नई दिल्ली: भाजपा, वामपंथी और कांग्रेस पार्टी के नेताओं को पश्चिम बंगाल के उत्तर 24 परगना जिले में जाने से रोक दिया गया है। इस सप्ताह की शुरुआत में यहां हुए सांप्रदायिक झड़प के बाद स्थिति संवेदनशील बनी हुई है। वरिष्ठ जिला अधिकारी ने बताया, 'स्थिति अभी भी तनावपूर्ण बनी हुई है। हमने किसी भी प्रतिनिधिमंडल को वहां जाने की अनुमति नहीं दी है क्योंकि इससे समस्या पैदा हो सकती है। वाम मोर्चा विधायक दल के नेता सुजान चक्रबर्ती ने बताया, हमें अशोकनगर के निकट इस आधार पर रोक दिया गया कि हमारे जाने से वहां कानून-व्यवस्था की समस्या पैदा हो सकती है। लेकिन हम वहां कोई राजनीतिक कार्यक्रम के तहत नहीं जा रहे हैं। हम दंगा प्रभावित लोगों से मिलने जा रहे हैं। चक्रबर्ती ने बताया कि वाममोर्चा पुलिस और तृणमूल कांग्रेस के खिलाफ जिले के बरसात क्षेत्र में प्रदर्शन करेगा। डब्ल्यूपीसीसी प्रमुख अधीर चौधरी के नेतृत्व में कांग्रेस के एक दल को इसी आधार पर बारासात क्षेत्र में रोक दिया गया। भाजपा के दल का नेतृत्व राज्य में पार्टी के अध्यक्ष दिलीप घोष कर रहे थे। भाजपा सांसद रूपा गांगुली, 19 अन्यों को तनावग्रस्त बदुरिया जाने के रास्ते में पुलिस ने हिरासत में लिया।
बदुरिया और इसके आसपास के इलाके में सप्ताह की शुरुआत में एक किशोर द्वारा डाले गए फेसबुक पोस्ट के बाद सांप्रदायिक दंगा भड़क उठा था। हालांकि किशोर को गिरफ्तार कर लिया गया था लेकिन दोनों ही सांप्रदायों के बीच झड़प हो गई। दंगे के दौरान दुकानों और वाहनों को क्षति पहुंचाई गई।