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चेन्नई: तमिलनाडु के खेल मंत्री और डीएमके नेता उदयनिधि स्टालिन ने एक बार फिर से विवादित बयान दिया है। उन्होंने बीजेपी की तुलना एक जहरीले सांप से की है और कहा है कि इसे तमिलनाडु से बाहर भगाने की जरूरत है। हिंदू धर्म और सनातन पर विवादित बयान दे चुके उदयनिधि के इस बयान को लेकर भी बवाल मच सकता है। बीजेपी पहले ही मुख्यमंत्री एमके स्टालिन के बेटे उदयनिधि के सनातन धर्म को लेकर दिए बयान पर हमलावर है।

उदयनिधि कुड्डालोर जिले के नेवेली में डीएमके विधायक सभा राजेंद्रन की पारिवारिक शादी में शामिल होने यहां पहुंचे थे। यहां पर लोगों को संबोधित करते हुए उन्होंने न सिर्फ बीजेपी पर हमला बोला, बल्कि उसकी सहयोगी एआईएडीएमके पर भी निशाना साधा। उदयनिधि ने एआईएडीएमक की तुलना उस कचरे के टीले से की, जो सांपों को आश्रय देने का काम करता है। उन्होंने कहा कि राज्य से इस कचरे को भी साफ करना होगा। उदयनिधि ने कहा, 'कचरे से निकलकर रेंगते हुए सांप हमारे घर में घुस जाता है। अगर हमें सांप को खत्म करना है, तो हमें सुनिश्चित करना होगा कि कचरा भी नहीं रहे।

नई दिल्ली (जनादेश ब्यूरो): 'सनातन धर्म' को लेकर बयानबाजी का सिलसिला थम नहीं रहा है। तमिलनाडु की सत्तारुढ़ पार्टी द्रविड़ मुनेत्र कषगम (डीएमके) के उदयनिधि स्टालिन के बाद डीएमके नेता एवं सांसद के ए राजा ने भी अब सनातन धर्म पर विवादित टिप्पणी करते हुए इसकी तुलना संक्रमण रोग (एचआईवी) से की है। ए राजा ने कहा, 'सनातन धर्म सामाजिक बीमारी है। यह कुष्ठ रोग और एचआईवी से भी ज्यादा घातक है।'

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बीते हफ्ते शनिवार (2 सितंबर 2023) को डीएमके सीएम एमके स्टालिन के बेटे उदयनिधि स्टालिन जो कि तमिलनाडु सरकार में मंत्री भी हैं, उन्होंने सनातन को खत्म की बात कही थी। जिसके बाद पूरे देश में इस बयान की आलोचना की गई। बीजेपी नेता अमित मालवीय ने ट्वीट कर इन बयानों की आलोचना की।

बीजेपी आईटी सेल के प्रमुख अमित मालवीय ने ट्वीट करके कहा, 'अब डीएमके सांसद ए राजा हिंदू धर्म को सामाजिक बुराई बता रहे हैं।

चेन्नई: तमिलनाडु के मंत्री और मुख्यमंत्री एमके स्टालिन के बेटे उदयनिधि स्टालिन के सनातन धर्म को लेकर दिए विवादित बयान पर बवाल मचा हुआ है। इसको लेकर उनके पिता ने भी एक बयान जारी किया है। एमके स्टालिन ने कहा, "उन्होंने सनातन सिद्धांतों पर अपने विचार व्यक्त किए जो अनुसूचित जाति, जनजातियों और महिलाओं के खिलाफ भेदभाव करते हैं, उनका किसी भी धर्म या धार्मिक मान्यताओं को ठेस पहुंचाने का कोई इरादा नहीं था।"

मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, उन्होंने आगे कहा, "बीजेपी समर्थक ताकतें दमनकारी सिद्धांतों के खिलाफ उनके रुख को बर्दाश्त करने में असमर्थ हैं और उन्होंने एक झूठी कहानी फैलाई है, जिसमें आरोप लगाया गया है कि "उदयनिधि ने सनातन विचारों वाले लोगों के नरसंहार का आह्वान किया था।"

तमिलनाडु के सीएम ने पीएम मोदी पर निशाना साधते हुए कहा, "नेशनल मीडिया से ये सुनना निराशाजनक है कि पीएम ने उल्लेख किया कि उदयनिधि की टिप्पणियों को उनके मंत्रिपरिषद की बैठक के दौरान उचित प्रतिक्रिया की आवश्यकता है।

नई दिल्ली: सनातन धर्म को लेकर अपने बयान पर घिरे डीएमके नेता और तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एमके स्टालिन के बेटे उदयनिधि स्टालिन ने माफी मांगने से इनकार कर दिया है। इस बीच उन्होंने एक बार फिर से अपने बयान को दोहराने की बात की। उदयनिधि स्टालिन ने अपने बयान पर हो रहे चौतरफा सियासी हमलों पर कहा, 'माननीय राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू को नई संसद के उद्घाटन के मौके पर नहीं बुलाया गया। ये वर्तमान सनातन धर्म भेदभाव का सबसे बेहतरीन उदाहरण है।'

उदयनिधि के बयान को लेकर बीजेपी ने विपक्षी दलों के गठबंधन आईएनडीआईए पर सवाल खड़े किए हैं। बीजेपी ने विपक्ष के गठबंधन से माफी की मांग की है। हालांकि, 'इंडिया' गठबंधन में उदयनिधि स्टालिन के बयानों को लेकर भी अलग-अलग राय सामने आ रही हैं। कुछ पार्टियां उनके बयान का समर्थन कर रही हैं तो कुछ ने उदयनिधि को संयम बरतने की सलाह दी है।

पश्चिम बंगाल की सीएम ममता बनर्जी ने उदयनिधि के बयान पर कहा, "मैं तमिलनाडु के लोगों का बहुत सम्मान करती हूं, लेकिन उनसे मेरा विनम्र अनुरोध है कि हर धर्म की अपनी अलग-अलग भावनाएं होती हैं।

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