलुरु: कर्नाटक में चल रही सियासी खींचतान और कुमारस्वामी सरकार के शक्ति परीक्षण के बीच पूर्व मुख्यमंत्री व कांग्रेस नेता सिद्धारमैया ने कर्नाटक भाजपा पर करारा हमला बोला है। उन्होंने कहा, '25 करोड़ रुपए, 30 करोड़ रुपए और 50 करोड़ रुपए कहां से आ रहे हैं? वे (बागी विधायक) अयोग्य करार दिए जाएंगे। उनकी राजनीतिक समाधि बन जाएगी।' '2013 की हार के बाद कौन गड़बड़ी कर रहा है। जिन लोगों ने अभी त्यागपत्र दिया है उनके साथ भी आगे यही होने वाला है।'

उन्होंने कहा कि होलसेल व्यापार एक समस्या है। यदि एक या दो सदस्य की खरीद फरोख्त होती तो समस्या नहीं होती। जो विधायक छोड़कर जा चुके हैं वे इस होलसेल के व्यापार में शामिल हैं। इसी बीच कांग्रेस सदस्यों ने बेंगलुरु शहर के रेसकोर्स अपार्टमेंट के बाहर जोरदार प्रदर्शन किया। कार्यकर्ताओं का आरोप था कि आरोपी विधायक यहां आए हुए हैं। वीडियो में देखा जा सकता है कि पुलिस और कार्यकर्ताओं के बीच किस तरह से धक्कामुक्की होती रही।

नई दिल्ली: कर्नाटक विधानसभा में विश्वासमत पर जल्द से जल्द वोटिंग की मांग वाली दो निर्दलीय विधायकों की याचिका पर सुप्रीम कोर्ट कल सुनवाई करेगा। इस मामले की सुनवाई कर रही पीठ से निर्दलीय विधायकों की ओर से वरिष्ठ अधिवक्ता मुकुल रोहतगी ने कहा कि कर्नाटक विधानसभा अध्यक्ष विश्वास मत पर देरी कर रहे हैं। इस पर निर्दलीय विधायकों की याचिका पर सुनवाई स्थगित करते हुए अदालत ने कहा कि कर्नाटक विधानसभा अध्यक्ष की ओर से न्यायालय को सूचित किया गया कि विश्वासमत की प्रक्रिया आज शाम तक पूरी हो जाएगी।

पीठ ने कहा कि इस मामले न्यायालय मुख्यमंत्री कुमारस्वामी द्वारा पेश विश्वास प्रस्ताव पर तत्काल मतदान के लिये इन विधायकों की याचिका पर अब बुधवार को सुनवाई करेगा। उधर, कर्नाटक के 13 बागी विधायकों को स्पीकर केआर रमेश कुमार ने पत्र लिखकर 11 बजे तक मिलने के लिए बुलाया था। जिसके बाद विधायकों ने स्पीकर को पत्र लिखकर बंगलूरू विधान सौधा में उनके सामने पेश होने के लिए ज्यादा समय की मांग की है। उनका कहना है कि उन्हें चार हफ्ते का समय दिया जाए।

बेंगलुरु: दिनभर चले घटनाक्रम के बाद देर रात कर्नाटक विधानसभा में बहुमत परीक्षण के लिए चल रही कार्यवाही मंगलवार सुबह 10 बजे तक के लिए स्थगित कर दी गई है। विधानसभा स्पीकर ने जानकारी दी कि आज शाम छह बजे सदन में कुमारस्वामी सरकार बहुमत साबित करेगी। उधर, सिद्धारमैया ने कहा कि हम आज शाम चार बजे तक अपने कुछ सदस्यों से चर्चा करने के बाद शाम छह बजे तक सदन में बहुमत साबित करेंगे।

इससे पहले कुमारस्वामी ने सदन में कहा- मुझे सूचना मिली है कि मैंने राज्यपाल को इस्तीफा दे दिया है। मुझे नहीं पता कि कौन सीएम बनने की कतार में है। किसी ने मेरे फर्जी दस्तखत किए है और सोशल मीडिया में इसकी खबर उड़ा दी गई है। इस तरह की सस्ती लोकप्रियता से मैं हैरान हूं। सीएम कुमारस्वामी के टेबल पर एक पत्र दिखा जिसे उनका इस्तीफा बताया जा रहा है। हालांकि सीएमओ ने कहा कि ये फर्जी है।

सदन में कांग्रेस विधायक एच के पाटिल ने कहा कि मंगलवार को सुप्रीम कोर्ट का फैसला आने के बाद ही बहुमत परीक्षण पर फैसला लिया जाना चाहिए। इस पर स्पीकर ने कहा- मुझे मजबूर मत कीजिए कि मैं आपको बताए बिना ही कोई फैसला ले लूं। इसके नतीजे बहुत ही खराब होंगे। 

बेंगलुरु: कर्नाटक के मुख्यमंत्री एच डी कुमारस्वामी द्वारा पेश विश्वास प्रस्ताव पर विधानसभा में तीसरे दिन सोमवार को भी चर्चा जारी है। उधर कांग्रेस का कहना है कि बागी विधायकों के इस्तीफे पर अध्यक्ष का फैसला आने तक विश्वास प्रस्ताव पर मतविभाजन न कराया जाए। विधानसभा की कार्यवाही शुरु होने के समय से ही अध्यक्ष के. आर. रमेश ने सरकार को बार बार शक्ति परीक्षण की प्रक्रिया सोमवार को पूरी करने के अपने वादे का सम्मान करने की याद दिलायी। एक घंटे की देरी से सदन की कार्यवाही शुरू होने पर अध्यक्ष ने कहा, ‘‘सबकी नजर हम पर है। मुझे बलि का बकरा ना बनाएं। अपने लक्ष्य (शक्ति परीक्षण की प्रक्रिया पूरी करने) तक पहुंचें।’’

विधानसभा में कांग्रेस और जेडीएस के विधायक संविधान बचाओ का नारा लगा रहे थे, इस पर स्पीकर ने कहा कि मैं रात 12 बजे तक बैठने के लिए तैयार हूं। आप ऐसा क्यों कर रहे हैं, यह सही नहीं है। कुमारस्वामी ने पिछले सप्ताह बृहस्पतिवार को विधानसभा में विश्वास प्रस्ताव रखा था। सत्तारूढ़ कांग्रेस-जद(एस) गठबंधन के 16 विधायकों के इस्तीफे और दो निर्दलीय विधायकों के समर्थन वापस लेने के कारण सरकार का भविष्य अधर में है।

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