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संविधान ने देश में बदलाव लाने में उल्लेखनीय मदद की: सीजेआई खन्ना

कोलकाता: पश्चिम बंगाल की राजधानी कोलकाता में भी दिल्ली के निर्भया कांड जैसा एक दिल दहला देने वाला मामला सामने आया है। यहां तीन हैवानों ने एक महिला के साथ हाथ और मुंह बांधकर दरिंदगी की। लेकिन हैवानियत यहीं नहीं रुकी, इसके बाद दरिंदों ने पीड़ित के प्राइवेट पार्ट में कांच की बोतल घुसा दी। फिलहाल पीड़िता की हालत बेहद नाजुक है। प्राप्त जानकारी के मुताबिक, ये घटना पश्चिम बंगाल के कोलकाता की है। दरअसल, बीरभूम जिले में सोमवार तड़के तीन युवकों ने एक महिला के साथ कथित तौर पर निर्भया जैसी दरिंदगी को अंजाम दिया। अरोपियों ने महिला से गैंगरेप के बाद उसके प्राइवेट पार्ट में शीशे की बोतल घुसा दी। इसके बाद महिला को बेहद नाजुक हालत में एक स्थानीय अस्पताल में दाखिल कराया गया, जहां उसकी हालत गंभीर बनी हुई है। पुलिस ने बताया कि महिला की हालत बेहद नाजुक है और उसका तत्काल आपरेशन जरूरी है। हालांकि शारीरिक स्थिति ठीक नहीं होने के कारण उसे किसी बड़े अस्पताल में शिफ्ट करना संभव नहीं है।

कोलकाता: पिछले साल की तरह ही इस साल भी मोहर्रम और दुर्गा पूजा मूर्ति विसर्जन एक ही दिन पड़ रहा है। पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने इस साल दुर्गा पूजा के बाद होने वाले मूर्ति विसर्जन को लेकर नए निर्देश जारी किए. बुधवार को ममता बनर्जी ने दुर्गा पूजा आयोजकों, मुस्लिम समुदाय और अन्य धर्मों के नेताओं की एक बड़ी बैठक में इस बाबत कुछ घोषणा की थीं जिनकी खासी आलोचना की गई। ममता बनर्जी ने कहा था कि चार दिन तक चलने वाले दुर्गा पूजा उत्सव की समाप्ति के बाद 30 सितंबर को होने वाले दुर्गा प्रतिमा के विसर्जन के लिए शाम 6 बजे तक की अनुमति दी जाएगी और इसके बाद यह सीधे 2 अक्टूबर को, मोहर्रम की समाप्ति के बाद, फिर से शुरू किया जा सकेगा। 1 अक्टूबर को मोहर्रम के चलते ताज़िए निकाले जाएंगे। उन्होंने कहा था- कुछ लोग धार्मिक आधार पर दिक्कत पैदा करने की कोशिश कर सकते हैं। हर धर्म हमारा है। लेकिन यदि किसी पूजा पंडाल के पास से गुजरते हुए जुलूस के चलते समस्या हो सकती है तो इससे हम प्रभावित हो सकते हैं। इस घोषणा की सोशल मीडिया पर आलोचना हुई थी और इन पर अल्पसंख्यकों को खुश करने के लिए आरोप लगाए गए थे। बीजेपी की बंगाल इकाई के प्रमुख दिलीप घोष ने फेसबुक पर कहा था कि क्या बंगाल धीरे धीरे तालिबानी शासन की तरफ बढ़ रहा है? स्कूलों में सरस्वती पूजा रोकी जा रही है, बार बार दुर्गा पूजा के बाद प्रतिमा विसर्जन रोक दिया जाता है।

कोलकाता: भाजपा ने 2019 के लोकसभा चुनावों को लेकर तैयारी शुरू कर दी है और 350 से अधिक सीटें जीतने का लक्ष्य तय किया है। लेकिन पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने भाजपा के लक्ष्य पर पलटवार करते हुए कहा कि भाजपा अगली बार सत्ता में आने का भ्रम ना पाले। इस बार सत्ता परिवर्तन होगा, क्योंकि समूचा विपक्ष एकजुट हो गया है। ममता बनर्जी ने 'राइजिंग बंगाल 2017' कार्यक्रम में कहा कि अब तक कोई मोर्चा नहीं गठित किया गया है, लेकिन विपक्षी पार्टियां एक मंच पर आ गई हैं। तृणमूल कांग्रेस प्रमुख ने कहा, '2019 में केंद्र में बदलाव होगा। हम इसका इंतजार कर रहे हैं। अब तक कोई मोर्चा नहीं बना है, लेकिन विपक्षी पार्टियां एक मंच पर आ गई हैं और काम करना शुरू कर दिया है। छह महीने इंतजार कीजिये, चीजें स्पष्ट हो जाएंगी।' उन्होंने कहा कि सभी विपक्षी नेता इतनी जल्दी नहीं बोलेंगे अन्यथा केंद्रीय एजेंसियों को उनके पीछे लगा दिया जाएगा। बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के राजद और कांग्रेस वाले महागठबंधन को छोड़ने पर बनर्जी ने कहा, 'आप एक नीतीश कुमार के बारे में सोच रहे हैं, लेकिन मैं सैकड़ों शरद यादव, सैकड़ों लालू प्रसाद और सैकड़ों अखिलेश यादव के बारे में सोच रही हूं।

कोलकाता: पश्चिम बंगाल में हुए नगर निकाय चुनावों में गुरुवार को तृणमूल कांग्रेस ने सभी सात निकायों पर कब्जा कर लिया, जबकि वाम दलों को तीसरे स्थान पर छोड़ते हुए भाजपा अधिकतर स्थानों पर दूसरे स्थान पर रही। भाजपा ने तीन नगर निकायों में छह सीटें जीतीं जिनमें उत्तर बंगाल के धूपगुड़ी में चार और बुनियादपुर (उत्तर बंगाल) तथा दक्षिण बंगाल के पंसकुरा में एक-एक सीट शामिल है। तृणमूल ने भी पंसकुरा और पूर्वी मिदनापुर जिला के हल्दिया, बीरभूम के नलहाटी, दक्षिण दिनाजपुर के बुनियादपुर और जलपाईगुड़ी जिले के धूपगुड़ी में सीटें जीतीं। पार्टी ने बर्धमान पश्चिम जिला के दुर्गापुर नगर निगम के सभी 43 वार्डों पर अपना कब्जा जमाते हुए बड़ी जीत दर्ज की, इसके अलावा कूपर्स कैम्प में उसने सभी 12 सीटों पर जीत दर्ज की। गुरुवार को घोषित चुनाव परिणामों के अनुसार, हल्दिया नगर पालिका में भी तृणमूल ने सभी 29 सीटों पर चुनाव जीता। चुनाव पर नजर रखने वालों के अनुसार, चुनाव के नतीजे राज्य की राजनीति में बड़े बदलाव के संकेत हैं क्योंकि इस चुनाव में भाजपा तृणमूल की मुख्य विपक्षी बनकर उभरी है। वाम दल और उसकी सहयोगी फॉरवर्ड ब्लॉक का इस चुनाव में बेहद खराब प्रदर्शन रहा। बहरहाल, उन्होंने नलहाटी नगर पालिका में एक सीट जीता ।

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