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चंडीगढ़: पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने रविवार को दावा किया कि पाकिस्तानी सेना के प्रमुख जनरल कमर जावेद बाजवा ने इमरान खान के प्रधानमंत्री के रूप में शपथ लेने से पहले ही नवजोत सिंह सिद्धू के समक्ष करतारपुर गलियारा खोले जाने की खबरों का खुलासा कर दिया था। अमरिंदर ने इस पूरे मामले को पाकिस्तानी सेना द्वारा रची गई एक ''बड़ी साजिश करार दिया। मुख्यमंत्री ने कहा,''करतारपुर गलियारा स्पष्ट रूप से आईएसआई का एक गेम प्लान है। उन्होंने कहा कि यह पाकिस्तान द्वारा भारत के खिलाफ रची गई एक बड़ी साजिश नजर आती है।

मुख्यमंत्री के हवाले से एक आधिकारिक विज्ञप्ति के अनुसार उन्होंने स्वीकार किया कि पाकिस्तान पंजाब में आतंकवाद को पुनर्जीवित करने का प्रयास कर रहा है और इसलिए हम सभी को उसकी पहल से सावधान रहना चाहिए। सिद्धू के मामले पर उन्होंने कहा कि इसे जरूरत से ज्यादा तूल दिया गया और जो इस मुद्दे को उठा रहे हैं वे यह साबित करने में असफल रहे कि यह आईएसआई का गेम प्लान है।

चंडीगढ़: सेना द्वारा नियंत्रण रेखा के पार जाकर सर्जिकल स्ट्राइक करने के दो साल बाद लेफ्टिनेंट जनरल (सेवानिवृत्त) डी एस हुड्डा ने शुक्रवार को कहा कि सफलता पर शुरुआती खुशी स्वाभाविक है लेकिन अभियान का लगातार प्रचार करना अनुचित है। जनरल हुड्डा 29 सितंबर 2016 को नियंत्रण रेखा के पार की गई सर्जिकल स्ट्राइक के वक्त उत्तरी सैन्य कमान के कमांडर थे। उरी में आतंकवादी हमले के जवाब में यह हमला किया गया।

जनरल हुड्डा यहां सैन्य साहित्य महोत्सव 2018 के पहले दिन सीमा पार अभियानों और सर्जिकल स्ट्राइक की भूमिका विषय पर चर्चा में बोल रहे थे। पंजाब सरकार की विज्ञप्ति के मुताबिक, इस कार्यक्रम में सेना के पूर्व जनरलों और कमांडरों के साथ पंजाब के राज्यपाल वी पी सिंह बदनोर शामिल हुए। युद्ध में भाग ले चुके कई अनुभवी अधिकारियों ने सैन्य अभियानों के राजनीतिकरण के खिलाफ आगाह किया। लेफ्टिनेंट जनरल हुड्डा ने कहा कि सफलता को लेकर शुरुआती खुशी स्वाभाविक है लेकिन सैन्य अभियानों का लगातार प्रचार करना अनुचित है। एक सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि यह बेहतर होता कि ऐसी सर्जिकल स्ट्राइक की जानकारी गोपनीय रखी जाती।

चंड़ीगढ: अमृतसर ट्रेन हादसे की मजिस्ट्रेट जांच में जोड़ा फाटक रेलवे क्रॉसिंग के गेटमैन और दशहरा समारोह के आयोजकों को इसके लिए जिम्मेदार ठहराया गया है। मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने दोषियों के खिलाफ कठोर कार्रवाई के आदेश दिए हैं। इस साल दशहरे के मौके पर हुए इस हादसे में 59 लोगों की मौत हो गई थी। मुख्यमंत्री ने जालंधर के डिवीजनल कमिश्नर बी. पुरुषार्था को हादसे की मजिस्ट्रेट जांच के आदेश दिए थे। जांच में खुलासा हुआ कि सार्वजनिक/सरकारी भूमि पर बिना किसी नियम और मंजूरी के समारोह आयोजित किया गया। समारोह के प्रबंध, नियम और निगरानी से संबंधित प्रत्येक व्यक्ति ने ड्यूटी में लापरवाही बरती। इसमें रेल कर्मचारियों की सबसे बड़ी गलती है।

यह जांच रिपोर्ट जिला प्रशासन और रेलवे से संबंधित कर्मियों व अधिकारियों से पूछताछ पर आधारित है। रिपोर्ट में कहा गया कि जहां लोेगों ने ट्रैक पर खड़े होकर दशहरा देखने की गलती की, वहीं आयोजकों ने इस कार्यक्रम को बिना किसी अनुमति और सुरक्षा उपायों के आयोजित किया। रिपोर्ट में पुलिस और नगर निगम प्रशासन पर भी उंगली उठाई गई, जिन्होंने कानून और नियम लागू करने के प्रति उदासीनता दिखाई।

चंडीगढ़: पंजाब के मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह के खिलाफ टिप्पणी को लेकर राज्य के एक वरिष्ठ मंत्री ने शनिवार को नवजोत सिंह सिद्धू के इस्तीफे की मांग की। वहीं क्रिकेटर से नेता बने सिद्धू अपने उस बयान से भी पलट गए कि करतारपुर गलियारे के आधारशिला कार्यक्रम के लिए कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने उन्हें पाकिस्तान भेजा था। चुनाव प्रचार कार्यक्रम के लिये हैदराबाद गए सिद्धू ने शुक्रवार को कहा था कि उन्होंने करतारपुर गलियारे के आधारशिला कार्यक्रम में इसलिए हिस्सा लिया क्योंकि राहुल गांधी ने उन्हें वहां जाने के लिए कहा था।

अमरिंदर सिंह की वस्तुत: अनदेखी करते हुए सिद्धू ने वहां संवाददाताओं से कहा था कि वह राहुल गांधी को अपना कैप्टन मानते हैं। अमरिंदर सिंह सेना में कैप्टन रह चुके हैं। सिद्धू ने कहा- मुझे पाकिस्तान जाने के लिए राहुल गांधी ने नहीं कहा था पंजाब के मंत्री तृप्त राजिंदर सिंह बाजवा ने कहा, ''अगर वह कैप्टन अमरिंदर सिंह को अपना कैप्टन नहीं मानते तो उन्हें नैतिक आधार पर मंत्रिमंडल से इस्तीफा दे देना चाहिए और राहुल गांधी उन्हें जो भी काम कहें, वही करना चाहिए। सिद्धू की करतारपुर गुरुद्वारा की यात्रा से अमरिंदर सिंह खुश नहीं थे।

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