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संविधान ने देश में बदलाव लाने में उल्लेखनीय मदद की: सीजेआई खन्ना

कोलकाता: शुक्रवार को बंगाल के हावड़ा में हुई हिंसा के बाद अब बंगाल सरकार की तरफ से कई कदम उठाए गए हैं। जानकारी के अनुसार शनिवार को जिला पुलिस के अधिकारियों का तबादला कर दिया गया है। एक आदेश में कहा गया है कि राज्य सरकार ने कोलकाता पुलिस के अतिरिक्त पुलिस आयुक्त प्रवीण त्रिपाठी को हावड़ा शहर का नया पुलिस आयुक्त बनाया है। कोलकाता पुलिस की डीसीपी (दक्षिण पश्चिम) स्वाति भंगालिया को हावड़ा (ग्रामीण) का नया पुलिस अधीक्षक बनाया गया है।

इधर भारतीय जनता पार्टी की पश्चिम बंगाल इकाई के अध्यक्ष सुकांत मजूमदार को पुलिस ने शनिवार को गिरफ्तार कर लिया, जब वह हिंसा से प्रभावित हावड़ा जाने का प्रयास कर रहे थे। पुलिस ने कहा कि उत्तर दिनाजपुर के बालुरघाट से सांसद मजूमदार को विद्यासागर सेतु पर स्थित एक टोल प्लाजा के पास से गिरफ्तार किया गया। पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा, ‘‘हावड़ा में सीआरपीसी की धारा 144 के तहत निषेधाज्ञा लागू है, जहां मजूमदार प्रवेश करने का प्रयास कर रहे थे। उनके दौरे से कानून व्यवस्था बिगड़ने की स्थिति पैदा हो सकती थी। एहतियात के तौर पर उन्हें गिरफ्तार किया गया।''

कोलकाता: पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री और टीएमसी की मुखिया ममता बनर्जी की राष्ट्रीय फलक पर छाने की बेचैनी एक बार फिर से सामने आई है। इस बार उन्होंने राष्ट्रपति चुनाव को लेकर विपक्ष को एकजुट करने के लिए 15 जून को दिल्ली में बैठक बुलाने की बात कही है। बैठक को लेकर ममता बनर्जी ने शनिवार को करीब 22 विपक्षी दलों के नेताओं को पत्र भी लिखा है। बता दें कि साल 2021 में बंगाल विधानसभा चुनाव में बड़ी जीत हासिल करने के बाद से ही लगातार ममता राष्ट्रीय राजनीति में जगह बनाने की कवायद में लगी हुई हैं। अब देखना यह है कि क्या साल 2022 में 22 विपक्षी नेताओं के साथ मुलाकात से उनकी बात बनती है या नहीं।

टीएमसी सुप्रीमो ने कथित तौर पर कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी, दिल्ली के मुख्यमंत्री और आम आदमी पार्टी (आप) के संयोजक अरविंद केजरीवाल, केरल के सीएम और वाम नेता पिनाराई विजयन, ओडिशा के सीएम और बीजेडी प्रमुख नवीन पटनायक और महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे समेत 22 नेताओं को चिट्ठी भी लिखी है।

कोलकाता: भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की पूर्व प्रवक्ता नुपुर शर्मा के विवादित बयान को लेकर जुमे की नमाज के बाद देश के अधिकांश शहरों में जमकर विरोध प्रदर्शन हुआ। कई जगहों पर तो प्रदर्शन ने हिंसक रूप अख्तियार कर लिया जिसके बाद प्रशासन के निर्देश पर स्थानीय पुलिस ने सख्त कार्रवाई की। इस क्रम में शनिवार को पश्चिम बंगाल में उपद्रवियों ओर पुलिस के बीच ताजा झड़प हुई। उपद्रवियों ने पुलिस पर पथराव किया। हालात को नियंत्रण में करने के लिए पुलिस को आंसू गैस के गोले बरसाने पड़े।

पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कहा, 'हावड़ा हिंसा के पीछे कुछ राजनीतिक पार्टियां हैं, हिंसा भड़काने की कोशिश करने वालों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी। भाजपा की कृत्यों के कारण आम जनता क्यों पीड़ित हों। हावड़ा के जिलाधिकारी ने बताया कि राज्य के बनहरीशपुर जीपी (ग्राम पंचायत), पंचला जीपी, बेलदुबी जीपी, सुवरारा जीपी, देउलपुर जीपी, बिकिहाकोला जीपी, मानसतला, चेंगैल, निमदिघी, गंगारामपुर, बाजारपारा, फुलेश्वर सहित ज़िले के कई इलाकों में 13 जून सुबह 7 बजे तक धारा 144 लागू की गई है।

कोलकाता: पश्चिम बंगाल की राजधानी कोलकाता से सटे हावड़ा के पंचला बाजार में पैगंबर विवाद पर पुलिस और प्रदर्शनकारियों के बीच दोबारा झड़प हुई है। असामाजिक तत्वों ने इस दौरान पथराव किए हैं। स्थिति को संभालने के लिए पुलिस को आंसू गैस के गोले दागने पड़े हैं। इससे पहले कल भी शहर के कुछ इलाकों में भाजपा की निलंबित नेता नुपुर शर्मा और भाजपा से निष्कासित नवीन कुमार जिंदल के विवादित बयान के विरोध में प्रदर्शन हुए थे।

प्रशासन ने 15 जून 2022 तक शहर में तीन या उससे ज्यादा लोगों के एकसाथ जमा होने पर रोक लगा दी है। एक दिन पहले यानी कल (शुक्रवार) भी उपद्रवियों ने पंचला इलाके में पथराव किया था और हावड़ा जिले में अलग-अलग स्थानों पर सड़कों और रेल की पटरियों को अवरूद्ध कर दिया था।

वहीं, राज्य सरकार ने ऐहतियाती कदम उठाते हुए हावड़ा जिले में शुक्रवार शाम को इंटरनेट सेवा स्थगित करवा दिया था। अधिकारियों ने कहा कि फिलहाल हालात काबू में हैं और पुलिस ने हावड़ा के सालाप और उलूबेरिया में अवरुद्ध मार्गों को खुलवा दिया है।

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