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पटना: लोकसभा चुनाव 2019 के मद्देनजर महागठबंधन में सीटों के बंटवारे को लेकर बीते कुछ दिनों से बिहार की सियासत सुर्खियों में हैं। महागठबंधन की ओर से टिकट नहीं मिलने के बाद अब छात्र नेता कन्हैया कुमार बेगूसराय सीट से ही सीपीआई की टिकट पर लोकसभा चुनाव लड़ेंगे। इसकी घोषणा सीपीआई की बिहार इकाई के सचिव सत्यनारायण सिंह ने पटना में की है। कन्हैया कुमार की दावेदारी के बाद अब बेगूसराय लोकसभा सीट का मुकाबला काफी दिलचस्प हो गया है, क्योंकि यहां अब त्रिकोणीय मुकाबला देखने को मिलेगा। एक ओर जहां भाजपा के फायर ब्रांड नेता गिरिराज सिंह होंंगे, तो दूसरी ओर मोदी लहर में भी अपनी छाप छोड़ने वाले राजद के तनवीर हसन और इधर युवाओं के बीच अपनी पहचान बनाने वाले जेएनयू के छात्र नेता रह चुके कन्हैया कुमार भी ताल ठौकेंगे।

माना जा रहा है कि कन्हैया की उम्मीदवारी को अन्य वामपंथी दल भी अपना समर्थन देंगे और वह संयुक्त लेफ्ट दलों के साझा उम्मीदवार होंगे। इससे पूर्व सीपीआई के केंद्रीय नेताओं से लेकर के राज्य नेतृत्व यह उम्मीद लगाए बैठा था कि राजद कन्हैया कुमार को महागठबंधन का उम्मीदवार बनाएगा, लेकिन ऐसा नहीं हुआ।

पटना: केंद्रीय मंत्री एवं लोजपा प्रमुख रामविलास पासवान ने बिहार की सभी 40 लोकसभा सीटों पर राजग की जीत का दावा करते हुए शनिवार को कहा कि कई स्थानों पर महागठबंधन ने ऐसे उम्मीदवार दिये हैं जो राजग के लिए वरदान साबित होंगे। पासवान ने पटना स्थित लोजपा प्रदेश मुख्यालय में पत्रकारों से बातचीत में बिहार की सभी 40 लोकसभा सीटों पर राजग की जीत का दावा करते हुए कहा कि कई स्थानों पर महागठबंधन ने ऐसे उम्मीदवार दिये हैं जो हमलोगों के लिए वरदान साबित होंगे।

उन्होंने कहा कि केंद्र में नरेंद्र मोदी सरकार बहुत शानदार तरीके से चल रही है। हम लोग जाति और धर्म के आधार पर नहीं बल्कि धर्मनिर्पेक्षता के आधार पर काम करते हैं। चाहे अल्पसंख्यकों से जुडा मामला हो, सामान्य वर्ग के आर्थिक रूप से कमजोर लोगों को दस प्रतिशत आरक्षण का मामला हो, दलित उत्पीड़न से जुडे अधिनियम का मामला हो या पिछड़ी जाति के आयोग को संवैधानिक दर्जा देने की मांग हो, इसको लेकर हम संघर्ष कर रहे हैं। रामविलास पासवान ने कहा कि धारा 370 का मामला हो या देश की सुरक्षा और एकता का मामला हो, हम सब एक हैं।

पटना: एनडीए ने लोकसभा चुनाव 2019 के लिए बिहार की 40 में से 39 सीटों पर अपने उम्मीदवारों के नामों की घोषणा कर दी। भाजपा और जदयू 17-17 सीटों पर जबकि रामविलास पासवान की लोजपा छह सीट पर चुनाव लड़ेगी। एनडीए के तीन दलों के बीच पहले ही ये समझौता हो चुका था। लोजपा ने अभी पांच उम्मीदवारों के ही नाम जारी किए हैं। खगड़िया से उम्मीदवार के नाम का एलान अभी नहीं किया गया है।

पटना साहिब से रविशंकर प्रसाद लड़ेंगे चुनाव

शत्रुघ्न सिन्हा का टिकट काट दिया गया है और पटना साहिब से उनकी जगह रविशंकर प्रसाद को उम्मीदवार बनाया गया है। इसके अलावा भाजपा में मुस्लिम चेहरा माने जाने वाले शाहनवाज का टिकट भी काट दिया गया है। भाजपा जिन 17 सीटों पर चुनाव लड़ेगी उनमें पश्चिम चंपारण (बेतिया), पूर्वी चंपारण (मोतिहारी), मुजफ्फरपुर, सारण, महराजगंज, शिवहर, मधुबनी , दरभंगा, उजियारपुर, बेगूसराय, पटना साहिब, पाटलिपुत्र, आरा, बक्सर, सासाराम, औरंगाबाद और अररिया शामिल हैं।

पटना: बिहार में महागठबंधन में सीटों के बंटवारे को लेकर आज अहम एलान हो गया। समझौते के मुताबिक राष्ट्रीय जनता दल 20 और कांग्रेस 9 सीटों पर चुनाव लड़ेगी। इसके अलावा राष्ट्रीय लोक समता पार्टी पांच, हम तीन और विकासशील इंसान पार्टी (वीआईपी) भी तीन सीटों पर चुनाव लड़ेगी। राजद ने अपने कोटे से सीपीआई-एमएल को एक सीट दी है। शरद यादव राजद के चुनाव चिन्ह पर चुनाव लड़ेंगे। उनकी पार्टी का विलय भी जल्द राजद में हो जाएगा। राष्ट्रीय जनता दल के प्रवक्ता मनोज झा, प्रदेश अध्यक्ष रामचंद्र पूर्वे, कांग्रेस के मदन मोहन झा, हिन्दुस्तानी आवाम मोर्चा (हम) के बीएल वैसयंत्री, रालोसपा के सत्यानंद दांगी इस दौरान मौजूद रहे।

इसके साथ ही उन सीटों के उम्मीदवारों के नाम भी घोषित किये गये, जहां 11 अप्रैल को मतदान होना है। गया- जीतन राम मांझी (हम),औरंगाबाद- उपेंद्र प्रसाद (हम), जमुई- भूदेव चौधरी (आरएलएसपी), नवादा- विभा देवी (राजद) की उम्मीदवार हैं। प्रेस कांफ्रेंस में राजद के मनोज झा सहित कई नेता मौजूद रहे। हालांकि तेजस्वी यादव यहां मौजूद नहीं थे। पत्रकारों के इस सवाल पर कि आप कैसे कह सकते हैं कि सब सही है जब आपके नेता (तेजस्वी यादव) ही नहीं आए। उन्होंने कहा- क्या मैं अपनी पार्टी में कुछ नहीं हूं। आप मुझे महत्वहीन बना रहे हैं। यह पार्टी का फैसला था, इस पर सवाल मत उठाइए।

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