नई दिल्ली: दिल्ली के पांच दिन के दौरे पर आईं पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी शुक्रवार को वापस चली गई हैं। इस दौरान उन्होंने कांग्रेस प्रमुख सोनिया गांधी समेत कई विपक्षी नेताओं से मुलाकात की। वापस जाते हुए ममता बनर्जी ने कहा, 'मैं हर दो महीने में एक बार दिल्ली आया करूंगी।' पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव में टीएमसी के जीतने के बाद अपनी पहली दिल्ली यात्रा को उन्होंने 'सफल' बताया।
अपने भतीजे और तृणमूल सांसद अभिषेक बनर्जी के घर से रवाना होने से पहले ममता बनर्जी ने कहा, 'यात्रा सफल रही। राजनीतिक कारणों से मेरी कई सहयोगियों से मुलाकात हुई। हम राजनीतिक मकसद से मिले थे। लोकतंत्र चलते रहना चाहिए। हमारा नारा है 'लोकतंत्र बचाओ, देश बचाओ'। मैं हर दो महीने में यहां आऊंगी।'
मुख्यमंत्री ने कहा कि उन्होंने राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के प्रमुख शरद पवार से भी फोन पर बात की। उन्होंने कहा, "आज मैंने शरद जी से भी बात की। वह मुंबई चले गए। अगली बार उनसे भी मुलाकात होगी। लोकतंत्र को बचाने के लिए सभी को एक साथ काम करना चाहिए। देश के लिए काम करना सबसे महत्वपूर्ण है। अगर लोकतंत्र खतरे में है, तो देश खतरे में है। लोकतंत्र बचाओ और देश बचाओ।"
साथ ही सीएम बनर्जी ने कहा, "राजनीतिक मकसद के लिए विपक्षी एकता से बेहतर कुछ नहीं हो सकता। कोविड प्रोटोकॉल की वजह से मैं हर उस नेता से नहीं मिल पाई, जिनसे मिलना चाहती थी। हालांकि, बैठकों के परिणाम अच्छे रहे हैं। आइए हम एक साथ काम करें।"
ममता बनर्जी के दिल्ली आकर विपक्षी नेताओं से मुलाकात की वजह से 2024 के लोकसभा चुनाव से पहले संभावित एकजुट विपक्ष की अटकलें तेज हो गई हैं।
अप्रैल-मई में बंगाल चुनाव में कांग्रेस और तृणमूल के प्रतिद्वंद्वियों के रूप में लड़ने के बाद से ममता बन्रीज ने कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी से बुधवार को मुलाकात की। इस मुलाकात के संकेत साफ नजर आ रहे हैं कि 2024 के लोकसभा चुनाव से पहले विपक्षी पार्टियां एकजुट होती दिख रही हैं।