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चेन्नई: तमिलनाडु में बीजेपी ने शुक्रवार (28 जुलाई) से छह महीने लंबी पदयात्रा 'एन मन, एन मक्कल' (मेरी भूमि, मेरे लोग) शुरु कर दी है। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने रामेश्वरम से इस पदयात्रा की शुरूआत की। इस दौरान वह विपक्षी दलों के गठबंधन इंडिया पर भी जमकर बरसे।

अमित शाह ने परिवारवाद को लेकर विपक्षी दलों के गठबंधन पर निशाना साधते हुए कहा, "जो विपक्ष का टोला है वो देश का नहीं बल्कि अपने परिवार का विकास करना चाहता है। सोनिया गांधी अपने बेटे राहुल गांधी को प्रधानमंत्री बनाना चाहती हैं और एमके स्टालिन अपने बेटे उदयनिधि स्टालिन को सीएम बनाना चाहते हैं।"

शाह ने आगे कहा, "लालू यादव तेजस्वी को सीएम बनाना चाहते हैं, ममता अपने भतीजे को सीएम बनाना चाहती हैं और उद्धव ठाकरे अपने बेटे को सीएम बनाना चाहते हैं। सिर्फ पीएम मोदी ही देश के लिए दिन-रात काम कर रहे हैं।"

चेन्नई: सेंथिल बालाजी के बाद तमिलनाडु सरकार के एक और मंत्री के खिलाफ प्रवर्तन निदेशालय ने कार्रवाई की है। ईडी ने तमिलनाडु सरकार में शिक्षा मंत्री के पोनमुडी और उनके सांसद बेटे गौतम सिगामणि के ठिकानों पर छापेमारी की। टीम ने यहां से 41.9 करोड़ रुपये की संपत्ति जब्त कर ली है। यह कार्रवाई मनी लॉन्ड्रिंग केस में की गई है। पोनमुडी विल्लुपुरम जिले की तिरुक्कोयिलुर विधानसभा सीट से विधायक हैं, जबकि उनके 49 वर्षीय बेटे गौतम सिगमणि कल्लाकुरिची सीट का प्रतिनिधित्व करने वाले संसद सदस्य हैं।

वित्तीय अपराधों की जांच करने वाली जांच एजेंसी ने मनी लॉन्ड्रिंग प्रिवेंशन एक्ट के तहत मंत्री से जुड़े सात स्थानों पर सर्च ऑपरेशन चलाया था। ईडी के अधिकारी अवैध रेत खनन से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग के मामले में छापेमारी के बाद पोनमुडी को कार्यालय लेकर पहुंचे। केंद्रीय बलों की सुरक्षा के बीच पोनमुडी को चेन्नई के ईडी कार्यालय लाया गया और उनसे आठ घंटे तक पूछताछ की गई। ईडी ने मंत्री पोनमुडी को मंगलवार शाम चार बजे एजेंसी कार्यालय में दोबारा पूछताछ के लिए तलब किया था।

चेन्नई: तमिलनाडु के राज्यपाल आर एन रवि ने मंत्री वी. सेंथिल बालाजी को गुरुवार को मंत्रिपरिषद से बर्खास्त कर दिया। हालांकि, कुछ ही घंटों के अंदर राज्यपाल ने बालाजी को मंत्रिमंडल से बर्खास्त करने के आदेश को स्थगित कर दिया है। उनके इस फैसले के बाद मुख्यमंत्री एमके स्टालिन और राज्यपाल के बीच तनातनी बढ़ गई है। सीएम स्टालिन ने इस संबंध में राज्यपाल को चिट्ठी लिखी है, जिसमें उन्होंने सवाल उठाते हुए पूछा है किस अधिकार का इस्तेमाल कर मंत्री को बर्खास्त किया गया।

स्टालिन ने कहा कि राज्यपाल के पास मंत्रियों को बर्खास्त करने की कोई शक्ति नहीं है। ऐसा करना एक निर्वाचित मुख्यमंत्री का एकमात्र विशेषाधिकार है। सेंथिल बालाजी जॉब के बदले पैसे लेने और मनी लॉन्ड्रिंग सहित भ्रष्टाचार के आरोपों का सामना कर रहे हैं। इन्हीं मामले के चलते वे जेल में बंद हैं।

सीएम स्टालिन ने राज्यपाल को चिट्ठी में लिखा- "मुझे आपका पत्र 29 जून को शाम 7 बजे मिला है, जिसमें कहा गया है कि ‘थिरु वी सेंथिल बालाजी को मंत्रिमंडल से बर्खास्त किया जा रहा है। इसके बाद दूसरा पत्र रात पौने 12 बजे मिला है, जिसमें आदेश को वापस ले लिया गया।"

चेन्नई: तमिलनाडु के राज्यपाल आरएन रवि ने जेल में बंद मंत्री वी. सेंथिल बालाजी की बर्खास्तगी वापस ले ली है। राजभवन के सूत्रों के हवाले से जानकारी मिली है कि राज्यपाल ने दूसरा पत्र लिखा है और कहा है कि अभी अटॉर्नी जनरल से क़ानूनी सलाह ले रहा हूं। तब तक सेंथिल बालाजी को बर्खास्त करने का फ़ैसला नहीं लिया गया है। अभी बालाजी मंत्री बने रहेंगे।

इससे पहले खबर थी कि राज्यपाल आरएन रवि ने राज्य के बिजली और आबकारी मंत्री वी. सेंथिल बालाजी को बर्खास्त कर दिया है। बताया गया कि इसके लिए उन्होंने मुख्यमंत्री से भी कोई परामर्श नहीं लिया था। राज्यपाल के इस कदम से प्रदेश की द्रमुक सरकार और राज्यपाल के बीच चल रहे गतिरोध को और बढ़ावा मिल सकता है।

राजभवन ने एक आधिकारिक विज्ञप्ति में बताया कि सेंथिल बालाजी "नौकरी के बदले में नकदी लेने और धन शोधन समेत भ्रष्टाचार के कई मामलों में गंभीर आपराधिक कार्रवाई का सामना कर रहे हैं।"

अभी वह एक आपराधिक मामले में न्यायिक हिरासत में हैं, जिसकी जांच प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) कर रहा है।

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