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श्रीनगर: जम्मू-कश्मीर की मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती ने भाजपा के साथ पीडीपी के गठबंधन और दोनों पार्टियों के बीच बने न्यूनतम साझा कार्यक्रम को आज एक ‘चुनौती’ करार दिया। इसके साथ ही यह भी कहा कि राज्य को ‘दलदल’ से बाहर निकालने के लिए यह जरूरी था। महबूबा ने विधानसभा में कहा कि पीडीपी ने राज्य के सामने खड़ी राजनीतिक एवं आर्थिक चुनौतियों पर राष्ट्रीय सुलह की कोशिश करते हुए भाजपा के साथ गठबंधन किया और साथ ही उनकी यह उम्मीद भी रही कि ‘केंद्र के नेता जम्मू-कश्मीर की जमीनी हकीकत को समझते हैं और वे हालात में सुधार चाहते हैं।’उन्होंने हालात में सुधार के संदर्भ में विवादित अफ्सपा कानून का भी हवाला दिया। राज्यपाल के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव पर हुई चर्चा का जवाब देते हुए पीडीपी प्रमुख ने कहा कि साल 2014 के विधानसभा चुनाव में खंडित जनादेश आने के बाद उनकी पार्टी को नेशनल कांफ्रेंस और कांग्रेस से भी गठबंधन के प्रस्ताव मिले थे लेकिन इनको खारिज कर दिया गया क्योंकि ये राज्य के लिए 1987 जैसी ‘त्रासदी’साबित होते।

श्रीनगर: जम्मू कश्मीर की मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती ने शनिवार को कहा कि भाजपा के साथ गठबंधन के एजेंडा में की गई प्रतिबद्धताएं यदि वह पूरी नहीं कर पाती हैं और राज्य के लिए उनके पिता मुफ्ती मोहम्मद सईद के विजन को पूरा करने में यदि कुर्सी ‘बाधा’ बनती है तो वह पद छोड़ने से कभी नहीं हिचकिचाएंगी। विधानसभा में मुख्यमंत्री के तौर पर अपने प्रथम संबोधन में महबूबा ने कहा कि जम्मू कश्मीर को विशेष राज्य का दर्जा देने वाली धारा 370 की रक्षा करना इस एजेंडा में शामिल है। उन्होंने राज्य में शांति बहाली के लिए आत्मनिर्णय की मांग का भी यह कहते हुए बचाव किया यह कोई पाप नहीं है और उनके साझा कार्यक्रम में इसके कई प्रावधानों को शामिल करने पर भाजपा की तरफ अंगुली नहीं उठाई जानी चाहिए। उन्होंने कहा, ‘यह कुर्सी मेरी कमजोरी नहीं है। जब तक मुझे लगेगा कि यह मेरी ताकत है, मैं इस कुर्सी पर बनी रहूंगी। यदि मुझे लगा कि यह मेरी कमजोरी बन गई है तो मैं पद छोड़ दूंगी।’ विपक्ष की आलोचना को बिंदुवार खारिज करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि उनके पिता का विजन जम्मू कश्मीर को उन मुश्किलों से बाहर निकालने के लिए रास्ते तलाशने का है जिन मुश्किलों में राज्य फंसा हुआ है।

श्रीनगर: दक्षिणी कश्मीर के पुलवामा जिले में सेना ने आतंकवाद-विरोधी अभियान के तहत आज हिजबुल मुजाहिदीन के वांछित आतंकी को गिरफ्तार कर लिया। अधिकारियों ने बताया कि हिजबुल मुजाहिदीन के तकनीकी कुशल कमांडर बुरहान वानी के करीबी सहयोगी तारिक पंडित को आज पुलवामा शहर के बाहरी इलाके से वाहनों की तलाशी के दौरान गिरफ्तार कर लिया गया। अधिकारियों ने बताया, ‘पकड़े गये आतंकी की कुछ समय से निगरानी की जा रही थी और उसे पुलवामा जिले में सेना की ओर से लगाये गये नाके से गिरफ्तार कर लिया गया।’ पंडित उन 11 आतंकियों में से है, जिन्होंने पिछले साल फेसबुक जैसी सोशल मीडिया बेवसाइट्स पर राइफलों के साथ वाली तस्वीरें पोस्ट की थीं। यह सभी हिजबुल मुजाहिद्दीन के कमांडर बुरहान के नेतृत्व में काम करते थे।

श्रीनगर: कश्मीर में कुपवाड़ा जिले में एलओसी के पास नौगांव सेक्टर में शुक्रवार सुबह हुई मुठभेड़ में सुरक्षाबलों ने चार आतंकियों को मार गिराया है।बारामूला में शुक्रवार को एक घर से आतंकियों ने सुरक्षाबलों पर फायरिंग की जिसके बाद सेना ने यहां मोर्चा संभाला। फिलहाल इलाके में नाकेबंदी कर दी गई है और सर्च ऑपरेशन जारी है। वहीं कुपवाड़ा में गुरुवार से एनकाउंटर चल रहा है। यहां 1 और आतंकी ढेर कर दिया गया है।बताया जा रहा है कि इसमें अब तक कुल 4 आतंकी मारे गए हैं। सेना ने कश्मीर के नौगाम में नियंत्रण रेखा पर आतंकवादियों की घुसपैठ की कोशिश नाकाम करते हुए गुरुवार को तीन आतंकियों को मार गिराया था। सेना के एक अधिकारी ने बताया कि नियंत्रण रेखा (एलओसी) पर घनी झाड़ियों के बीच मुठभेड़ अब भी जारी है क्योंकि वहां तैनात जवानों ने 5-6 घुसपैठियों को देखा है। उत्तर कश्मीर के बारामूला जिला स्थित तंगमार्ग एरिया के खोंचीपुरा गांव में आतंकियों के छुपे होने की आशंका जताई जा रही है।सुरक्षाबलों के संयुक्त सर्च ऑपरेशन के दौरान आतंकियों से मुठभेड़ हुई. एक घर में दो आतंकी छुपे हुए बताए जा रहे हैं।

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