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संविधान ने देश में बदलाव लाने में उल्लेखनीय मदद की: सीजेआई खन्ना

पटना: बिहार में एनडीए के खिलाफ विधानसभा चुनाव के मैदान में उतर रहे महागठबंधन में दरार आ गई है। शनिवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस के बीच में वीआईपी पार्टी के मुकेश सहनी ने महागठबंधन छोड़ने का एलान किया। उन्होंने कहा कि "मैं पिछड़े का बेटा हूं। मेरी पीठ में छुरा घोंपा जा रहा है।" वीआईपी पार्टी प्रमुख ने कहा कि उनके साथ धोखा हुआ है। सहनी यह कहकर प्रेस कॉन्फ्रेंस से निकल गए। वीआईपी पार्टी के नेता मुकेश मल्लाह ने कहा कि उनसे 25 सीटें देने और डिप्टी चीफ मिनिस्टर का पद देने का वादा किया गया था। इतना कहने के बाद वे भी वहां से चले गए। 

कांग्रेस के बिहार के प्रभारी अविनाश पाण्डेय ने घोषणा की कि तेजस्वी यादव के नेतृत्व में महगठबंधन चुनाव लड़ेगा। यानी तेजस्वी मुख्यमंत्री पद के उम्मीदवार होंगे। उन्होंने कहा कि हम ठेठ बिहारी हैं और हमारा डीएनए भी शुद्ध है। हम लोगों को एक मौका दीजिए। जो वादा करेंगे, पूरा करेंगे।वीआईपी पार्टी के नेता मुकेश सहनी ने एक ट्वीट करके भी अपनी नाराजगी जताई। उन्होंने कहा कि जनता चुनाव में आरजेडी को सबक सिखाएगी।

पटना: बिहार विधानसभा  चुनाव के लिए महागठबंधन में सीटों के बंटवारे का एलान हो गया है। शनिवार को पटना के मौर्या होटल में आयोजित एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में इसकी घोषणा की गई। बिहार विधानसभा की 243 सीटों में से 144 पर राष्ट्रीय जनता दल (राजद), 70 पर कांग्रेस और 29 सीटों पर लेफ्ट चुनाव लड़ेगी।

कांग्रेस स्क्रीनिंग कमिटी के चेयरमैन अविनाश पांडे ने इस दौरान कहा कि 2015 के चुनाव के दौरान बिहार की जनता ने महागठबंधन को भारी बहुमत दिया था। हालांकि कुछ ही समय बाद नीतीश कुमार ने जनता की चुनी हुई सरकार को त्यागकर किसी और से हाथ मिला लिया। बिहार की जनता उन्हें इस बार माफ नहीं करने वाली है। इसके साथ ही उन्होंने केंद्र सरकार को कृषि कानूनों को लेकर भी घेरा और इन्हें तुगलकी करार दिया।

अविनाश पांडे ने तेजस्वी यादव की जमकर तारीफ की। उन्होंने कहा कि 2015 के चुनाव में बिहार की युवा जनता ने तेजस्वी यादव को डिप्टी सीएम के रूप में काम करते हुए देखा। उन्होंने बहुत अच्छा काम किया। बिहार देश का सबसे युवा राज्यों में एक है। ऐसे में यहां कि जनता के लिए एक युवा नेतृत्व की जरूरत है।

पटना: बिहार में मुख्य विपक्षी पार्टी राष्ट्रीय जनता दल (राजद) की अगुवाई वाले महागठबंधन में सीटों के बंटवारे पर आम सहमति बन गई है। सूत्रों ने बताया कि 243 सदस्यों वाली विधान सभा के लिए महागठबंधन की सबसे बड़ी पार्टी राजद कुल 143 सीटों पर चुनाव लड़ेगी, जबकि कांग्रेस 70 सीटों पर उम्मीदवार खड़ा करेगी। राजद अपने कोटे से मुकेश साहनी की विकासशील इंसान पार्टी को सीट देगी। माना जा रहा है कि साहनी को 10 से 12 सीटें मिलेंगी। सूत्रों के मुताबिक वामदलों को 28 से 30 सीटें मिली हैं। 

सीटों के बंटवारे पर यह सहमति पहले चरण के नामांकन के दूसरे दिन बनी है। हालांकि इसका आधिकारिक और औपचारिक एलान नहीं हुआ है। राज्य में पहले चरण का मतदान 71 सीटों पर 28 अक्टूबर को होना है। 3 और 7 नवंबर को दूसरे और तीसरे चरण का चुनाव होना है। 10 नवंबर को मतों की गिनती होगी। पहले चरण के लिए गुरुवार (1 अक्टूबर) से नामांकन शुरू हो चुका है। यह 8 अक्टूबर तक चलेगा।

पटना: कोरोना काल में बिहार विधानसभा चुनाव-2020 के दौरान राजनीतिक दलों द्वारा जनसभाओं का भी आयोजन किया जा सकेगा। मुख्य निर्वाचन आयुक्त सुनील अरोड़ा ने कहा कि कोरोना काल में होने वाले इस चुनाव में सिर्फ वर्चुअल तरीके से चुनाव प्रसार होने की बात गलत है, अगर ऐसा होता तो चुनाव आयोग इतनी तैयारियां नहीं करता।

उन्होंने बताया कि बिहार में सभी जिलों के जिलाधिकारियों से उपलब्ध हॉल और ग्राउंड की सूची तैयार करने को कहा गया है। इसके अलावा कुछ स्थानों पर गोलाकार चिह्न भी बनाए गए हैं। मुख्य निर्वाचन आयुक्त ने बताया कि राज्य सरकार ने अधिसूचना जारी कर दी है कि अगर किसी निर्वाचन अधिकारी की कोरोना संक्रमित होने पर मौत हो जाती है तो उसे 30 लाख रुपये की राशि का मुआवजा दिया जाएगा।

बिहार के मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी को निर्देश दे दिए गए हैं सभी प्रमुख अखबारों की सूची मुख्य अखबारों में छपवा दें। जनसभाओं के दौरान जिलाधिकारी ही सामाजिक दूरी और दूसरे दिशा-निर्देशों का पालन करवाएंगे।

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