पटना: बिहार में राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) में सीट बंटवारे के बाद उनकी नवादा सीट लोक जनशक्ति पार्टी(लोजपा) के खाते में चले जाने पर केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह का दर्द छलक उठा है। अपने तल्ख बयानों से सुर्खियों में रहनेवाले भाजपा नेता ने यहां सोमवार को ठंडे लहजे में कहा, 'मुझे नहीं पता कि मेरे साथ ये क्यों हुआ? मैंने अंतिम समय तक कहा था कि मैं चुनाव लड़ूंगा, तो नवादा से लडूंगा।' केंद्रीय मंत्री को मलाल है कि नवादा में उन्होंने जो 'रूरल मॉडल' खड़ा किया, उसका फायदा वहां के लोगों को मिलेगा, मगर उन्हें नहीं मिल पाएगा।
मुझे नहीं पता कि मेरा टिकट नवादा से क्यों काटा गया: गिरिराज सिंह
मोदी विरोधियों को पाकिस्तान चले जाने की नसीहत देने, सोनिया गांधी को 'पूतना' और राहुल गांधी को 'विदेशी तोता' कहकर विवादों में रहने वाले गिरिराज सिंह ने नवादा का टिकट कट जाने के बाद पहली बार पत्रकारों के सामने आए और कहा, 'मुझे नहीं पता कि मेरा टिकट नवादा से क्यों काटा गया और यह सीट लोजपा को क्यों दी गई।'
उन्होंने कहा, 'मुझे नहीं पता कि मेरे साथ ये क्यों हुआ? मैंने अंतिम समय तक कहा था कि मैं चुनाव लड़ूंगा, तो नवादा से लडूंगा। इसका जवाब तो अध्यक्ष ही दे सकते हैं।' बेगूसराय सीट से चुनाव लड़ने के संबंध में पूछे जाने पर उन्होंने कहा, 'मैं कार्यकर्ता था, कार्यकर्ता हूं और आगे भी रहूंगा। मैं नेता बनकर पार्टी में नहीं आया था।'
गिरिराज सिंह की मौजूदा लोकसभा सीट लोजपा के खाते में चली गई
उन्होंने नवादा में शुरू कराए कार्यों से जुड़े रहने की प्रतिबद्धता जताते हुए कहा, 'मेरी कमजोरी मानिए या मेरी विशेषता, मुझे जहां काम मिलता है, जिम्मेदारी से संभालता हूं और इमोशनली जुड़ जाता हूं।' राजग में शामिल तीनों दलों में आपसी सहमति बनने के बाद रविवार को सीट बंटवारे की घोषणा कर दी गई, जिसमें गिरिराज सिंह की मौजूदा लोकसभा सीट (नवादा) लोजपा के खाते में चली गई है। सूत्रों का कहना है कि गिरिराज को बेगूसराय लोकसभा सीट से चुनाव मैदान से उतारा जा सकता है। बिहार में लोकसभा की कुल 40 सीटें हैं। राजग में शामिल भाजपा और जद (यू) 17-17 जबकि लोजपा 6 सीटों पर अपने उम्मीदवार उतारेगी।