ताज़ा खबरें
संविधान ने देश में बदलाव लाने में उल्लेखनीय मदद की: सीजेआई खन्ना
संविधान की प्रस्तावना में भी संशोधन कर सकती है संसदः सुप्रीम कोर्ट

कोलकाता: पश्चिम बंगाल में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के एक नेता को 'फर्ज़ी ख़बर फैलाने और सांप्रदायिक सौहार्द बिगाड़ने' के आरोप में गिरफ्तार किया गया है, यह जानकारी राज्य के अपराध जांच विभाग (सीआईडी) ने ट्विटर पर दी है। गिरफ्तार किए गए शख्स का नाम तरुण सेनगुप्ता है और वह सोशल मीडिया पर स्वयं को भाजपा के आसनसोल जिले का आईटी प्रभारी बताता है। तरुण पर आरोप है कि उसने सांप्रदायिक तनाव भड़काने के लिए सोशल मीडिया पर फर्ज़ी तस्वीरें और वीडियो पोस्ट किए। कोलकाता के निकट उत्तरी 24 परगना जिले में सांप्रदायिक हिंसा भड़कने के बाद राज्य में की गई यह ताजातरीन गिरफ्तारी है। इससे पहले पिछले सप्ताह कोलकाता पुलिस ने बताया था कि उन्होंने एक शख्स को भोजपुरी फिल्म से ली गई एक तस्वीर को उत्तरी 24 परगना जिले का दृश्य बताकर पोस्ट करने के लिए गिरफ्तार किया था। उस तस्वीर के सोशल मीडिया पर फैल जाने के बाद यूज़रों तथा ऑल्ट न्यूज़ जैसी सच्चाई तलाश करने वाली वेबसाइटों ने जानकारी दी थी कि वह तस्वीर वर्ष 2014 में रिलीज़ हुई भोजपुरी फिल्म 'औरत खिलौना नहीं' का एक दृश्य है।

दार्जिलिंग: दार्जिलिंग पर्वतीय क्षेत्र में सेना की और एक टुकड़ी तैनात की गई । वहां आज (सोमवार) स्थिति तनावपूर्ण रही, लेकिन कोई घटना नहीं हुई। अलग गोरखालैंड राज्य बनाने की मांग को लेकर गोरखालैंड समर्थकों ने आज रैलियां निकालीं। रक्षा सूत्रों ने बताया कि सेना की एक टुकड़ी कल रात कलीमपोंग में तैनात की गई जिसमें करीब 50 जवान होते हैं। सेना की दो टुकड़ियों को शनिवार को दार्जिलिंग और सोनादा में तैनात किया गया था जहां व्यापक पैमाने पर हिंसा और आगजनी हुई थी। दार्जिलिंग के पर्वतीय इलाकों में चल रहे अनिश्चितकालीन हड़ताल के बीच आज शहर के कई हिस्सों में रैलियां हुईं और विरोध प्रदर्शन मार्च निकाला गया। हड़ताल का आज 26वां दिन है। रैलियों में शामिल होने वाले व्यक्तियों ने पारंपरिक पोशाकें पहनी थी। अधिकारियों ने बताया कि कल रात से हिंसा की कोई खबर की जानकारी नहीं है। गोरखा जनमुक्ति मोर्चा (जीजेएम) की ओर से एक और रैली दार्जिलिंग स्टेशन से सिंघमारी क्षेत्र तक निकाली गई। ये रैली पर्वतीय क्षेत्रों से सुरक्षा बलों को हटाने और इंटरनेट सेवाएं बहाल करने के लिए निकाली गई।

कोलकाता: पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने केंद्र के खिलाफ अपना हमला जारी रखते हुए उस पर राज्य के खिलाफ साजिश रचने और किसी भी मुद्दे पर उसके साथ सहयोग नहीं करने का आज (सोमवार) आरोप लगाया। बनर्जी ने यहां एक कार्यक्रम में कहा, केंद्र और राज्य सरकारों दोनों को जनता ने चुना है। इसलिये क्यों केंद्र सरकार राज्य सरकार के खिलाफ साजिश कर रही है। क्यों वे राज्य के खिलाफ झूठ फैला रहे हैं। मैं इसका जवाब चाहती हूं। बनर्जी ने कहा कि अंतरराष्ट्रीय सीमा की केंद्र सरकार देखभाल करती है, लेकिन इसकी बजाय केंद्र द्वार खोल रहा है और विदेशियों को देश में प्रवेश करने की अनुमति दे रहा है। वे :केंद्र: साजिश कर रहे हैं और हिंसा शुरू कर रहे हैं। उन्होंने दावा किया, आपने :केंद्र: सीमा को खोल दिया और उन्हें राज्य में प्रवेश करने दिया और अब आप राज्य से रिपोर्ट सौंपने को कह रहे हैं। सिर्फ इसलिये कि हम प्रशासन चला रहे हैं, लोग राज्य में शांति से रह सकते हैं।आरोपों का खंडन करते हुए भाजपा ने कहा कि इस तरह की शिकायत किसी अन्य सीमावर्ती राज्य ने नहीं की।

कोलकाता: पश्चिम बंगाल के उत्तरी 24 परगना स्थित बशीरहाट में हिंसक घटनाओं के बाद अब भी तनाव बना हुआ है। इस पूरे मामले पर मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने न्यायिक जांच के आदेश दे दिए हैं। इसके अलावा बशीरहाट के एसपी भास्कर मुखर्जी को हटा दिया गया है। उनकी जगह सी सुधाकर को वहां का नया एसपी बनाया गया है। वहीं शनिवार को एक बार फिर भाजपा नेताओं का एक प्रतिनिधिमंडल बशीरहाट जाने से रोक दिया गया था। भाजपा के इन नेताओं को कोलकाता में रोककर हिरासत में ले लिया गया, लेकिन बाद में उन्हें छोड़ दिया गया। इस बीच बीजेपी ने राज्यपाल से मिलकर राज्य में राष्ट्रपति शासन लगाने की मांग की। दरअसल सोशल मीडिया पर एक आपत्तिजनक पोस्ट डाले जाने के बाद से यहां हिंसा भड़की थी। इस हिंसा का दायरा जब बढ़ा तो हालात पर क़ाबू पाने के लिए बीएसएफ़ को बुलाया गया। धारा 144 लागू होने के बाद भी हिंसा हुई और प्रदर्शनकारियों ने रास्ते बंद किए। इस पर पुलिस ने आंसू गैस के गोले भी छोड़े हिंसा के दौरान एक शख़्स की मौत भी हुई है। भाजपा के प्रतिनिधमंडल में सांसद मीनाक्षी लेखी, ओम माथुर और सत्यपाल सिंह शामिल थे

  • देश
  • प्रदेश
  • आलेख