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पटना: बिहार के सीएम नीतीश कुमार ने पूर्व सीएम कर्पूरी ठाकुर को भारत रत्न दिए जाने के फैसले पर पीएम नरेंद्र मोदी का आभार जताया है। दिलचस्प बात ये है कि सीएम नीतीश ने एक्स पर जो अपना पहला पोस्ट किया था] उसमें पीएम मोदी का जिक्र नहीं था। उन्होंने अपना पोस्ट हटा लिया। बाद में जो नया पोस्ट किया उसमें पीएम मोदी का जिक्र करते हुए उन्हें धन्यवाद दिया।

सीएम नीतीश ने कहा कि पूर्व मुख्यमंत्री और महान समाजवादी नेता स्वर्गीय कर्पूरी ठाकुर जी को देश का सर्वोच्च सम्मान ‘भारत रत्न’ दिया जाना हार्दिक प्रसन्नता का विषय है। केंद्र सरकार का यह अच्छा निर्णय है। स्वर्गीय कर्पूरी ठाकुर जी को उनकी 100वीं जयंती पर दिया जाने वाला यह सर्वोच्च सम्मान दलितों, वंचितों और उपेक्षित तबकों के बीच सकारात्मक भाव पैदा करेगा। हम हमेशा से ही स्वर्गीय कर्पूरी ठाकुर जी को ‘भारत रत्न’ देने की मांग करते रहे हैं। वर्षों की पुरानी मांग आज पूरी हुई है। इसके लिए माननीय प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी को धन्यवाद।

नई दिल्‍ली (जनादेश ब्यूरो): बिहार के पूर्व मुख्‍यमंत्री कर्पूरी ठाकुर को मरणोपरांत भारत रत्‍न से नवाजा जाएगा। राष्‍ट्रपति की ओर से जारी बयान में उन्‍हें भारत रत्‍न देने का एलान किया गया है। उन्‍हें काफी समय से भारत रत्‍न देने की मांग की जा रही थी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने एक पोस्‍ट के जरिए कर्पूरी ठाकुर को भारत रत्‍न देने पर खुशी जताई है। बिहार में जननायक के रूप में उभरे कर्पूरी ठाकुर का जन्‍म 1924 में हुआ था। वह बिहार के पहले गैर कांग्रेसी मुख्यमंत्री थे। कर्पूरी ठाकुर राज्य में दो बार मुख्यमंत्री और एक बार उप मुख्यमंत्री रहे।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कर्पूरी ठाकुर को भारत रत्‍न देने की घोषणा के बाद एक्‍स पर एक पोस्‍ट किया है, जिसमें उन्‍होंने लिखा, "मुझे खुशी है कि भारत सरकार ने सामाजिक न्याय के प्रतीक महान जननायक कर्पूरी ठाकुर जी को भारत रत्न से सम्मानित करने का निर्णय लिया गया है और ऐसे वक्‍त में जब हम उनकी जन्मशती मना रहे हैं। यह प्रतिष्ठित सम्मान हाशिये पर मौजूद लोगों के लिए एक विजेता और समानता और सशक्तिकरण के समर्थक के रूप में उनके स्थायी प्रयासों का प्रमाण है।"

पटना: बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की दस मिनट वाली मुलाकात पर अब सियासत तेज हो गई है। मकर संक्रांति सोमवार (15 जनवरी) को राबड़ी आवास सामने से ना जाकर सीएम नीतीश कुमार पीछे से घुसे और मीडिया को कोई बयान नहीं दिया। दस मिनट तक वो अंदर रहे फिर निकल गए। इसको लेकर उप मुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने बाद में पत्रकारों से बातचीत में प्रतिक्रिया दी।

'लगातार काम हो रहा है, इसलिए बीजेपी में बेचैनी है'

तेजस्वी यादव ने कहा कि मकर संक्रांति पर नीतीश कुमार हमारे घर आए, सभी मंत्री आए, सबका स्वागत किया गया। खुशियां बांटी जा रही हैं। महागठबंधन एकजुट है। नीतीश कुमार नाराज नहीं हैं। हर बार एक ही मुद्दे पर हम लोग सफाई क्यों दें? यह सब बेकार की बातें हैं। जब से महागठबंधन बना तब से बीजेपी घबराई हुई है। लालू यादव और नीतीश कुमार साथ हैं इसलिए बीजेपी डरी हुई है।

डिप्टी सीएम ने कहा कि बिहार में महागठबंधन सरकार शिक्षकों को नौकरी दे रही है। जातीय गणना कराई गई। आरक्षण का दायरा बढ़ा। कॉन्ट्रैक्ट पर काम करने वाले लोगों की सैलरी बढ़ी।

पटना: बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने शनिवार को इस बात पर जोर दिया कि उनकी सरकार राज्य में 10 लाख सरकारी नौकरियां पैदा करने के लक्ष्य को न केवल हासिल करना चाहती है, बल्कि 'उससे आगे' भी बढ़ना चाहती है। नवनियुक्त शिक्षकों के बीच नियुक्ति पत्र वितरण के लिए यहां आयोजित एक समारोह को संबोधित करते हुये, मुख्यमंत्री ने कहा कि उनकी सरकार ने आज प्रदेश के सभी जिला मुख्यालयों में 96,823 नवनियुक्त शिक्षकों को नियुक्ति पत्र प्रदान किए।

उन्होंने दावा किया, ‘‘यहां गांधी मैदान में कुल 26,935 नवनियुक्त शिक्षकों को नियुक्ति पत्र मिल रहा है। हमने अब तक राज्य में 3.63 लाख लोगों को सरकारी नौकरियां प्रदान की हैं।''

कुमार ने कहा, ‘‘हम जल्दी ही राज्य के युवाओं को दस लाख सरकारी नौकरियां देने के लक्ष्य को हासिल कर लेंगे। मुझे यह स्पष्ट करने दीजिये कि हम न केवल इस लक्ष्य को हासिल करेंगे बल्कि इससे आगे निकलेंगे....... राज्य सरकार इस दिशा में काम कर रही है।''

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