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श्रीनगर: गुजरात के मुख्यमंत्री कार्यालय के एक वरिष्ठ अधिकारी हितेश पंड्या ने अपने बेटे के "प्रधानमंत्री कार्यालय" की एक नकली 'आधिकारिक' टीम का हिस्सा होने के बड़े विवाद के बाद इस्तीफा दे दिया है। हितेश पांड्या के बेटे अमित पांड्या पर आरोप है कि उसने ठग किरण भाई पटेल साथ मिलकर जम्मू-कश्मीर प्रशासन और सुरक्षा तंत्र को बरगलाकर जेड-प्लस सुरक्षा, पांच सितारा होटल में आधिकारिक आवास के साथ और भी बहुत से लाभ लिए।

गुजरात भाजपा में सोशल मीडिया का प्रभारी था

आपको बता दें कि हितेश पंड्या 2001 से गुजरात के मुख्यमंत्री के जनसंपर्क अधिकारी (पीआरओ) के रूप में कार्यरत थे। उन्होंने कल देर शाम मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल को अपना इस्तीफा सौंप दिया। अपने त्याग पत्र में, हितेश पंड्या ने कथित तौर पर कहा है कि वह नहीं चाहते कि प्रधानमंत्री कार्यालय और गुजरात के मुख्यमंत्री कार्यालय की छवि धूमिल हो, भले ही उनका बेटा "निर्दोष" है। हितेश पांड्या ने इस्तीफे पत्र में कहा, "मेरा बेटा निर्दोष है। हालांकि, मैं नहीं चाहता कि सीएमओ और पीएमओ की छवि खराब हो और इसलिए मैं पद से इस्तीफा दे रहा हूं।"

मोरबी (गुजरात): गुजरात की एक अदालत ने जेल में बंद ओरेवा समूह के प्रबंध निदेशक जयसुख पटेल की अंतरिम जमानत की याचिका मंगलवार को खारिज कर दी। याचिका में पटेल ने गुजरात के मोरबी कस्‍बे में मच्छु नदी पर बने पुल से जुड़े हादसे में मृतकों के परिवारों और घायल 56 लोगों को मुआवजा देने के लिए आवश्यक औपचारिकताओं को पूरा करने के वास्ते जमानत पर रिहा करने का आग्रह किया था। प्रधान जिला एवं सत्र न्यायाधीश पीसी जोशी की कोर्ट ने पटेल की अंतरिम जमानत याचिका खारिज कर दी। याचिका का राज्य सरकार और पीड़ितों के परिवार के सदस्यों ने विरोध किया था।

हादसे में 135 लोगों की मौत हुई थी

गौरतलब है कि ओरेवा ग्रुप, मच्‍छु नदी पर ब्रिटिश काल के उस पुल के संचालन और रखरखाव के लिए जिम्मेदार था, जो पिछले साल 30 अक्टूबर को ढह गया था। इस हादसे में 135 लोगों की मौत हो गई थी जबकि 56 अन्य घायल हो गए थे।

अहमदाबाद: गुजरात सीआईडी ने रविवार को पूर्व आईएएस अधिकारी प्रदीप शर्मा को गिरफ्तार किया है। शर्मा पर आरोप है कि उन्होंने कच्छ जिले के कलेक्टर के रूप में अपने कार्यकाल (2004-05) के दौरान कम कीमत पर अवैध रूप से भूमि आवंटित किया, जिससे सरकारी खजाने को नुकसान हुआ।

तत्कालीन गुजरात सरकार पर लगा चुके प्रताड़ित करने का आरोप

पुलिस उपाधीक्षक (सीआईडी अपराध) वीके नाई ने बताया कि कच्छ जिले के भुज में सीआईडी (अपराध) सीमा क्षेत्र पुलिस थाने में 1984 बैच के भारतीय प्रशासनिक सेवा (आईएएस) के अधिकारी शर्मा और दो अन्य के खिलाफ शनिवार को प्राथमिकी दर्ज की गई है। उन्होंने बताया कि शर्मा को रविवार की सुबह गांधीनगर से हिरासत में लिया गया और रविवार की सुबह गिरफ्तार किया गया। शर्मा ने अतीत में दावा किया था कि गुजरात में तत्कालीन नरेंद्र मोदी सरकार ने उन्हें प्रताड़ित किया।

मोरबी (गुजरात): गुजरात के मोरबी पुल हादसा मामले में ओरेवा ग्रुप के प्रबंध निदेशक जयसुख पटेल ने मंगलवार को अदालत के समक्ष समर्पण कर दिया। हादसे में 135 लोगों को जान गंवानी पड़ी थी। गौरतलब है कि पुलिस द्वारा 27 जनवरी को दाखिल आरोप पत्र में पटेल को एक आरोपी के रूप में नामजद किया गया था। उन्होंने मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट की अदालत के सामने आत्मसमर्पण कर दिया, जिसने उनके खिलाफ गिरफ्तारी वारंट जारी किया था। अजंता मैन्युफैक्चरिंग लिमिटेड (ओरेवा ग्रुप) मोरबी में मच्छू नदी पर ब्रिटिश काल के झूलता पुल के संचालन और रखरखाव के लिए जिम्मेदार था, जो मरम्मत के बाद पिछले साल 30 अक्टूबर को टूट गया था।

मामले में पीड़ितों का प्रतिनिधित्व करने वाले वकील दिलीप अगेचानिया ने कहा, ‘‘जयसुख पटेल ने मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट (सीजेएम) एम जे खान की अदालत में आत्मसमर्पण कर दिया, जिसने उनके खिलाफ गिरफ्तारी वारंट जारी किया था।'' सीजेएम की अदालत में पुलिस उपाधीक्षक पी एस जाला द्वारा दाखिल 1,200 से अधिक पन्नों के आरोप पत्र में, पटेल का जिक्र दसवें आरोपी के रूप में किया गया था।

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