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नई दिल्ली: राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (एनडीआरएफ) के महानिदेशक अतुल करवाल ने शुक्रवार (16 जून) को कहा कि गुजरात में चक्रवाती तूफान बिपरजॉय के आने के बाद किसी की जान नहीं गई है। हालांकि 23 लोग विभिन्न घटनाओं में घायल हुए हैं और राज्य के कम से कम एक हजार गांवों में बिजली आपूर्ति बाधित हुई है।

चक्रवाती तूफान "बिपरजॉय" के कारण तेज हवाएं चलने और भारी बारिश होने से कच्छ और सौराष्ट्र के इलाकों में भारी तबाही हुई है। एक अधिकारी ने बताया कि चक्रवाती तूफान के जखौ बंदरगाह के निकट पहुंचने की प्रक्रिया गुरुवार शाम करीब साढ़े छह बजे शुरू हुई और देर रात तक चली। इस दौरान कच्छ जिले में भारी बारिश हुई।

करवाल ने दिल्ली में संवाददाताओं से कहा कि दुर्भाग्य से तूफान के गुजरात पहुंचने के पहले दो लोगों की मौत हो गई, लेकिन तूफान के पहुंचने के बाद कोई जनहानि नहीं हुई है। उन्होंने कहा कि गुजरात प्रशासन तथा अन्य एजेंसियों ने जानमाल का कम से कम नुकसान सुनिश्चित करने के लिए मिल कर काम किया था। यह उसी का यह नतीजा है।

तापी: बिहार के भागलपुर में गंगा नदी पर निर्माणाधीन पुल गिरने की घटना के कुछ दिन बाद ही गुजरात के तापी जिले में मिंधोला नदी पर एक नवनिर्मित पुल बुधवार 14 जून की सुबह ढह गया। इस पुल का अभी उद्घाटन भी नहीं हुआ था। प्राप्त जानकारी के मुताबिक, यह हादसा सुबह करीब 6.30 बजे हुआ, जब वालोद तालुका के मायपुर गांव को व्यारा तालुका के देहगामा गांव से जोडऩे वाले नवनिर्मित पुल का मध्य भाग मिंडोला नदी में गिर गया। इस पुल के टूटने से करीब 15 गांव प्रभावित हुए हैं।

अधिकारियों ने बताया कि इस पुल का निर्माण पूरा हो चुका था और बस इसके उद्घाटन का इंतजार था। इस पुल का निर्माण कार्य 2021 में शुरू हुआ था, जिस पर 2 करोड़ रुपये की लागत आई थी। विशेषज्ञों से जांच कराकर पुल के गिरने के कारणों का पता लगाया जाएगा। वहीं अंग्रेजी अखबार इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट में मुताबिक, तापी के जिला कलेक्टर विपिन गर्ग ने कहा, पुल वर्तमान में काम नहीं कर रहा था। हमने घटना की जांच के आदेश दिए हैं और इस्तेमाल की गई सामग्री की गुणवत्ता की भी पूरी तरह से जांच की जाएगी।

नई दिल्‍ली: गंभीर चक्रवाती तूफान "बिपरजॉय" के गुजरात में 15 जून को पहुंचने की आशंका के बीच राज्य में एक विस्तृत निकासी योजना बनाई गई है और प्रशासन ने 8000 लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया है। निकासी अभियान आज भी जारी रहेगा। चक्रवात बिपरजॉय एक "बेहद गंभीर चक्रवाती तूफान" में बदल गया है और इसके गुरुवार कच्छ और पाकिस्तान के कराची के बीच पहुंचने की संभावना है।

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने सोमवार को कहा कि बचाव दल चक्रवात "बिपारजॉय" के मार्ग में संवेदनशील स्थानों में रहने वाले लोगों की सुरक्षित निकासी सुनिश्चित कर रहे हैं। प्रधानमंत्री ने चक्रवात से उत्पन्न स्थिति से निपटने के लिए केंद्र और गुजरात सरकार की तैयारियों की समीक्षा के लिए नई दिल्ली में एक उच्च स्तरीय बैठक की अध्यक्षता की। इस चक्रवात का पाकिस्तान पर भी असर पड़ने की आशंका है।पीएमओ द्वारा जारी बयान में कहा गया है कि मोदी ने वरिष्ठ अधिकारियों को यह सुनिश्चित करने के लिए हरसंभव उपाय करने का निर्देश दिया। संवेदनशील स्थानों में रहने वाले लोगों को राज्य सरकार द्वारा सुरक्षित निकाला जाए।

अहमदाबाद: गुजरात के मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल ने रविवार को संभावित "बिपरजॉय" चक्रवात के खिलाफ राज्य के तटीय जिलों की तैयारियों की समीक्षा के लिए राज्य आपातकालीन संचालन केंद्र का दौरा किया। चक्रवाती तूफान बिपरजॉय गुरुवार को गुजरात के साथ-साथ पाकिस्तान में दस्तक देने वाला है।

सीएम भूपेंद्र पटेल ने की तैयारियों की समीक्षा

गुजरात के मुख्यमंत्री ने संभावित खतरे के मद्देनजर प्रभावित क्षेत्र के सभी अधिकारियों के साथ एक वीडियो कॉन्फ्रेंस भी की। बैठक में मुख्य सचिव राजकुमार, डीजीपी विकास सहाय, राहत आयुक्त आलोक पाण्डेय सहित राजस्व विभाग, ऊर्जा विभाग व सड़क निर्माण विभाग के प्रमुख शामिल हुए। इस बीच, भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने गुजरात में कच्छ तट के लिए चक्रवात के मद्देनजर येलो अलर्ट जारी किया है।

सभी विभागाध्यक्षों से प्रारंभिक चर्चा के बाद वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से संभावित प्रभावित जिलों के कलेक्टर एवं संबंधित अधिकारी भी शामिल हुए।

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