ताज़ा खबरें
संविधान ने देश में बदलाव लाने में उल्लेखनीय मदद की: सीजेआई खन्ना

कोलकाता: पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने शनिवार को कहा कि आरएसएस, बजरंग दल और विहिप को आगामी दुर्गापूजा के दौरान राज्य में शांति भंग करने का प्रयास नहीं करना चाहिए और चेतावनी दी कि उन्हें आग के साथ नहीं खेलना चाहिए। ममता ने कहा कि उनकी सरकार ने विजयादशमी त्योहार मनाने पर कोई रोक नहीं लगाई है।

उन्होंने कहा, "कुछ संगठन गलत सूचना फैला रहे हैं कि हम पूजा पंडालों और घरों में विजयादशमी के उत्सव को रोक रहे हैं।" उन्होंने कहा, "हमने कहा था कि एक अक्तूबर को एकादशी के दिन प्रतिमा विसर्जन नहीं होगा। मुहर्रम मुस्लिम समुदाय के शोक मनाने का अवसर होता है, जो उसी दिन पड़ रहा है। प्रतिमा विसर्जन दो से चार अक्टूबर तक चलेगा।"

उन्होंने कहा, "महिलाएं एक-दूसरे को सिंदूर लगाएंगी और विजयादशमी का त्योहार पहले की तरह मनाया जाएगा। जिन लोगों को बंगाल में दुर्गापूजा और काली पूजा के बारे में जानकारी नहीं है, वे इस तरह की अफवाह फैला रहे हैं।"

कोलकाता: पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने शुक्रवार (15 सितंबर) को रोहिंग्या मुसलमानों की हालत पर चिंता जताते हुए उनकी मदद करने की संयुक्त राष्ट्र की अपील का समर्थन किया। संयुक्त राष्ट्र ने पूरे अंतरराष्ट्रीय समुदाय से अनुरोध किया है कि राजनीतिक मतभेदों को दूर रखते हुए रोहिंग्या शरणार्थियों की मदद के लिए चल रहे प्रयासों का समर्थन करें। ममता ने ट्वीट किया, ‘‘हम रोहिंग्या समुदाय के लोगों की मदद की संयुक्त राष्ट्र की अपील का समर्थन करते हैं। हम इस बात को मानते हैं कि समुदाय के सारे आम लोग आतंकी नहीं हैं. हम वाकई चिंतित हैं।’’ इस बीच गृह मंत्री राजनाथ सिंह ने शुक्रवार (15 सितंबर) को कहा कि रोहिंग्या मुस्लिमों को देश से बाहर भेजने की अपनी योजना पर केंद्र सोमवार (18 सितंबर) को उच्चतम न्यायालय में हलफनामा दाखिल करेगा। म्यांमार और बांग्लादेश सीमा से लगे भारत के पूर्वोत्तर राज्यों में रोहिंग्या मुसलमानों को देश में प्रवेश से रोकने के लिए सुरक्षा व्यवस्था बढ़ा दी गई है।

कोलकाता: मूर्ति विसर्जन की समय सीमा तय करने के अपने फैसले को लेकर लोगों के निशाने पर आईं पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी को आखिरकार अपना फैसला बदलना पड़ा। सरकार ने शुक्रवार को कलकत्ता हाईकोर्ट में कहा है कि लोग विजयदश्मी के दिन रात 10 बजे तक मूर्ति विसर्जन कर सकते हैं। पहले सरकार ने तय किया था कि मूर्ति विसर्जन शाम 6 बजे तक ही हो सकेगा। इसके पीछे मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने दलीली दी थी कि मुहर्रम और विजयादश्मी एक साथ होने के कारण मूर्ति विसर्जन शाम 6 बजे के बाद नहीं किया जा सकता। इसके बाद कई संगठन इस पर विरोध दर्ज कराते हुए मामले को कोर्ट ले गए थे। इस मामले में शुक्रवार को हुई सुनवाई में कोर्ट ने राज्य सरकार से पूछा कि जब मुंबई में गणेश विसर्जन और मुहर्रम एक साथ हो सकता है, तो आप क्यों नहीं कर सकते? इस पर राज्य सरकार ने विजयदशमी के दिन विसर्जन की समय सीमा को बढ़ाकर रात 10 बजे तक करने की बात कही। इस मामले पर अगली सुनवाई सोमवार को होगी। गौरतलब है कि विसर्जन पर पाबंदी को लेकर कोलकाता हाईकेर्ट में ममता बनर्जी के खिलाफ याचिका दायर की गयी थी।

दार्जिलिंग: गोरखा जनमुक्ति मोर्चा नेता विमल गुरुंग ने आज (शुक्रवार) से पिकेटिंग कर गोरखालैंड आंदोलन को और तीव्र करने की अपील की है। उन्होंने जनता से रैली और जनसभा करने का आह्वान करते हुए कहा कि इस दौरान पुलिस जनता पर लाठीचार्ज कर सकती है, लेकिन अपनी आने वाली पीढ़ियों के लिए यह सब करना जरूरी है। उन्होंने कहा कि एक टीम दिल्ली में काम कर रही है और आगामी 10-15 दिनों में दिल्ली से अच्छी खबर आने की उम्मीद है। एक ऑडियो संदेश में विमल गुरुंग ने कहा कि कुछ स्वार्थी नेता बंगाल सरकार का मोहरा बन गये हैं और गोरखालैंड आंदोलन को खराब कर रहे हैं। आंदोलन के कारण बच्चों की पढ़ाई खराब हुई है, इसके लिए वह माफी मांगते हैं। चाय और सिन्कोना बगानों के श्रमिकों से लेकर आम जनता आंदोलन में सहयोग कर रही है, लेकिन कुछ नेता अपने स्वार्थ के लिए आंदोलन को बर्बाद कर रहे हैं। बंगाल प्रशासन सरकारी कर्मचारियों को विभिन्न प्रकार का प्रलोभन दिखाकर और पुलिस बल का प्रयोग करके कार्यालयों को खुलवाने का कार्य कर रही है। जनता-जनार्दन को इस पर विचार करना होगा।

  • देश
  • प्रदेश
  • आलेख