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संविधान ने देश में बदलाव लाने में उल्लेखनीय मदद की: सीजेआई खन्ना

कोलकाता: प्रदेश भाजपा अध्यक्ष दिलीप घोष ने मुख्यमंत्री ममता बनर्जी पर तुष्टीकरण का आरोप लगाते हुए कहा कि वह बंगाल में जान बूझकर दो संप्रदायों के बीच विभाजन की रेखा खींच रही हैं। विसर्जन पर जबरन रोक लगाने की बात करके ममता बनर्जी ने राजनीतिक फायदा उठाने की कोशिश की, लेकिन कलकत्ता हाइकोर्ट ने स्पष्ट रूप से कह दिया है कि हिंदू पंचांग के मुताबिक सभी दिन विसर्जन होगा और पुलिस को उसकी सुरक्षा का जिम्मा लेना होगा।

लेकिन ममता बनर्जी इस फैसले को लेकर कोर्ट की अवमानना कर रही हैं। अगर उनमें दम है, तो वह शस्त्र जुलूस पर रोक लगायें. उनका इशारा मुहर्रम के जुलूस को लेकर था। उन्होंने साफ कहा कि दुर्गा पूजा में शस्त्र पूजा का विधान है, क्योंकि कई जगहों पर पहले बलि दी जाती थी। लेकिन आज प्रतीक के तौर पर कहीं कुम्हड़ा तो कहीं खीरा की बलि दी जाती है। उसके लिए शस्त्र पूजा का विधान है।

लेकिन ममता बनर्जी सब कुछ अपने राजनीतिक नजरिये से देखती हैं और एक फरमान सुना देती हैं। अब सवाल उठता है कि शस्त्र जुलूस पर रोक लगाती हैं, तो क्या उनके अंदर दम है कि वह मुहर्रम में निकलने वाले जुलूस में शस्त्र लेकर निकलने पर रोक लगा रही हैं।

कोलकाता: पश्चिम बंगाल सरकार ने कोलकाता शहर और इसके आसपास के जिलों में दुर्गा पूजा पांडालों में आने वाले पर्यटकों के लिए पहली बार विशेष पास जारी किए हैं। राज्य पर्यटन विभाग के एक अधिकारी ने बताया कि पर्यटन विभाग ने तीन अक्तूबर को होने वाली दुर्गा पूजा और रेड रोड कार्निवाल के लिये पहली बार ‘शरदोत्सव-2017 विशेष अतिथि पास’ जारी किये हैं।

ये पास 23 सितंबर से तीन अक्तूबर तक मान्य रहेंगे।अधिकारी ने कहा, हम दुर्गा पूजा का प्रचार करना चाहते हैं, जो दुनिया का सबसे बड़ा त्यौहार है। हम दुनिया को दुर्गा पूजा के बारे में सब कुछ दिखाना चाहते हैं। पुलिस के अनुसार, संभवत: यह दुनिया का सबसे बड़ा खानपान त्योहार भी है, इसलिये हमने पहली बार इसे दिखाने की तैयारी की है।

वास्तव में पर्यटन विभाग ने पांच सितारा होटलों से लेकर किफायती दरों वाले सभी होटलों से संपर्क किया है। विदेशी पर्यटक इन होटलों में ठहरने को प्राथमिकता देते हैं। उन्होंने बताया कि शहर में वाणिज्य दूतावासों को भी ये पास प्रदान किये गये हैं।

कोलकाता: पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने शुक्रवार को कहा कि उनकी सरकार दुर्गा पूजा के दौरान संभावित उपद्रवों को रोकने के लिए सभी संभव कदम उठाएगी। साथ ही उन्होंने कहा कि यह उनका संकल्प है कि समारोह शांतिपूर्वक समाप्त हो जाएं।

उन्होंने दावा किया कि उन्हें जानकारी मिली है कि कुछ बाहरी तत्वों ने समस्या पैदा करने की मंशा से पश्चिम बंगाल की ट्रेन टिकटें बुक करवा ली है। उनका यह बयान दुर्गा मूर्ति के विसर्जन (जो मुहर्म के ताजिया जुलूस के समय ही हो रहा है) के दौरान गड़बडी होने की आशंका के बीच आया है।

ममता बनर्जी ने किसी भी तरह की समस्या उत्पन्न करने के खिलाफ चेतावनी देते हुए कहा, एक चिंगारी आग भड़काने के लिए पर्याप्त है। मुझे पता चला है कि कुछ बाहरी तत्वों ने समस्या उत्पन्न करने और उपद्रव फैलाने की मंशा से बंगाल का टिकट बुक करवा लिया है।

ममता ने कहा, मैं उन्हें कहना चाहूंगी कि बंगाल को बंगाल की तरह रहने दें। हम अपने त्योहार को अच्छी भावना से और अपने तरीके से शांतिपूर्वक मनाएंगे। आपको बता दें कि पश्चिम बंगाल में दुर्गा पूजन के बाद मूर्ति विसर्जन के मामले में पिछले दिनों कोलकाता हाईकोर्ट ने राज्य की ममता बनर्जी सरकार को बड़ा झटका दिया।

कोलकाता: कलकत्ता हाइकोर्ट की ओर से दुर्गा प्रतिमा विसर्जन पर रोक हटाए जाने के बाद भी पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी पीछे हटने को तैयार नहीं दिखतीं। उन्होंने विसर्जन पर अड़ंगा डालने के लिए नया फरमान जारी कर दिया है। इस नए फरमान के मुताबिक अब दुर्गा पूजा आयोजकों को विसर्जन के लिए पुलिस की मंजूरी लेनी होगी और पुलिस अगर सुरक्षा इंतजामों को लेकर संतुष्ट हुई तभी वे विसर्जन कर पाएंगे।

इससे पहले गुरुवार को हाईकोर्ट के आदेश के बाद ममता ने तल्ख टिप्पणी करते हुए कहा था कि जरूरत पड़े तो मेरा गला काट दो, लेकिन कोई भी मुझे ये नहीं बता सकता कि क्या करना चाहिए, क्या नहीं करना चाहिए. शांति बनाए रखने के लिए मैं वो सब कुछ करूंगी जो भी मुझे करना चाहिए।

उल्लेखनीय है कि ममता सरकार ने फैसला लिया था कि मुहर्रम के अगले दिन ही दुर्गा प्रतिमा विसर्जन होगा। पश्चिम बंगाल सरकार ने फैसला लिया कि मुहर्रम के दिन को छोड़कर 2, 3 और 4 अक्टूबर को दुर्गा प्रतिमा का विसर्जन किया जा सकता है।

उल्लेखनीय है कि ममता सरकार ने फैसला किया था कि मुहर्रम के अगले दिन ही दुर्गा प्रतिमा विसर्जन होगा।

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