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कोलकाता: पश्चिम बंगाल के बशीरहाट में गुरुवार को फिर से तनाव के बाद पुलिस को आंसू गैस के गोले दागने पड़े और लाठीचार्ज करना पड़ा। इस बीच, उत्तर 24 परगना जिले के हिंसा प्रभावित बादुरिया इलाके में जनजीवन धीरे-धीरे सामान्य हो रहा है। एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने कहा, 'जिले के बादुरिया में सांप्रदायिक झड़पों के बाद बशीरहाट कस्बे और स्टेशन क्षेत्र में फिर से तनाव कायम हो गया। उपद्रवी भीड़ को तितर-बितर करने के लिए आंसू गैस के गोले दागने पड़े और लाठीचार्ज करना पड़ा। ' उन्होंने कहा कि पुलिस और बीएसएफ की टीमें इलाके की तरफ तुरंत रवाना की गईं ताकि हालात काबू में किए जा सकें। सूत्रों ने बताया कि इस बात का पता अब तक नहीं लग सका है कि क्या पुलिस कार्रवाई में कोई व्यक्ति हताहत भी हुआ। बादुरिया उत्तर 24 परगना जिले के बशीरहाट उप-संभाग का हिस्सा है। वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि बादुरिया और इसके आसपास के इलाकों में एक फेसबुक पोस्ट को लेकर सांप्रदायिक झड़प हो गई थी। इन इलाकों में गुरुवार को हालात धीरे-धीरे सामान्य होते नजर आए। इन इलाकों में किसी हिंसक घटना की सूचना नहीं मिली।

दुकानें और बाजार फिर से खुले. बस सेवाएं बहाल हुईं और स्थानीय लोगों ने अपने घरों से बाहर आना शुरू किया। बहरहाल, इंटरनेट सेवाएं गुरुवार को भी बाधित रहीं और संकटग्रस्त क्षेत्रों में अर्धसैनिक बल एवं पुलिस कर्मियों की तैनाती बरकरार रही। राज्य के गृह विभाग के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया, 'सब कुछ सामान्य हो गया है। उत्तर 24 परगना जिले के बादुरिया में कहीं से किसी समस्या की कोई सूचना नहीं है।' उन्होंने कहा, 'हम कड़ी निगरानी कर रहे हैं ताकि यहां कोई अनहोनी न हो। तब तक पुलिस बल तैनात रहेगा।' इस हफ्ते की शुरुआत में एक नौजवान की ओर से किए गए एक फेसबुक पोस्ट को लेकर बदुरिया और इसके आसपास के इलाकों - केवशा बाजार, बांसतला, रामचंद्रपुर और तेंतुलिया में सांप्रदायिक दंगे भड़क गए थे। आरोपी नौजवान की गिरफ्तारी के बाद भी दोनों समुदायों के बीच झड़पें हुईं। सड़क जाम कर दिया गया। दुकानों को तोड़ दिया गया और गाड़ियों को आग के हवाले कर दिया गया। हालात काबू में करने के लिए राज्य सरकार को बशीरहाट, बादुरिया, स्वरूपनगर और डेगंगा में इंटरनेट सेवाएं अस्थायी तौर पर रोकनी पड़ी ताकि सोशल मीडिया के जरिए अफवाह फैलने से रोका जा सके।

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