ताज़ा खबरें
संविधान ने देश में बदलाव लाने में उल्लेखनीय मदद की: सीजेआई खन्ना

पटना: बिहार के पूर्व डीजीपी गुप्तेश्वर पांडेय रविवार को जदयू में शामिल हो गए। उन्होंने आज शाम सीएम नीतीश कुमार के आवास पर उनकी मौजूदगी में पार्टी की सदस्यता ग्रहण की। जदयू में शामिल होने के बाद गुप्तेश्वर पांडेय ने कहा, नीतीश कुमार हमारे नेता हैं। पार्टी जो भी हमसे कहेगी वह करूंगा। मैं दिल का साफ आदमी हूं। मुझे तो अभी पता भी नहीं है कि राजनीति क्या होती है। जो भी हमारे नेता का आदेश होगा उसका पालन होगा।

हाल ही में गुप्तेश्वर पांडेय ने स्वैच्छिक सेवानिवृत्ति (वीआरएस) ली थी, इसके बाद से ही उनके राजनीति में जाने के कयास लगाए जा रहे थे। गुप्तेश्वर पांडेय 2019 में बिहार के डीजीपी बने थे। सुशांत सिंह राजपूत केस को लेकर भी काफी चर्चा में रहे थे। इससे पहले, पूर्व डीजीपी गुप्तेश्वर पांडेय के शनिवार को जेडीयू के प्रदेश मुख्यालय जाकर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से मुलाकात की थी। इसके बाद उनके जेडीयू में शामिल होकर 'तीर' चलाने और प्रदेश में विधानसभा चुनाव लड़ने की अटकलें तेज हो गईं थीं। बता दें कि जेडीयू का चुनाव चिन्ह तीर है। 

पटना: चुनाव आयोग ने बिहार विधानसभा चुनाव के लिए मतदान की तारीखों का एलान कर दिया है। तारीखों के एलान के बाद मुख्यमंत्री नीतीश कुमार प्रेस वार्ता शुरू हो गई है। राज्य में तीन चरणों में मतदान होंगे। पहले चरण की वोटिंग 28 अक्तूबर, दूसरे की वोटिंग तीन नवंबर और तीसरे चरण के लिए सात नवंबर को मतदान होंगे। 10 नवंबर को मतगणना होगी। 

बता दें कि बिहार में कुल 243 सीटों पर चुनाव लड़ा जाना है। राज्य में 29 नवंबर को विधानसभा का कार्यकाल खत्म हो जाएगा। कोरोना को ध्यान में रखते हुए पोलिंग बूथ की संख्या और मैनपावर को बढ़ाया गया है। चुनाव के दौरान छह लाख पीपीई किट का इस्तेमाल किया जाएगा। इसके अलावा 46 लाख मास्क, सात लाख हैंड सैनिटाइजर और छह लाख फेस शील्ड का इस्तेमाल किया जाएगा। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि हम भारत के चुनाव आयोग द्वारा बिहार विधानसभा चुनाव की तारीखों की घोषणा का स्वागत करते हैं।

पटना: कृषि बिल के खिलाफ राजधानी में शुक्रवार को हुए प्रदर्शन को लेकर पूर्व उप मुख्यमंत्री तेजस्वी, पूर्व मंत्री तेजप्रताप और जाप सुप्रीमो पप्पू यादव समेत सात नामजद तथा 100 अज्ञात लोगों पर कोतवाली थाने में केस दर्ज किया गया। इन पर आरोप है कि बगैर अनुमति इन तीनों नेताओं ने प्रदर्शन किया और सड़क पर उतर गए। इस दौरान भीड़ भी जमा हुई। बेली रोड जैसे प्रतिबंधित इलाके में प्रदर्शन किया गया। सभी के ऊपर अलग-अलग धाराओं में एफआईआर दर्ज की गयी है। दर्ज एफआईआर में बगैर अनुमति के जुलूस निकालने, कोविड 19, प्रतिबंधित इलाके में प्रदर्शन करने सहित अन्य धाराएं लगायी गयी हैं। वहीं, इस मामले में किसी भी पार्टी के प्रदर्शनकारियों की गिरफ्तारी की बात से पुलिस ने इनकार किया है। 

भाजपा दफ्तर पर प्रदर्शन कर रहे जाप नेताओं की पिटाई, बवाल

कृषि बिल का विरोध करते हुये भाजपा दफ्तर पहुंचे जाप कार्यकर्ताओं और भाजपाइयों के बीच वीरचंद पटेल पथ पर शुक्रवार को जोरदार भिड़ंत हो गयी। इस दौरान गुस्साए भाजपा कार्यकर्ताओं ने जाप के प्रदर्शनकारियों को खदेड़-खदेड़कर पीटा।

पटना: बिहार में नए कृषि बिलों के खिलाफ भारत बंद का व्यापक असर देखने को मिला। चुनावी राज्य में किसानों संगठनों के आव्हान पर बुलाए गये इस बंद के समर्थन में प्रमुख विपक्ष राष्ट्रीय जनता दल (आरजेडी)  और वामपंथी दलों ने ज़िलों में धरने और  प्रदर्शन आयोजित किये। इस दौरान भाजपा और पप्पू यादव की जन अधिकार पार्टी के कार्यकर्ताओं की पिटाई घटना भी हुई है।

तेजस्वी बोले- सरकार ने अन्नदाता को बनाया कठपुतली 

राष्ट्रीय जनता दल के नेता तेजस्वी यादव ने ट्रैक्टर रैली निकालकर प्रदर्शन किया। वे संसद द्वारा पारित कृषि विधेयकों के खिलाफ बुलाए गए भारत बंद में हिस्सा ले रहे थे। इस मौके पर राष्ट्रीय जनता दल के नेता तेजस्वी यादव ने कहा, 'सरकार ने हमारे 'अन्नदात' को 'फंड दाता' के माध्यम से कठपुतली बना दिया है। कृषि विधेयक किसान विरोधी हैं और उन्होंने उन्हें उदास कर दिया है। सरकार ने कहा था कि वे 2022 तक किसानों की आय को दोगुना करेंगे, लेकिन ये विधेयक उन्हें गरीब बना देंगे। कृषि क्षेत्र को निजीकरण कर दिया गया है।'

  • देश
  • प्रदेश
  • आलेख