कोलकाता: पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री और तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) प्रमुख ममता बनर्जी आज भवानीपुर सीट पर उपचुनाव के लिए अपना नामांकन पत्र दाखिल किया। अलीपुर में ममता बनर्जी ने भवानीपुर सीट के लिए नामांकन दाखिल किया।
इस विधानसभा सीट पर होने वाले उपचुनाव को लेकर भाजपा ने प्रिंयका टिबरेवाल को अपना उम्मीदवार बनाया है। प्रियंका टिबरेवाल बाबुल सुप्रियो की कानूनी सलाहकार रह चुकी हैं और 2014 में उन्होंने भाजपा की सदस्यता ग्रहण की थी। जिसके बाद वह वार्ड पार्षद का चुनाव लड़ी, लेकिन टीएमसी नेता के हाथों वह चुनाव हार गई थीं।
वहीं, भाजपा ने इस उपचुनाव को लेकर पूरी ताकत झोंक दी है। पार्टी ने यहां की कमान प.बंगाल भाजपा उपाध्यक्ष व सांसद अर्जुन सिंह को सौंपी है। इसके अलावा सांसद सौमित्र खान व ज्योतिर्मस सिंह महतो को सह प्रभारी बनाया है। वहीं आठ वार्डों का प्रभार आठ विधायकों को सौंपा गया है।
गौरतलब है कि ममता बनर्जी भवानीपुर से पहले भी दो बार चुनाव जीत चुकी हैं। मालूम हो कि सीएम पद पर बने रहने के लिए ममता के लिए यह चुनाव बेहद अहम हैं, क्योंकि विधानसभा चुनाव में ममता बनर्जी चुनाव हार गई थीं। वह नंदीग्राम में सुवेंदु अधिकारी से चुनाव हार गई थीं।
30 सितंबर को होगा उपचुनाव
चुनाव आयोग ने इसी हफ्ते पश्चिम बंगाल की तीन और ओडिशा की एक, आंध्र प्रदेश की एक समेत बाकी बचे विधानसभा सीट पर उपचुनाव कराने की तारीखों का एलान किया था। चुनाव आयोग की ओर से घोषित कार्यक्रम के मुताबिक, भवानीपुर सीट समेत बंगाल के समसेरगंज और जंगीपुर सीट पर उपचुनाव के लिए 30 सितंबर को वोट डाले जाएंगे और मतगणना तीन अक्तूबर को होगी।
केंद्र सरकार पर ममता का तंज
बीते दिनों पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने भाजपा नेतृत्व वाली केंद्र सरकार पर निशाना साधते हुए कहा, "केवल भगवान ही जानता है कि 2021 के चुनाव कैसे संपन्न हुए। केंद्र ने झूठ बोला, फिर भी मुझे हरा नहीं सका। इसके पीछे एक साजिश थी। नंदीग्राम में मुझ पर हमला हुआ। बाहर से हजारों गुंडे बंगाल को गुमराह करने आए। इतना ही नहीं ममता ने आरोप लगाया कि मोदी और शाह ने इस साल के शुरू में ही विधानसभा चुनाव के दौरान नंदीग्राम में उन्हें हराने की साजिश रची। उन्हें उपचुनाव लड़ने के लिए मजबूर किया है।