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संविधान ने देश में बदलाव लाने में उल्लेखनीय मदद की: सीजेआई खन्ना

नई दिल्ली: बिहार में विधानसभा चुनाव के लिए भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) और जनता दल यूनाइटेड (जेडीयू) का गठबंधन तय हो गया। जेडीयू 122 और भाजपा 121 सीटों पर चुनाव लड़ेगी। जेडीयू अपने हिस्से में से पांच सीटें जीतनराम मांझी को देगी। भाजपा अपने हिस्से में से वीआईपी पार्टी को सीटें देगी। कल पटना में गठबंधन, सीटों और उम्मीदवारों का एलान होगा। मांझी को पांच से सात सीटें दिए जाने की संभावना है।

भाजपा उम्मीदवारों की सूची कल आने की संभावना है। सोमवार को भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा के घर पर उम्मीदवारों के चयन को लेकर बैठक हुई। भाजपा के वरिष्ठ नेता आज पटना जा रहे हैं। भाजपा-जेडीयू गठबंधन में सीटों के बारे में विस्तृत एलान कल पटना में होगा। 

सूत्रों के अनुसार जेडीयू अपने हिस्से से जीतनराम मांझी को और भाजपा अपने हिस्से से मुकेश साहनी की वीआईपी पार्टी को सीटें देगी। भाजपा नेताओं के मुताबिक जेडीयू के साथ पार्टी का मजबूत गठबंधन है और पूरी ताकत से चुनाव लड़ा जाएगा। भाजपा के मौजूदा मंत्रियों और विधायकों के बच्चों या अन्य करीबी रिश्तेदारों को टिकट मिलने की संभावना कम है।

पटना: भाकपा-माले ने अपने कोटे की सभी 19 सीटों के लिए उम्मीदवारों की सूची जारी कर दी। पार्टी कार्यालय में सोमवार को प्रेसवार्ता में माले के महासचिव दीपांकर भट्टाचार्या ने सूची जारी करने के बाद कहा कि यह चुनाव कुछ अलग होगा। वामपंथ एक महत्वपूर्ण घटक होगा। सत्ता में बैठे लोगों का घमंड चूर होगा और बिहार देश को एक नई राह दिखाएगा। 

उन्होंने कहा कि केन्द्र में बैठी नरेन्द्र मोदी की सराकर अंग्रेजों के शासन से भी बदतर है। उसके खिलाफ हमने लड़ाई शुरू की है। सच बोलने का हक पाने की लड़ाई, संविधान और लोकतंत्र बचाने की लड़ाई हमें लड़ना पड़ रहा है। राज्य सरकार के विकास का मतलब है सिर्फ जलजमाव और बुलडोजर। हमारा विकास मॉडल शिक्षा, स्वस्थ्य और आवास सुविधाओं को गरीबों तक पहुंचाने का है। सरकार शिक्षा और स्वास्थ्य का निजीकरण कर रही है। एक सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि गठबंधन में कुछ ना कुछ कुर्बानी सबको देनी पड़ती है। राजद और कांग्रेस ने भी अपनी कई जीती हुई सीटें छोड़ी है। हमें भी कुछ कुर्बानी देनी पड़ी है। 

पूर्णिया: राजद एससी-एसटी प्रकोष्ठ के पूर्व प्रदेश सचिव शक्ति मल्लिक की रविवार सुबह अपराधियों ने मुर्गी फॉर्म रोड स्थित घर में घुसकर हत्या कर दी। तीन नकाबपोश अपराधी आए और 40 साल के मल्लिक के सिर और छाती में तीन गोलियां मारीं। घरवाले घायल अवस्था में उसे सदर अस्पताल लाए, मगर कुछ ही देर में मौत हो गई। इस मामले में मृतक के पिता और पत्नी ने राजद नेता और पूर्व उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव, पूर्व मंत्री तेजप्रताप यादव समेत पांच ज्ञात और तीन अज्ञात को नामजद करते हुए प्राथिमकी दर्ज कराई है। परिजनों का आरोप है कि तेजस्वी यादव, तेज प्रताप यादव, कालू पासवान, अनिल साह और सुनीता देवी ने हत्या करवाई है। खजांची हाट थाने की पुलिस ने प्राथमिकी दर्ज होने की पुष्टि की है। 

परिजनों का आरोप है कि शक्ति रानीगंज विधानसभा से चुनाव लड़ना चाहते थे। इसके लिए पार्टी की ओर से 50 लाख रुपए मांगे। बाद में पार्टी से निकाल भी दिया। शक्ति निर्दलीय चुनाव मैदान में उतरना चाहते थे, इसलिए हत्या करवा दी गयी। वारदात की सूचना मिलते ही एसपी विशाल शर्मा, सदर एसडीपीओ आनंद पाण्डेय और खजांची हाट थाना प्रभारी सुनील कुमार मण्डल मौके पर पहुंचे और परिजनों से बात कर उनका बयान लिया। एसपी ने कहा कि फिलहाल मामले की जांच की जा रही है। 

नई दिल्ली: बिहार विधानसभा चुनाव से पहले राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) में दरार पड़ गई है। लोक जनशक्ति पार्टी (लोजपा) ने जनता दल यूनाइटेड (जेडीयू) प्रमुख नीतीश कुमार के नेतृत्व में चुनाव नहीं लड़ने का फैसला किया है। यह फैसला रविवार को दिल्ली में हुई पार्टी की संसदीय दल की बैठक में लिया गया। चिराग पासवान ने पार्टी की केंद्रीय संसदीय बोर्ड की बैठक के बाद जीत के संकेत दिए।

लोजपा ने बिहार विधानसभा चुनाव अकेले लड़ने का फैसला किया है। दिल्ली में पार्टी अध्यक्ष चिराग पासवान के नेतृत्व में हुई संसदीय बोर्ड की बैठक में फैसला लिया गया कि लोजपा नीतीश कुमार का नेतृत्व मंजूर नहीं कर सकती। हालांकि भाजपा के साथ कुछ सीटों पर दोस्ताना मुकाबला हो सकता है।पार्टी उन सभी सीटों पर अपने उम्मीदवार उतारेगी जहां जदयू के प्रत्याशी होंगे।

बैठक के बाद लोजपा के प्रधान महासचिव अब्दुल खालिक ने कहा कि राष्ट्रीय स्तर व लोकसभा चुनाव में उनकी पार्टी का भाजपा के साथ मजबूत गठबंधन है, लेकिन राज्य स्तर पर व विधानसभा चुनाव में गठबंधन में मौजूद जेडीयू से वैचारिक मतभेदों के कारण बिहार में लोजपा ने गठबंधन से अलग चुनाव लड़ने का फैसला लिया है।

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