ताज़ा खबरें
केजरीवाल के खिलाफ कार्यवाही पर रोक से दिल्ली हाईकोर्ट का इंकार
गौतम अडानी पर रिश्वत देने, धोखाधड़ी के आरोप, यूएस में मामला दर्ज

पटना: बिहार में कानून का राज है और कानून का राज रहेगा, जंगल राज न है और न ये कभी आएगा। ये कहना हैं बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का जो इन दिनों हर घटना के बाद जंगल राज की वापसी पर विपक्षी दलों और मीडिया के निशाने पर रहते हैं। मुख्‍यमंत्री ने रविवार को कर्पूरी जयंती के अवसर पर अपने भाषण में खुल कर इसका जवाब दिया। नीतीश ने पूछा, 'कहां जंगल राज है, आखिर किस गुनहगार को बचाने की कोशिश की गयी है।' अपने पार्टी विधायक सरफ़राज़ आलम के बारे में चर्चा करते हुए उन्होंने कहा कि ऐसे रवैये को वो बर्दाश्‍त नहीं करते और पार्टी के वो चाहे मंत्री हों या संसद या विधायक, सबके लिए एक कोड ऑफ़ कंडक्ट है।

पटना: जनता दल-यूनाइटेड (जद-यू) ने शनिवार को अपने विधायक सरफराज आलम को पार्टी से निलंबित कर दिया। एक महिला ने राजधानी एक्सप्रेस में अपने साथ बदसलूकी करने का केस आलम पर दर्ज कराया था। बिहार के सीएम नीतीश कुमार ने आरोपी विधायक पर कड़ी कार्रवाई करने की बात कही थी। इससे पहले पुलिस ने महिला के साथ कथित तौर पर बदसलूकी के मामले में पूछताछ के लिए जदयू विधायक सरफराज आलम को उपस्थित होने का नोटिस जारी किया इस मामले में विधायक के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है। रेलवे पुलिस अधीक्षक पी एन मिश्रा ने कहा, ‘हमने मामले में पूछताछ के लिए विधायक को कल शाम पांच बजे तक जीआरपी पटना के समक्ष उपस्थित होने के लिए नोटिस जारी किया है।’

पटना: प्रशांत किशोर इस वक्त राजनीतिक पार्टियों के आंखों का तारा बने हुए हैं। बिहार सरकार ने प्रशांत किशोर को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के सलाहकार के रूप में नियुक्त कर लिया है। वह मुख्यमंत्री को नीतियों और योजनाओं के क्रियान्वयन से संबंधित सलाह देने का काम करेंगे। प्रशांत को कैबिनेट मंत्री का दर्जा दिए जाने संबंधित अधिसूचना गुरुवार को जारी कर दी गई है। गौरतलब है कि बिहार विधानसभा चुनाव के दौरान प्रशांत किशोर ने नीतीश कुमार के लिए रणनीति तैयार करने में अहम रोल निभाया था। अब यही काम प्रशांत, नीतीश के सत्ता में आने के बाद करेंगे और उन 'सात निश्चयों' के क्रियान्वयन में रोल निभाएंगे जिसका वादा नीतीश ने चुनाव के दौरान किया था।

पटना: बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने राज्य में आगामी एक अप्रैल से पूर्ण शराब बंदी के अपने संकल्प को दोहराते हुए आज (गुरूवार) कहा कि वे इसे सामाजिक आंदोलन का रूप देना चाहते हैं, लेकिन बगैर जनसहयोग और जनचेतना के परिणाम प्राप्त नहीं किया जा सकता। यहां श्रीकृष्ण मेमोरियल हाल में आयोजित एक कार्यक्रम के दौरान मद्य निषेध अभियान का शुभारंभ करते हुए नीतीश ने राज्य में आगामी एक अप्रैल से पूर्ण शराब बंदी के अपने संकल्प को दोहराते हुए आज कहा कि वे इसे सामाजिक आंदोलन का रूप देना चाहते हैं, लेकिन बगैर जनसहयोग और जनचेतना के परिणाम प्राप्त नहीं किया जा सकता। नीतीश ने अपने विरोधियों पर निशाना साधते हुए कहा कि उन्होंने वही किया है जो कि जन आकांक्षा थी, पर अब सबका सहयोग चाहिए।

  • देश
  • प्रदेश
  • आलेख