ताज़ा खबरें
संविधान ने देश में बदलाव लाने में उल्लेखनीय मदद की: सीजेआई खन्ना
दिल्ली-यूपी में बढ़ी ठंड, हिमालयी क्षेत्रों में बर्फबारी; तमिलनाडु में तूफान

पटना: बिहार के सत्तरघाट पुल को लेकर सूबे में सियासत तेज हो गई है। इस पुल को लेकर जहां विपक्षी पार्टियां नीतीश सरकार पर हमलावार हो गई है वहीं सत्तारूढ़ एनडीए के ही घटक दल के नेता भी सवाल उठाए हैं। सरकार पर निशाना साधते हुए तेजस्वी ने जहां आरोप लगाया है कि सत्तरघाट पुल बनने से कुछ ही दिनों में ध्वस्त हो गया, वहीं लोजपा अध्यक्ष चिराग पासवान ने पुल का एक हिस्सा टूटने पर नाराजगी जाहिर करते हुए मामले की जांचकर दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की बात कही है। हालांकि राज्य सरकार ने इसे पूरी तरह गलत करार दिया है। पथ निर्माण विभाग ने सत्तर घाट पुल को सुरक्षित होने का दावा किया है। विभाग के अपर मुख्य सचिव अमृत लाल मीणा ने कहा कि मीडिया में सत्तर घाट पुल के क्षतिग्रस्त होने की झूठी खबर चल रही है।

नंद किशोर का इस्तीफा लें मुख्यमंत्री : तेजस्वी

नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी ने आरोप लगाया है कि गोपालगंज का सत्तर घाट स्थित पुल बनने ही 29 दिनों में ही ध्वस्त हो गया।

पटना: आगामी बिहार विधानसभा चुनाव में 65 साल से अधिक उम्र वाले मतदाता अब पोस्टल बैलेट के जरिए मतदान नहीं कर पाएंगे। चुनाव आयोग ने चुनौतियों का हवाला देते हुए अपना हाथ पीछे खींच लिया है। अब सिर्फ 80 साल से अधिक उम्र वाले, दिव्यांग और कोरोना वायरस से ग्रसित लोग ही पोस्टल बैलेट के जरिए मतदान कर पाएंगे। यह नियम बिहार चुनाव के अलावा अन्य उपचुनावों पर भी लागू होगा।

चुनाव आयोग ने अपने बयान में कहा है कि कोरोना वायरस के कारण उत्पन्न हुई स्थितियों के बाद हमने कई बदलाव किए हैं। लोगों की सुविधा और खासकर बुजुर्गे लोगों का ध्यान रखते हुए पहले ही हमने हर मतदान केंद्र पर 1000 मतदाताओं की संख्या तय कर दी है। किसी भी मतदान केंद्र पर एक हजार से अधिक मतदाता नहीं होंगे। चुनाव आयोग का कहना है कि हमने कोरोना को ध्यान में रखते हुए पहले ही 34 हजार अतिरिक्त मतदान केंद्र बना दिया है। हम पोलिंग स्टेशन की संख्या बढ़ाकर एक लाख से अधिक करने की योजना भी बना रहे हैं।

पटना: बिहार में कोविड-19 महामारी से निपटने के लिए इस महीने की 16 तारीख से 31 जुलाई तक 16 दिन के लिए लॉकडाउन लगाया जाएगा। यह फैसला राज्‍य में पिछले तीन सप्‍ताह के दौरान कोविड-19 के संक्रमण के मामले बढ़ने के बाद लिया गया है। इसके तहत सरकारी कार्यालय, शैक्षिक संस्‍थान, सभी निजी और व्‍यावसायिक संस्‍थान बंद रहेंगे। न्‍यायिक कार्यों से सम्‍बंधित कार्यालय पटना उच्‍च न्‍यायालय के दिशानिर्देशों के अनुरूप काम करेंगे। हालांकि राशन की दुकानें, डेयरी, सब्‍जी और मांस की बिक्री की दुकानें खुली रहेंगी। सभी पूजा स्‍थल और धार्मिक आयोजन पर भी पाबंदी रहेगी।

लॉकडाउन के दौरान ई-कामर्स और घरों में आपूर्ति की अनुमति रहेगी। सरकारी परिवहन को भी अनुमति दी गई है। हालांकि निजी वाहन केवल आवश्‍यक सेवाओं के लिए ही इस्‍तेमाल किए जा सकेंगे। रेल और हवाई सेवाओं को भी लॉकडाउन से छूट रहेगी। निर्माण सम्‍बंधी गतिविधियों को भी अनुमति दी गई है और इनसे सम्‍बंधी दुकाने खुली रहेंगी। इसी तरह कृषि कार्य और सम्‍बंधित दुकानों को भी लॉकडाउन से छूट मिलेगी।

पटना: बिहार की राजधानी पटना में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के कार्यालय में 75 लोग एक साथ कोरोना वायरस से संक्रमित पाए गए हैं। इस संख्या के बढ़ने की आशंका है क्योंकि बहुत सारे नेताओं और कार्यकर्ताओं के सैंपल लिए गए हैं, इनकी रिपोर्ट धीरे-धीरे सामने आ रही है। यह खबर ऐसे वक्त में आई है, जब बिहार में कोरोना वायरस के खिलाफ जंग को लेकर पक्ष और विपक्ष में पहले से ही लड़ाई छिड़ी हुई है। बता दें कि इसके पहले बिहार में कई नेता और उनके कार्यालयों में काम करने वाले कर्मचारी वायरस से संक्रमित हो चुके हैं।

बता दें कि मंगलवार को ही नीतीश कुमार के मंत्रिमंडल के एक और सदस्य शैलेश कुमार कोरोना पॉज़िटिव पाए गए हैं। इसके अलावा राष्ट्रीय जनता दल (आरजेडी) और भाजपा के एक-एक विधायक भी कोरोना से संक्रमित हैं। राजधानी पटना में मुख्य सचिव को अपने घर से काम करना पड़ रहा है। उनके कार्यालय में कई कर्मचारी कोविड-19 पॉजिटिव पाए गए हैं। इससे पहले बिहार के उपमुख्यमंत्री सुशील मोदी के दफ्तर के भी कई लोग संक्रमित पाए गए थे। इसके अलावा राजभवन और मुख्यमंत्री आवास में भी कई सुरक्षाकर्मियों के कोरोना से संक्रमित होने की रिपोर्ट आई है।

  • देश
  • प्रदेश
  • आलेख